गोड्डा। कार्यालय संवाददाता राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, गोड्डा के तत्वावधान में स्थानीय अटल मोहल्ला क्लीनिक, शान्ति नगर के प्रांगण में वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे के उपलक्ष्य पर कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस मौके पर डॉ सोनाली के द्वारा बताया गया कि हाइपर यानी अधिक और टेंशन यानी तनाव से भारत समेत दुनिया जूझ रही है। लेकिन सजग रहकर इस समस्या पर पूरी तरह काबू पाया जा सकता है। वर्ल्ड हाइपर हॉट फेडरेशन के अनुसार धमनियों की अतिरिक्त दीवार पर जब रक्त संचार का दबाव 140 / 90 के पार पहुंच जाता है, तो यह स्थिति हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप कहलाती है।
क्या है कारण
हाइपरटेंशन का मुख्य कारण अस्वास्थ्यकर खानपान और तनाव है। अस्वास्थ्यकर खानपान के तहत जंक फूड और बाजार में उपलब्ध अत्यधिक चिकनाई युक्त खाद्य पदार्थ शामिल है। नियमित रूप से व्यायाम न करना, मोटापा, चार से 8 घंटे की नींद न लेना और नमक का अधिक सेवन उच्च रक्तचाप में सहायक होता है।
उच्च रक्तचाप के शुरूआती लक्षण
हाइपरटेंशन के शुरुआती लक्षण सभी व्यक्तियों में सामने आना जरूरी नहीं है। लेकिन अनेक मरीजों में यह लक्षण तब सामने आते हैं, जब उसकी स्थिति गंभीर हो जाती है। हाई बीपी को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह समस्या धीरे-धीरे चुपचाप शरीर के आंतरिक अंगों, खासकर दिल, किडनी और अन्य भागों को कमजोर करने लगती है। बचाव के लिए इन बातों को ध्यान में रखना जरूरी है कि अपने रक्तचाप को 120 /80 या फिर अधिकतम 140/90 तक सीमित रखने का प्रयास करें। डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाइयों के नियमित सेवन से यह संभव है।शारीरिक श्रम करें। जीवन शैली में सकारात्मक परिवर्तन करें। एक निश्चित समय में खानपान और व्यायाम करें। एक निश्चित समय में सोएं और उठें। भरपूर नींद लें। धूम्रपान का परित्याग करें। धूम्रपान छोड़ने से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। किसी भी रूप में अल्कोहल से परहेज करना है। हाइपर टेंशन को नियंत्रित रखने और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है।
उच्च रक्तचाप के लक्षण
दिल की धड़कन का अचानक बढ़ जाना, बेचैनी महसूस होना, सांस तेजी से चलना और सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकड़न या तकलीफ, सिर में भारीपन या फिर सिर दर्द, चक्कर आना, जी मिचलाना, श्रम किए बगैर पसीना आना।
इस मौके पर स्वतंत्रता सेनानी नंदकिशोर मांझी, एएनएम जयमाला कुमारी, मनीता, रूपम,सिंपू कुमारी, अनिल कुमार, साहिया ज्योति कुमारी, सोनी कुमारी, अंजू देवी, नीलम कुमारी एवं वार्ड नंबर 10, 13,एवं 14 की महिला आरोग्य समिति की सदस्य उपस्थित थीं।