देवघर /वरीय संवाददाता। सदर अस्पताल में रोगियों की बढ़ती भीड़ अव्यवस्था आदि को देखते हुए सदर अस्पताल में सोमवार को ई हॉस्पिटल मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ युगल किशोर चौधरी ने किया। मौके पर सिविल सर्जन ने बताया कि ई हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ साथ रोगियों को भी काफी सुविधा मिलेगी। एक बार जो रोगी यहां पर निबंधन करा लेंगे वह भारतवर्ष में किसी भी सरकारी अस्पताल में अपने नंबर से अपना डिटेल निकाल सकते हैं। जिससे देवघर से बाहर जाने वाले रोगियों को काफी सुविधा मिल सकेगी ।वह किसी भी अस्पताल में अपना इलाज कराने पहुचेंगे तो अब दिक्कत सामने नहीं आएगी की पहले क्या कुछ उस मरीज ने इलाज कराया है। सब कुछ ऑनलाइन इंट्री होगा। इसके साथ ही ऑनलाइन एंट्री में ओपीडी पुर्जा के बाद दवा की भी ऑनलाइन इंट्री कराई जाएगी। जिससे अस्पताल में भी एक डांटा रह सकेगा ।उन्होंने कहा कि इस सिस्टम के शुरू हो जाने से अस्पताल में रोगियों की भीड़ को भी कंट्रोल किया जा सकेगा। पहले मैनुअल से काम होने में काफी वक्त लग जाता था। अब ऑनलाइन पुर्जा बनवाने में कम समय लगेगा। मौके पर एसीएमओ डॉ सीके शाही, अस्पताल उपाधीक्षक प्रभात कुमार सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।
बाइक के टक्कर से घायल हुई महिला की मौत
देवघर/वरीय संवाददाता। सारवां थाना क्षेत्र के बेल टिकरी गांव में एक अज्ञात वाहन ने एक महिला को धक्का मार दिया जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गई और इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार बेल टिकरी गांव निवासी अवधेश पुजहर की पत्नी उषा देवी 28 मई को अपने घर से कुछ दूरी पर स्थित चापाकल में पानी लाने जा रही थी। उसी दौरान लापरवाही और तेज गति से आ रहे एक बाइक ने धक्का मार दिया। धक्का मारने के बाद बाइक सवार फरार हो गया लेकिन उसके पॉकेट से मोबाइल वहीं गिर गया। इस घटना में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई आनन-फानन में उसे इलाज के लिए एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल देवघर भेज दिया गया। अस्पताल पहुंचते ही ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही बैद्यनाथ धाम ओपी ने सूचना दर्ज कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मोस्किटो क्व ाइल जलाने में झुलसी महिला की मौत
देवघर/वरीय संवाददाता। मोहनपुर थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव की महिला की मौत झुलसने से हो गई।प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहनपुर थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव निवासी मनोज तूरी की पत्नी मोना देवी पिछले 27मई की रात्रि में मोस्किटो क्वाइल जला रही थी इसी दौरान उसके कपड़े में आग लग गई।चीखने चिल्लाने पर पति आग किसी तरह बुझा कर अपने पत्नी को मोहनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज हेतु लाया जहा से उसे सदर अस्पताल भेज दिया गया। जहा मोना देवी जिंदगी और मौत से जंग करते हुए सोमवार को दम तोड दिया।इधर मृतिका की मां जसीडीह विकास नगर निवासी सुदमी देवी ने बताया की उनकी पुत्री की शादी 10वर्ष पूर्व हुई थी जिसमे 7वर्ष का एक लडका भी है। उन्होंने बताया की 27 मई की रात उनके पुत्री के ससुराल वाले खाना खाकर छत पर सोने चले गए।वही।उनकी पुत्री अपने कमरे अकेले सोने गई और मोस्किटो क्वाइल जलाने लगी इसी दौरान उसके सिंथेटिक साड़ी में आग लग गई।हल्ला होने पर उसका दामाद उनकी पुत्री को इलाज इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया जहा उसकी मौत हो गई।घटना के संबंध में बैद्यनाथ धाम ओ पी में सूचना दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।
जयंती पर कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर को श्रद्धांजलि
देवघर/वरीय संवाददाता। बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के पूर्व प्रवक्ता अजय कुमार ने हिंदी के कथाकार, निबंधकार, पत्रकार व स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि साहित्य और पत्रकारिता को उन्होंने व्यक्ति और समाज के उत्थान का निमित्त बनाया। उनकी पत्रकारिता और साहित्य मूलत: सामाजिक सरोकारों का लेखन है। पत्रकार के रूप में उन्होंने अपनी पत्रकारिता को राजनीति का चारण, समर्थक या विरोधी नहीं बनाया। अपनी आदर्श लेखनी के लिए वे सदैव वर्तमान एवं आने वाले लेखकों की पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। निश्चित रूप से स्वर्गीय कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर साहित्य के आकाश में एक ऐसा चमकता हुआ तारा हैं जिसकी चमक सदियों तक धूमिल नहीं होगी और अपनी अद्भुत लेखनी के कारण साहित्य प्रेमियों के दिलों दिमाग में वे सदैव बसे रहेंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि
देवघर/वरीय संवाददाता। झारखंड प्रदेश कांग्रेस सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुमार ने पुण्यतिथि पर पूर्व प्रधानमंत्री व किसानों के मसीहा स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह राजनीतिक शुचिता के प्रतीक थे। राजनीतिक रूपी काजल की कोठरी में रहने के बावजूद भी उनका राजनीतिक दामन पाक-साफ रहा। राजनीतिक हितों से ऊपर थे उनके आदर्श, मूल्य एवं सिद्धांत। राजनीति को जनसेवा का माध्यम बनाने वाले स्वर्गीय चरण सिंह जीवन के अंतिम क्षणों तक समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए तथा खासकर दलितों एवं पिछड़े वर्गो व किसानों के हितों के लिए संघर्षरत रहे। उनके उच्च आदर्शों, मूल्यों एवं सिद्धांतों को आज के राजनीतिज्ञ द्वारा आत्मसात करने की जरूरत है।