-जिला खनन टास्क फोर्स की बैठक में डीसी और एसपी ने दिया निर्देश
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। अवैध खनन के विरुद्ध अभियान को गति देने के लिए उपायुक्त जिशान कमर की अध्यक्षता में समाहरणालय सभा कक्ष में जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया। बैठक के दौरान उपायुक्त कमर ने सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्रों में सजग रह कर साइकिल या मोटरसाइकिल से हो रहे कोयले, बालू आदि के अवैध परिवहन पर सख्ती बरतने एवं नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया। साथ ही वैसे स्थान जहां अवैध रूप से कोयला, बालू आदि को एकत्रित किया जा रहा है, उस स्थान को चिह्नित कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने सभी अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी को संयुक्त रूप से समन्वय स्थापित कर अपने क्षेत्रों में संचालित ईंट भट्ठे का औचक निरीक्षण करने तथा ईंट के निर्माण में उपयोग की जाने वाले खनिज संपदा (मिट्टी, कोयला) के उठाव एवं रॉयल्टी भुगतान से संबंधित प्रतिवेदन जिला खनन पदाधिकारी को सौंपने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने अवैध खनन एवं परिवहन को रोकने को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी, गोड्डा एवं महागामा को माइनिंग क्षेत्र में भ्रमण कर नए चेकपोस्ट का निर्धारण करने को लेकर स्थल चिह्नित करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने चेक पोस्ट की मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने को लेकर सभी अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी को माइनिंग क्षेत्र का भ्रमण कर ( नए कैमरा अधिष्ठापन, नए चेकपोस्ट का निर्धारण, चेक पोस्ट पर तैनात पदाधिकारियों एवं कर्मियों को बैठने को लेकर शेड का निर्माण) क्षेत्र की जो भी समस्याएं या आवश्यकताएं हैं, उसकी सूची जिला मुख्यालय को सौंपने का निर्देश दिया, ताकि सभी समस्याओं का जल्द से जल्द निदान किया जा सके। वहीं पुलिस अधीक्षक नाथू सिंह मीणा ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को कहा कि अवैध खनन में संलिप्त जो भी गाड़ियां पकड़ी जाती है, उस पर अविलंब एफआईआर दर्ज करें। उन्होंने जिला खनन टास्क फोर्स के पदाधिकारी व सदस्यों को क्षेत्रों का भ्रमण कर औचक निरीक्षण करने को कहा। अवैध खनन एवं परिवहन कार्य में कोई भी लोग संलिप्त पाए जाते हैं, तो उसके विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करने को कहा। पुलिस अधीक्षक ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक दिन विभिन्न क्षेत्रों में औचक निरीक्षण के साथ छापेमारी अभियान चलाएं। पुलिस अधीक्षक ने आवश्यकता के अनुरूप गांव स्तर पर सूचना तंत्र भी मजबूत करने को कहा गया। बैठक के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी गोड्डा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गोड्डा एवं महागामा, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जन संपर्क पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, अंचल अधिकारियों, थाना प्रभारियों सहित अन्य उपस्थित थे।
प्रशासनिक निदेर्शों की हो रही अनदेखी, बालू का उठाव जारी
- कझिया नदी से बालू का अवैध उत्खनन और परिवहन
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से फिलहाल बालू के उठाव पर रोक लगाई गई है। जिला प्रशासन ने भी बालू के उत्खनन एवं परिवहन पर रोक लगाने के लिए बैठक की है एवं संबंधित पदाधिकारियों को समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी किया जाता रहा है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि एनजीटी का निर्देश एवं प्रशासनिक कवायद सिर्फ कागजों तक सिमटा हुआ है। सरजमीं पर बालू का अवैध उत्खनन एवं परिवहन जारी है। वस्तु स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिला मुख्यालय के नाक के नीचे कझिया नदी से बालू का उत्खनन एवं परिवहन दिनदहाड़े साइकिल द्वारा हो रहा है। बालू माफिया के कारण जिला मुख्यालय से सटे कझिया नदी के घाटों पर एक माह पूर्व तक बालू का नामोनिशान मिट गया था। बालू के अभाव में नदी मैदान के रूप में तब्दील हो गई थी। लेकिन सावन माह के शुरूआती दिनों में दो बार पहाड़ी कझिया नदी में पानी लबालब भर जाने के कारण बालू का भी दर्शन होने लगा है। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता एवं बालू के कारोबारियों के कारण नदी में कब तक बालू दिखाई पड़ेगा, यह कहना मुश्किल है। कझिया नदी से पानी खरकने के साथ ही बालू का अवैध ढंग से उत्खनन एवं परिवहन दिनदहाड़े हो रहा है। जिला मुख्यालय से कन्हवारा गांव जाने वाले रास्ते में पुल के पास सुबह से ही बालू कारोबारियों की भीड़ लगने लगती है। नदी में जगह-जगह बालू जमा कर ढेर बनाया गया है। दर्जनों साइकिल के माध्यम से बालू की ढुलाई सुबह से लेकर दोपहर बाद तक होती रहती है। बताया जाता है कि नदी किनारे कभी-कभी ट्रैक्टर भी लगा रहता है, जिस पर बालू लोड किया जाता है। बालू के अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर रोक लगाने की दिशा में खनन विभाग, अंचल प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन का उदासीन रवैया समझ से परे है। कझिया नदी में इस वर्ष बालू जमा होने से जहां कन्हवारा गांव के अलावा नदी के तटवर्ती इलाके में बसे जिला मुख्यालय के लोगों में खुशी का संचार हुआ था, वहीं बालू का उठाव धड़ल्ले से जारी रहने के कारण खुशी काफूर होती जा रही है। लोगों को आशंका है कि बालू उठ जाने के कारण नदी के तटवर्ती इलाकों का जलस्तर फिर नीचे चला जाएगा। मालूम हो कि नदी से बालू का नामोनिशान मिट जाने के कारण नदी के कमांड क्षेत्र में स्थित जिला मुख्यालय एवं ग्रामीण इलाकों में जल स्तर पाताल पहुंचता जा रहा है। गर्मी के मौसम में कुएं एवं हैंडपंप जवाब देने लगते हैं। पर्यावरणविदों का मानना है कि नदी में बालू रहने की स्थिति में जल स्तर मेंटेन रह सकता है।
25 टीबी मरीजों को पोषाहार सामग्री वितरित
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। सदर अस्पताल, गोड्डा स्थित जिला यक्ष्मा केंद्र में बुधवार को प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत 25 टीबी रोगियों को निक्षय मित्र के द्वारा पोषाहार टोकरी का वितरण किया। टीबी रोगियों को मदद के लिए एसएस क्लीनिक, भतडीहा, गोड्डा के डॉ. अशोक कुमार एवं डॉ. अमित कुमार की ओर से 10 टीबी रोगियों को, डॉ. प्रभा रानी, आर्यन क्लीनिक, सरकंडा चौक, गोड्डा के द्वारा 10 टीबी रोगियों को एवं डॉ. अजय कुमार झा, प्रोफेसर कॉलोनी के द्वारा पांच टीबी रोगियों को पोषाहार टोकरी का वितरण किया गया। सभी निक्षय मित्रों के द्वारा 5वें माह का पोषाहार टोकरी का वितरण किया गया। मौके पर वरिष्ठ डॉक्टर अशोक कुमार, डॉ. प्रभा रानी प्रसाद एवं डॉ. अजय कुमार झा उपस्थित थे। सभी चिकित्सकों ने रोगियों से व्यक्तिगत तौर पर बात किया। उपस्थित रोगियों में से एक ऐसी टीबी मरीज भी उपस्थित थीं, जो शुरूआत में तो काफी कमजोर थीं, परंतु पोषाहार टोकरी ग्रहण करने के उपरांत अब वह बेहतर ढंग से चल-फिर पा रहीं थीं। मौके पर उपस्थित सभी टीबी रोगियों से निक्षय मित्र सह डॉक्टरों के द्वारा आत्मीयता तथा सहानुभूति पूर्ण ढंग से बात की गई। टीबी रोगियों को गुणवत्तापूर्ण आहार के संदर्भ में बताया और समय-समय पर उपलब्ध कराई गई मुफ्त दवाई लेने को भी कहा। मौके पर जिला यक्ष्मा केंद्र के डीपीसी दीपक कुमार, एसटीएस महेंद्र त्यागी, एसडीएलएस मुकेश कुमार थे। डॉक्टर परमानंद दर्वे, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन डॉ. अनंत कुमार झा ने संबंधित संस्थान को धन्यवाद देते हुए इनसे प्रेरणा लेकर जिला अंतर्गत अन्य संस्थान एवं सक्षम लोगों से टीबी रोगियों को गोद लेने का आह्वान किया।
पेयजल आपूर्ति योजना को मंत्रिमंडल से तकनीकी स्वीकृति मिलने पर महागामा वासियों में हर्ष
- विधायक दीपिका के प्रति जताया आभार
गोड्डा/महागामा। कार्यालय संवाददाता। झारखंड मंत्रिमंडल की बैठक में मंगलवार को महागामा नगर पंचायत शहरी क्षेत्र पेयजल आपूर्ति योजना को तकनीकी एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। पेयजल आपूर्ति योजना को तकनीकी स्वीकृति मिलने से महागामा वासियों में हर्ष है। पेयजल संकट का गंभीरता पूर्वक सामना कर रहे महागामा नगर निकाय के नागरिकों ने योजना को स्वीकृति मिलने पर स्थानीय विधायक दीपिका पांडेय सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया है। बताते चलें कि महागामा शहरी क्षेत्र में पेयजल को लेकर नगर वासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों को पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिए विधायक दीपिका गंभीरता से प्रयासरत रही हैं। विधायक के नाते लोगों को पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिए उन्होंने सरकार पर दबाव बनाने का काम किया। झारखंड के मुख्यमंत्री एवं पेयजल स्वच्छता मंत्री से महागामा नगर वासियों के पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए मुखर होकर लगातार कदम उठाती रही हैं। परिणाम स्वरूप महागामा नगर पंचायत वासियों के लिए केन्द्र प्रायोजित योजना अटल नवीकरण एवं शहरी परिवर्तन मिशन 2.0 (अमृत 2.0) अंतर्गत 8301.21 लाख रुपए की लागत पर तकनीकी स्वीकृति प्राप्त महागामा शहरी जलापूर्ति परियोजना की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गई है। विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि जल्द से जल्द इसके लिए टेंडर निकाला जाएगा, ताकि महागामा नगर वासियों को पेयजल की समस्या दूर हो सके। विधायक ने कहा कि महागामा पीएचईडी कार्यालय परिसर में पानी टंकी बनने के बावजूद महागामा शहर वासियों के घर तक पानी नहीं पहुंच सका और यह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। झारखंड कैबिनेट में पास होने के बाद अब जल्द से जल्द नगर वासियों की पेयजल की समस्या दूर हो जाएगी। विधायक ने कहा कि आपकी समस्या मेरी समस्या है। आपके हर समस्या के समाधान के लिए वे लगी हैं। उम्मीद है कि जल्द ही महागामा नगर वासियों को नगर पंचायत के द्वारा पेयजल मुहैया कराने की दिशा में कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। विधायक ने कहा, महागामा नगर पंचायत का सबसे बड़ा कार्य प्राचीन दुर्गा मंदिर समीप विलीन हो रहे पोखर का सौंदर्यीकरण कार्य जारी है। नगर वासियों के घर तक सभी मोहल्लों में पेयजल पाइप लाइन के द्वारा पानी पहुंचे इसके लिए वे वचनबद्ध हैं। विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि नगर पंचायत क्षेत्र में सड़क और नाले निर्माण कार्य तेजी से किया जाएगा। गली मोहल्ले में सड़क, पूर्व में बने जर्जर पीसीसी सड़क एवं नाले का निर्माण कार्य नगर पंचायत के द्वारा आने वाले दिनों में जल्द ही होने वाला है।
हरियाली से आच्छादित होगा गोड्डा कॉलेज
-कॉलेज की सीमा पर पौधा लगाने का कार्य शुरू
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। ‘आओ कॉलेज हरा-भरा बनाएं’ अभियान के तहत गोड्डा कॉलेज की सीमा पर पौधा लगाने का अभियान प्रारंभ हो गया है। इस मौसम में गोड्डा कॉलेज में 500 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसका आरंभ करते हुए बुधवार को प्राचार्य डॉ. इंदिरा तिवारी के नेतृत्व में एनएसएस के विद्यार्थियों ने लगभग 100 पौधे लगाए। मौके पर कॉलेज की आईक्यूएसी टीम के सदस्य भी मौजूद थे। कॉलेज की सीमा पर 500 गढ्ढे किए जा रहे हैं। कम बरसात और अधिक धूप को देखते हुए पौधे लगाने में संयम बरता जा रहा है। गोड्डा कॉलेज की सीमा पर कटहल,जामुन, अमरुद, महोगनी, श्रीष, अशोक, सागवान आदि लगाए जा रहे हैं। ज्ञात हो कि गोड्डा कॉलेज कैंपस पहले से हरा-भरा है। लेकिन यहां और भी पेड़ लगाए जाएंगे। गोड्डा कॉलेज की प्राचार्य डॉ. इंदिरा तिवारी ने कहा कि वन विभाग के सहयोग से दक्षिणी- पश्चिमी कोने के तालाब को और भी आकर्षक और सुंदर बनाया जाएगा।
ज्ञात हो कि गोड्डा कॉलेज कैंपस में 1970 के दशक में काजू के पेड़ का एक बड़ा बाग था। लेकिन समय के साथ और लकड़ी, मिट्टी, पत्थर के तस्करों के कारण सारे काजू के पेड़ विलुप्त हो गए। पौधा रोपण अभियान में प्रो. बलभद्र प्रसाद सिंह, डॉ. ज्योति पंकज, डॉ. गणेश राम, डॉ. सच्ची स्नेहा, प्रोफेसर पर दीनाथ प्रोफेसर योगेश किस्कू, डॉ. पंकज कुमार, डॉक्टर महताब, डॉ. बासुकीनाथ सहित बड़ी संख्या के हॉस्टल के छात्र एवं बीएड के छात्र मौजूद थे।
नप के सफाई कर्मियों ने कार्यपालक पदाधिकारी पर लगाया मनमानी का आरोप
- उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी की कार्यशैली के कारण सफाई कर्मियों में असंतोष गहराता जा रहा है। सफाई कर्मियों ने पदाधिकारी पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। पदाधिकारी के मनमाने रवैये से आहत सफाई कर्मियों ने उपायुक्त के नाम ज्ञापन उनके कार्यालय कर्मी को समर्पित किया। उपायुक्त जिशान कमर को आवेदन देने बुधवार को सफाई कर्मी समाहरणालय पहुंचे। लेकिन उनकी मुलाकात उपायुक्त से नहीं हो पाई। जिसके बाद सफाई कर्मियों ने उपायुक्त कार्यालय में कार्यालय कर्मी को उपायुक्त के नाम ज्ञापन दिया। सफाई कर्मियों ने आवेदन के माध्यम से उपायुक्त को लिखा कि बीते 20 मई, 2023 को लिखित समझौता होने के बावजूद हमारी मांगों की पूर्ति की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। दिनांक 25 जुलाई 2023 को सफाई कर्मी रंजन मोहली के 14 वर्षीय पुत्र की मृत्यु हो गई। जब वह दाह संस्कार के लिए लंबित बकाया वेतन मांगने गये तो कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा मिलने से भी मना कर दिया गया और किसी प्रकार की मदद नही दिया गया। वहीं सिटी मैनेजर मुर्तजा अंसारी को फोन करने पर भी कोई भी जबाब नहीं दिया गया। इसी दौरान 25 जुलाई 2023 को कंप्यूटर ऑपरेटर आलोक सिंह द्वारा वेतन मांगने पर उन्हें कार्य से मुक्त कर दिया गया। सफाई कर्मी गरमू मेहतर, मुनीलाल मुर्मू एवं लालमुनी देवी, जो कि दो-तीन वर्ष पहले ही सेवा निवृत्ति हो गए हैं ,इनको किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया गया है। ज्ञापन में कहा गया है कि कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा सिर्फ कर्मियों का प्रभार मनमाने तरीके से आदान-प्रदान किया जाता है। इसको लेकर सफाई कर्मियों ने उपायुक्त से निवेदन करते हुए लिखा है कि कार्यपालक पदाधिकारी, गोड्डा के मनमानी रूप से कार्य करने पर रोक लगाने की कृपा की जाय। वहीं बीते दो माह पूर्व हुए समझौते पत्र की प्रति को भी आवेदन के साथ संलग्न कर दिया गया। सफाई कर्मियों का नेतृत्व नगर परिषद सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष सुमेश्वर मेहतर कर रहे थे। मालूम हो कि प्रभारी अनुमंडल पदाधिकारी जेसी विनीता केरकेट्टा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के प्रभार में हैं।