हाल सारठ मध्य विद्यालय का, नामांकित बच्चे 310 और स्वेटर मिला मात्र 134
सारठ/संवाददाता। लॉकडाउन में सभी विद्यालय बंद रहने से छात्र-छात्राएं घर पर ही थे। बावूजद सरकार द्वारा बच्चों को चावल और राशि भेजा जा रही है, लेकिन छात्र-छात्राएं के कुल संख्या के अनुपात में पैसा नही भेजने पर उस राशि को छात्रों को बांटने में स्कूल के अध्यक्ष व सचिव को काफी परेशानी हो रही है।
सारठ बालक स्कूल के अध्यक्ष गौतम कुमार दे ने बताया कि पहले जहां विद्यालय व्यवस्था संचालन के लिए 75 हजार आता था अब मात्र 25 हजार आया है। इतनी कम राशि मंे क्या होगा। इस विद्यालय में कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक मे कुल 310 छात्र है और किट के लिए 15 हजार आवंटन मिला है। इस पैसे से बच्चों की पढ़ाई के पाठ्य सामग्री खरीदना संभव नहीं है। स्कूल के अध्यक्ष रहने के कारण लोग हमसे सवाल पूछते है।व् ाही स्कूल के प्रधानाध्यापक सह सचिव इदरीस अंसारी ने बताया कि 100 में से 68 प्रतिशत छात्र-छात्राओं के लिए पैसा व चावल भेजा गया है। जिससे देने में परेशानी हो रही है। यहां 310 छात्र है ंजिसमे 134 बच्चे को ही स्वेटर जूता मिला है। वही स्कूल के प्रबंधन के अध्यक्ष व समिति के सदस्यों ने बताया कि स्टॉक रूम से चावल बांटने के लिए 10-10 बोरा ही लाया जाए ताकि संख्या का पता चल सके। हालांकि सभी ने बताया कि हमसब की देखरेख में ही सामग्री दी जाती है। मौके पर शिक्षक स्कंद कुमार, भास्कर झा, गोपाल पंडित, पारा शिक्षक रामजीवन साह, वीरेन्द्र कुमार शर्मा, प्रबंधन समिति के कल्याणी देवी, रितेश राव, जयकुमार मंडल, छोटू वर्मा समेत अन्य उपस्थित थे।