चकाई। संवाददाता। प्रखंड के पेटारपहाड़ी पंचायत अंतर्गत जलखरिया गांव स्थित काली मंदिर के प्रांगण में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अष्टयाम संकीर्तन का आयोजन किया गया। अष्टयाम संकीर्तन का आयोजन ग्रामीणों द्वारा आपसी अर्थदान के द्वारा किया गया। कीर्तन मंडली द्वारा प्रस्तुत हरे राम हरे राम हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे की धुन से ग्रामीण क्षेत्रों का वातावरण भक्तिमय बना रहा। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि अष्टयाम संकीर्तन को लेकर आयोजन समिति की ओर से 24 घंटे का अष्टयाम का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि अष्टयाम संकीर्तन को लेकर ग्रामीण लोगों की भूमिका सराहनीय रहा। युवाओं ने मंदिर परिसर को साफ-सफाई कर सजाया है। ग्रामीणों ने बताया कि हर वर्ष हर्षोल्लास से अष्टयाम संकीर्तन का आयोजन करते हैं जिससे कि गांव में एकता, समरसता, भाईचारा बना रहे और घरों में सुख, शांति और समृद्धि आए।
बाराजोर हाई स्कूल में भीषण गर्मी से तीन छात्रा की अचानक बिगड़ी तबीयत
झाझा। संवाददाता। बढ़ती गर्मी, चिलचिलाती धूप मानो आसमान से आग का गोला बरस रहा हो और ऐसे में प्रधान सचिव के के पाठक के दिशा निर्देश पर सरकारी विद्यालय में पठन पाठन का कार्य जारी है, जिसका नतीजा स्कूली शिक्षक-शिक्षिकाएं सहित छात्र-छात्राओं पर पड़ रहा है। भीषण गर्मी के कारण दस दिन पूर्व बैजला में एक शिक्षक की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी, वही बुधवार को प्रखंड क्षेत्र के बाराजोर हाई स्कूल में भी तीन छात्रा की तबीयत बिगड़ गई। दरअसल विद्यालय में पठन पाठन का कार्य चल रहा था कि तभी कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा सीता कुमारी, सहनीय प्रवीण अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी तो वही कक्षा चार में भी अर्चना कुमारी की भी तबीयत अचानक भीषण गर्मी के कारण बिगड़ गई। विद्यालय में छात्रा के अचानक बेहोश होने के बाद लोगों के बीच अफरा तफरी का माहौल बन गया और लोगों ने तुरंत सभी छात्रों को पानी छिड़कते हुए होश में लाया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छात्राओं को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में दी जानकारी
झाझा। संवाददाता। विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस पर स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देश पर बालिका उच्च विद्यालय में रेफरल अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से छात्राओं के बीच जागरूकता को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें डॉ. नौशाद, डॉ. नाहीद, सीएचओ पूजा कुमारी, जीएनएम कुमारी सिंपी, एएनएम प्रिया, युवा क्लिीनिक इंजार्च राहुल कुमार टीम में शामिल थे। डॉक्टर नौशाद और डॉ. नाहीद ने छात्राओं को बताया कि यह विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाने के पीछे का उद्ेश्य महिलाओं को माहवारी के दौरान साफ-सफाई से जुड़ी किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और इससे स्वास्थ्य पर कैसे असर पड़ता है। डॉक्टर ने आगे बताया कि माहवारी के दौरान अपने शरीर को स्वच्छ रखे ताकि संक्रमण का असर न हो। डॉक्टरों ने आगे बताया कि यह दिवस महिलाओं, लड़कियों में उन खास दिनों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता के प्रति बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है।
अंचलाधिकारी का जनता से दुर्व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण : भाकपा माले
सीओ की कार्यशैली में सुधार नहीं तो होगा आंदोलन
प्रत्येक दिन झारखंड के देवघर से आते हैं कार्यालय, जबकि चकाई में बना है सरकारी आवास
चकाई। संवाददाता। चकाई के अंचलाधिकारी राजकिशोर साह का आम लोगों के साथ व्यवहार काफी दुर्भावनापूर्ण है। ये लोगों को अंचल कार्यालय के आस पास बैठने तक नहीं देते। इससे आम आवाम काफी परेशान हैं। अंचलाधिकारी पर उक्त आरोप भाकपा माले के प्रखंड सचिव कॉमरेड मनोज कुमार पांडेय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लगाई है। उन्होंने कहा कि अंचलाधिकारी अंचल कार्यालय में अपनी शिकायतों और समस्याओं को लाने वाले जनता के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। इसकी लगातार शिकायत भाकपा माले कार्यालय में आ रही है। उन्होंने कहा कि चकाई प्रखंड का भौगोलिक क्षेत्रफल काफी बड़ा है। इसके कारण 50 से 60 किलोमीटर की दूरी तय कर लोग अपनी समस्याओं को लेकर अंचल कार्यालय तक पहुंचते हैं। लेकिन अंचलाधिकारी चकाई में ठहरने के बजाय देवघर में रहते हैं। इसके कारण वे हमेशा कार्यालय काफी देर से पहुंचते हैं। इस दौरान कार्यालय के बगल में स्थित चाय-नाश्ता की दुकानो पर बैठकर लोग अंचलाधिकारी के कार्यालय आने का इंतजार करते हैं। परंतु जनता के बैठने की जगह पर इनके द्वारा जला हुआ मोबिल का छिड़काव करवा दिया गया है जो काफी अशोभनीय हरकत है। भाकपा माले इनके इस तरह के व्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा करती है। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता खत्म होते ही ऐसे तानाशाह और अमर्यादित आचरण रखने वाले सीओ के विरुद्ध भाकपा माले जोरदार आन्दोलन करेगी। साथ ही, सीओ के चकाई के बजाय झारखंड प्रदेश के देवघर में ठहरने पर इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी जाएगी।
रोहिणी नक्षत्र के तपन से गिद्धौर की सड़कें हुईं वीरान
चिकित्सक की सलाह : ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं
ज्योतिषाचार्य की सलाह : नौतपा के दौरान सूर्यदेव की उपासना से आयेगी खुशहाली
गिद्धौर। संवाददाता। रोहिणी नक्षत्र में तपती गर्मी से गिद्धौर की सड़कें वीरान हो गई है। तेज गर्मी और लू की वजह से लोग घरों में दुबके हैं। फल-सब्जियों के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। चापानल का लेयर नीचे चला गया है। ग्रामीणों को भीषण गर्मी से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम रिपोर्ट के अनुसार, तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जबकि तपिश 51 डिग्री सेल्सियस तक की महसूस की जा रही है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, सूर्य शनिवार 25 मई को सुबह 03:15 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश किए हैं। यह 2 जून रविवार तक नौ दिनों का नौतपा रहेगा। इसके साथ ही सूर्य देव 8 जून शनिवार को 1:04 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे, जिससे इन दिनों गर्मी प्रचंड रहेगी व पारा 48 डिग्री के पार कर सकता है।
मान्यता है कि सूर्य की गर्मी और रोहिणी नक्षत्र, जिसका स्वामी चंद्र है के जल तत्व के कारण यह मानसून का नौ दिनों तक गर्भ आ जाता है और इसी कारण नौतपा को मानसून का गर्भकाल माना जाता है। ऐसे में जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होता है तो उस समय चंद्रमा नौ नक्षत्रों में भ्रमण करते हैं।
लोक मान्यता है कि अगर नौतपा के सभी 9 दिन पूरे तपें, तो आगे के दिनों में अच्छी बारिश होती है। देश में गर्मी अब अपना प्रचंड रूप दिखाने लगी है, जिसका प्रभाव गिद्धौर और आसपास के क्षेत्रों में भी दिख रहा है।
वहीं नौतपा में भीषण गर्मी से बचाव और स्वास्थ्य के देखभाल के लिए वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. चंद्रेश्वर सिंह ने कुछ बातों का ध्यान रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि नौतपा के दौरान ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, ताकि शरीर में किसी तरह की परेशानी न हो। गर्भवती महिलाओं और बीमार परिजनों का खास ख्याल रखना है। अपनी सभी प्रकार की यात्रा, सफर और बाहर जाना कम से कम 2 जून तक टालें।
वहीं ज्योतिषाचार्य डॉ. विभूति नाथ झा ने कहा कि मान्यता यह भी है कि नौतपा के दौरान प्यासे को जल पिलाने से भगवान सूर्य की कृपा प्राप्त होती है। नौतपा के दौरान सूर्यदेव की उपासना करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। साथ ही, समाज में मान-सम्मान भी बढ़ता है। यदि आपकी कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर है, उसको मजबूत करना चाहते हैं तो नौतपा के दौरान रोजाना सुबह सूर्य देव की अराधना करें और अर्घ्य दें। इसके अलावा आदित्य हृदय स्रोत का पाठ करना भी लाभकारी होता है।
कौवा मरने की संख्या में हो रहा है हिजाफा, लोगों के बीच संक्रमण फैलने का डर
पक्षी विशेषज्ञ ने कहा कि कीटनाशक सामग्री खा लेने से कौवा में बढ़ेगी बीमारी
झाझा। संवाददाता। नगर क्षेत्र के रेलवे कॉलोनी में इन दिनों कौवा पक्षी की मरने का मामला ज्यादा देखने को मिल रहा है। सड़क हो या अन्य कई चीजों पर मृत कौवा को देखकर हर लोग आश्चर्यचकित हो रहे हैं कि आखिर सिर्फ कौवा पक्षी की ही मौत अधिक क्यों हो रही है। लगातार मृत पड़े कौवा सड़क या घर के आसपास होने से लोगों के बीच संक्रमण फैलने का खतरा भी बन रहा है। ऐसे में कई लोग कौवा को इस भीषण गर्मी में पानी की किल्लत बता रहे है तो कई लोग पक्षियों में किसी बीमारी का फैलने की आशंका जता रहे है, कई लोग मोबाइल टावर से निकलने वाले रेडिएशन की बात बता रहे। वही कई लोग सड़क पर तड़पते कौवा को पानी की कमी होने के कारण कौवा को पानी भी पिला रहे हैं लेकिन फिर कौवा की मौत होते जा रही है। रेलवे कॉलौनी में अचानक कौवा की मौत के बढ़ते मामले को लेकर जब पक्षी विशेषज्ञ अरबिंद मिश्रा से पूछे जाने पर उन्होंने पहले भीषण गर्मी का हवाला दिया लेकिन सिर्फ कौवा की मौत की मामले में पूछे जाने पर उन्होने बताया कि किसी कीटनाशक दवा या कोई ऐसा केमिकल जो किसी खाद्य पदार्थ में मिला हो और वह कचरा में फंेका गया जिसे कौवा खा लिया हो, इस वजह से सिर्फ कौवा पक्षी की मौत हो रही है। पक्षी विशेषज्ञ ने आगे बताया कि कौवा में पाचन शक्ति कमजोर होती है जिसके वजह से कौवा की मौत हो रही है। उन्होने बताया कि अगर किसी स्थल पर कौवा की मौत हो गई तो उस स्थल पर मृत पड़े कौवा को मिट्टी में गाड़ दें नही तो उस मृत कौवा से संक्रमण फैलने का खतरा लोगों के बीच हो सकती है।
जमुई सदर प्रखंड मुख्यालय को मिलेगा नया भवन : डीडीसी
डीडीसी ने किया प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण, प्रस्ताव भेजने का निर्देश
डीडीसी ने प्रस्ताव भेजने का दिया निर्देश, कार्यालय की व्यवस्थाएं देखी
जमुई। संवाददाता। उप विकास आयुक्त सुमित कुमार ने बुधवार को जमुई सदर प्रखंड मुख्यालय के साथ मनरेगा कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने इस दरम्यान कहा कि इस प्रखंड मुख्यालय को नया भवन मिलेगा। इसके लिए शीघ्र प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान कार्यालय के विभिन्न अभिलेखों एवं पंजियों को खंगाला। साथ ही मुख्यालय पंजी, लॉग बुक, निर्गत पंजी, प्राप्ति पंजी, कैश बुक आदि का गहन अवलोकन किया। उन्होंने यहां की कार्यशैली पर संतोष जताते हुए कमियों को शीघ्र दूर किए जाने का निर्देश दिया। डीडीसी ने बाल विकास परियोजना कार्यालय, पंचायती राज कार्यालय, आपूर्ति, कृषि कार्यालय, खाद्य महाप्रबंधक कार्यालय, कौशल विकास केंद्र, लोक सेवा केंद्र, निरीक्षण भवन आदि का सूक्ष्मता से अवलोकन किया और वहां की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। उन्होंने प्रखंड मुख्यालय के प्रबंधन और कार्यशैली की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के कर्मियों की समस्याओं का विधि सम्मत ढंग से निराकरण किया जाएगा। डीडीसी ने विकास कार्यों को गुणवत्तपूर्ण तरीके से समय-सीमा के भीतर पूरा किए जाने का निर्देश दिया।
बीडीओ श्रीनिवास ने डीडीसी का तहे दिल से इस्तकबाल किया और उन्हें सदर प्रखंड मुख्यालय की गतिविधियों से वाकिफ कराया। उन्होंने उन्हें सरकार की योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी और उपलब्धियों से अवगत कराया। श्रीनिवास ने प्रखंड मुख्यालय के लिए नए भवन का प्रस्ताव शीघ्र भेजे जाने की बात कही। इस अवसर पर कई पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।
बिहार के बेगूसराय और शेखपुरा में भीषण गर्मी से 30 से अधिक स्कूली छात्राएं बेहोश
बिहार के अधिकतर जिलों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पार
पटना। संवाददाता। बिहार के अधिकतर जिलों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। इस भीषण गर्मी की वजह से बेगूसराय जिले के मटिहानी प्रखंड के मटिहानी मध्य विद्यालय और शेखपुर जिले के मध्य विद्यालय मनकौल में 30 से अधिक छात्राएं बेहोश हो गईं, जिन्हें रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया गया है कि मध्य विद्यालय मटिहानी में पूर्वाह्न 10:00 बजे के करीब स्कूली छात्राएं बेहोश होकर गिरने लगीं। प्रधानाध्यापक चंद्रकांत सिंह ने तत्काल विद्यालय में ही ओआरएस का घोल दिया गया लेकिन इसके बावजूद बेहोश होने का सिलसिला जारी रहा। इसके बाद सभी छात्राओं को मटिहानी रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल, 14 छात्राओं का इलाज मटिहानी रेफरल अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा बलिया के एक निजी स्कूल में गर्मी की वजह से पांच बच्चे बेहोश हो गए। इनमें दो को हालत गंभीर में निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया है।
इस बाबत स्कूल के प्रधानाध्यापक चंद्रकांत सिंह ने बताया कि भीषण गर्मी है। विद्यालय में पंखे भी हैं। बिजली के साथ जनरेटर की व्यवस्था भी की गई है। इसके बावजूद गर्मी की वजह से छात्राएं बेहोश होने लगीं। हालत बिगड़ने के बाद सभी बच्चियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में जिलाधिकारी का कहना है की मामले की सूचना मिली है। इलाज की व्यवस्था करवाई जा रही है।
इधर, शेखपुरा जिले में भीषण गर्मी की वजह से मध्य विद्यालय मनकौल में पढ़ने वाली 12 से अधिक छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। एक के बाद एक छात्राएं बेहोश होकर गिरने लगीं। घटना के बाद शिक्षकों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कुछ छात्राओं को सदर अस्पताल लाया गया। दो छात्राओं को निजी क्लीनिक में भी भर्ती कराया गया है।
गर्मी से सूख रहे हलक, 45 डिग्री चढ़ा पारा, सावधानी आवश्यक
अलीगंज। संवाददाता। रोहिणी नक्षत्र की भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।
लोग गर्मी से त्राही-त्राही कर रहे हैं। दोपहर को ऐसा लगता है जैसे कर्फ्यू लगा हो। सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। लोग गर्मी से बचने के लिए घरों में दुबके रहते हैं। बुधवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री व न्यूनतम 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ने के आसार हैं। यानी अभी गर्मी से राहत के कोई आसार नहीं है। इस बार गर्मी ने पिछले कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। आने वाले दिनों में दिन के साथ-साथ रात का तापमान भी बढ़ने के आसार हैं।
भीषण गर्मी व तेज धूप के साथ-साथ लू चल रही है, जो बहुत ही घातक साबित हो सकती है। लू खास तौर पर बच्चों व बुजुर्गों के लिए मुसीबत से कम नहीं है। बच्चों व बुजुर्गों पर ही इसका सबसे ज्यादा और जल्दी असर होता है। ऐसे मौसम में अगर सावधानी से काम लिया जाए, तो बीमारियों से बच्चों को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लू लगने के लक्षणों में उल्टी-दस्त, शरीर तेज गर्म होना, आंखों का रंग पीला पड़ना व पेशाब पीला आना प्रमुख हैं। इस दौरान भूख कम लगती है और शरीर में कमजोरी आ जाती है।
दोपहर के समय घर से बाहर न जाएं। जरूरी हो तो शरीर को ढंक कर ही बाहर निकलें। कहीं भी जाते समय पानी की बोतल अवश्य साथ में रखें। शरीर में पानी की कमी होने पर ओआरएस का घोल, लस्सी, नारियल पानी, खीरा व तरबूज का सेवन करें। फिल्टर या उबाल कर ही पानी पीएं। बाहरी खाने जैसे गोलगप्पे, चाट पापड़ी व आइसक्रीम से परहेज करें।
वट सावित्री पूजन की तैयारी में अभी से जुट गई है महिलाएं
उपवास व पूजन का बेहद है महत्व, पूजन में निभाई जाती रही है हिन्दू धर्म की मान्यताओं की परंपरा
अलीगंज। संवाददाता। जेठ कृष्ण पक्ष अमावस्या को वट सावित्री पूजा मनायी जाती है। जो इस वर्ष आगामी 6 जून को है। वट वृक्ष की पूजा कर सुहागिन अपने अखंड सौभाग्य की कामना करती है। एक दिवसीय उपवास रखा जाता है। वट सावित्री पूजन की तैयारी में सुहागिन महिलाएं अभी से ही जुट गई है। हिन्दु धर्म के अनुसार, वट सावित्री व्रत का सुहागिन महिलाओं के लिए और अधिक महत्व होता है। इस दिन महिलाएं अपने सुखद वैवाहिक जीवन के लिए वट वृक्ष की पूजन करती है। माना जाता है कि इस दिन सावित्री ने अपने पति सत्यवाण के प्राण यमराज से भी वापस ले लिये थे। तभी से इस दिन को वट सावित्री व्रत के रूप में पति के लंबी आयु के लिए मनाया जाता है। इस व्रत में बरगद पेड़ का खास महत्व होता है।
ज्योतिषाचार्य पंडित पंकज पाण्डेय ने बताया कि वट वृक्ष के जड़ो में ब्रह्मा जी, तने में भगवान विष्णु और पत्तों में भगवान शिव का वास होता है। मां सावित्री भी वट वृक्ष में निवास करती है। वट वृक्ष की पूजा न सिर्फ अक्षय स्वभाव की दीर्घायु भी देता है। इस प्रकार से सुहागिनों के लिए वट सावित्री पूजा का विशेष महत्व होता है।
वट सावित्री व्रत का शुभ मुहूर्त : विद्वान ब्राह्मण बताते हैं कि वट सावित्री व्रत के पूजन में शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना जरूरी होता है। इस वर्ष जेठ अमावस्या तिथि 5 जून की रात 7:54 से शुरू होकर 6 जून की शाम 06.07 बजे तक रहेगी। इस दिन पूजा के लिए सुबह 10 बजकर 36 मिनट से दोपहर 02.04 बजे तक शुभ मुहूर्त है।