- कई मोबाइल और फर्जी सिम बरामद
देवघर/संवाददाता। जिले की साइबर थाना पुलिस ने साराठ और पालोजोरी थाना क्षेत्र से कूरियर बॉय बनकर लोगों को ठगी करने वाले 16 साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है। सभी अपराधी को पूछताछ के बाद गुरुवार को जेल भेज दिया गया। जेल गए पेशेवर अपराधियों में साइन अंसारी, सज्जाद अंसारी, पप्पू दास और मुकेश दास पूर्व में भी साइबर मामले में जेल जा चुका है। साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने बताया कि जेल गए सभी साइबर अपराधी गूगल सर्च इंजन पर कूरियर सर्विस के कस्टमर केयर हेल्पलाइन सर्विस 24*7 का एड चलाकर आम लोगों को झांसे में लेकर सर्वे लिंक भेज कर बैंक डिटेल्स की जानकारी लेकर ऑनलाइन ठगी का काम करते थे।
इनकी हुई गिरफ्तारी : गिरफ्तार साइबर अपराधियों में सफाउल अंसारी ग्राम धावाडंगला, गुलाम अंसारी खुटोजोरी, आसिफ अंसारी पाटनपुर थाना मसलिया जिला दुमका, रशीद अंसारी, मिथुन अंसारी, सईम अंसारी, सज्जाद अंसारी, हुसैन अंसारी, समीर अंसारी, सत्तार अंसारी, रहमत अंसारी ग्राम पथरघटिया, कलामुद्दीन अंसारी पहरूडीह, मुजफ्फर अंसारी ग्राम महुआडाबर थाना पालोजोरी, मुकेश दास, पप्पू दास, धनंजय दास साकिन नया खरना थाना सारठ जिला देवघर के रहने वाले हैं।
क्या-क्या हुआ बरामद : गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 33 मोबाइल 50 फर्जी सिम, एसबीआई क्लासिक कार्ड एक एवं पांच एटीएम कार्ड बरामद किया गया है।
धर्म की भूमि है भारत की भूमि : स्वामी अमृतप्रकाश
- साधना आश्रम जसीडीह में चल रहा है अनुष्ठान
देवघर/संवाददाता। साधना आश्रम जसीडीह में गुरुवार को आश्रम के संस्थापक परम पूजनीय ब्रह्मलीन श्रीराम दास जी महाराज की आठवीं पुण्यतिथि पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ हो गया है। प्रात: 10 बजे साधना आश्रम के प्रधान स्वामी अंगद दास जी महाराज ने समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित कर एवं परिक्रमा कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उनके साथ अन्य स्थानों से पधारे साधु संतों ने भी पुष्प अर्पित कर ब्रह्मलीन स्वामी रामदास जी महाराज की समाधि को नमन किया।
इसके पश्चात पधारे संत स्वामी अमृत प्रकाश जी महाराज ने मंच पर उपस्थित होकर श्री कृष्ण के भजन के साथ प्रथम सत्र का शुभारंभ किया। श्री प्रकाश ने अपने ओजस्वी वक्तव्य में कहा कि भारत की भूमि धर्म भूमि है जबकि विदेशों की भूमि भोग भूमि है। यहां गंगा यमुना जैसी नदियां प्रवाहित होती है। पीपल और बरगद के जैसे पूजनीय वृक्ष है। उनके ओजस्वी प्रवचन से उपस्थित हजारों श्रद्धालु भावविभोर हो गए। तत्पश्चात राजस्थान से पधारे स्वामी खेम दास जी महाराज और एकनाथ जी महाराज ने भी अपने प्रवचन से उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। द्वितीय सत्र संध्या चार बजे प्रारंभ हुआ। मौके पर पश्चिम बंगाल, झारखंड बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा से आए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। स्वामी अंगद दास जी महाराज ने बाहर से पधारे संतो को देवघर की पुण्य भूमि में आने के लिए साधुवाद दिया। शुक्रवार को यहां पहले सत्र में संत समागम और रात्रि में भव्य जागरण का आयोजन किया गया है। साधना आश्रम से जुड़े श्रद्धालु और शिष्य अनुष्ठान को सफल बनाने में जुटे हैं।
नर्सिंग होम में मारपीट मामले में छह साल बाद आया फैसला
- न्यायालय ने सभी आरोपियों को दोष मुक्त दिया करार
देवघर/वरीय संवाददाता। शहर के त्रिदेव हॉस्पिटल आईसीयू एंड डायलिसिस सेंटर में वर्ष 2017 में चिकित्सकों की लापरवाही से एक व्यक्ति की मामले में हंगामा हुआ था। जिसमें हॉस्पिटल की डॉ. नमिता द्वारा मृतक मरीज के परिजनों पर मारपीट का झूठा मुकदमा किया था। छह साल तक चले इस मुकदमे में तमाम सबूतों के मद्देनजर फैसला सुनाते हुए सीजेएम की अदालत ने इस मामले के आरोपी मृत्यंुजय कुमार पंडित, डॉ मृत्यंुजय कुमार पंडित, नीरज कुमार एवं नवेन्द्र कुमार को दोष मुक्त करार दिया है।
जानकारी के अनुसार चार फरवरी 2017 को शहर के विलिम्यस टाउन निवासी प्रेम कुमार किडनी के मरीज थे। उनका ऑपरेशन जल्द ही होना था और अंतिम डायलिसिस के लिए उन्हें त्रिदेव हॉस्पिटल लाया गया था। जहां चिकित्सक की गैर मौजूदगी में कम्पाउंडर ने डायलिसिस कर दिया और लापरवाही की वजह से मरीज की मौत हो गयी। इसकी सूचना मिलने पर भारतीय प्रजापति हीरोज ऑर्गेनाइजेशन के सदस्य हॉस्पिल पहुंचे और पूरी जानकारी ली। जिसमें चिकित्सक की पत्नी ने यह स्वीकार किया कि चिकित्सक की गैर मौजूदगी में डायलिसिस किया गया था सूचना पर पुलिस आयी और बाद में अस्पताल प्रबंधन ने इन चारों पर मारपीट का झूठा मुकदमा कर दिया।
इस झूठे केस के विरोध में भारतीय प्रजापति हीरोज ऑर्गेनाइजेशन के अलावा यदुवंशी सेना ने लगातार आंदोलन किया था। इतना ही भाजपा के गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे ने भी घटना की निष्पक्ष कराकर दोषी चिकित्सक पर कार्रवाई की मांग थी। इधर न्यायालय का फैसला आने के बाद झूठे मुकदमे में फंसाये गये लोगों ने कहा कि फैसले का स्वागत। इस फैसले से दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।