कानून संगत कार्य करना पुलिस की पहली जिम्मेदारी
मिहिजाम/संवाददाता। ‘साइबर क्राइम जामताड़ा जिला ही नहीं, बल्कि प्रदेश सहित देश के लिए भी चुनौती का विषय है, क्योंकि यह मामला पूरी तरह से टेक्नोलॉजी से रिलेटेड है। इसपर पुलिस की पैनी नजर है।’ उक्त बातें पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार सिन्हा ने मिहिजाम में कहीं। वे मिहिजाम थाना क्षेत्र के केवटजाली में क्राइम मीटिंग के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एसपी ने माना कि साइबर अपराध टेक्नोलॉजी से रिलेटेड है, जो जामताड़ा ही नहीं, बल्कि झारखंड के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी हो रहा है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि इस पर पुलिस पूरी तरह से पैनी नजर रखे हुए है। एसपी से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या जामताड़ा में किसी दूसरे देश से एक्सपर्ट साइबर क्राइम पर शोध करने आ रहे हैं तो एसपी ने इसका खंडन करते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। एसपी ने बताया कि पिछले माह की अपेक्षा मेजर हेड जैसे क्राइम में कमी आई है। एक-दो मामले, जिसमें मर्डर जैसे अपराध भी हुआ है तो उसका उद्भेदन पुलिस ने किया है। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि कानून संगत कार्य करना पुलिस की पहली जिम्मेदारी है, जिसके तहत पुलिस कार्य कर रही है। हालांकि पुलिस अधीक्षक ने माना कि कुछ लोग दबाव बनाकर या दबाव डालकर कार्य कराना चाहते हैं लेकिन पुलिस दबाव में न आकर कानून संगत कार्य करे।
उन्होंने जिले के लोगों से अपील की कि साइबर जैसे टेक्नोलॉजी से रिलेटेड क्राइम को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्रकार के लिंक को मोबाइल या लैपटॉप में शेयर या छेड़छाड़ न करें, क्योंकि साइबर अपराधी इन दिनों नए-नए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लोगों से ठगी करने में जुटे हैं। इससे लोगों को बचना चाहिए। क्राइम मीटिंग के दौरान हेड क्वार्टर डीएसपी संजय कुमार सिंह, एसडीपीओ, जामताड़ा अरविंद उपाध्याय, एसडीपीओ नाला मनोज झा, साइबर डीएसपी सुमित कुमार, प्रशिक्षु आइपीएस-सह-करमाटांड़ थाना प्रभारी हरविंदर सिंह, प्रशिक्षु आइपीएस-सह-नारायणपुर थाना प्रभारी सुधांशु जैन, नाला इंस्पेक्टर मनोज सिंह, जामताड़ा इंस्पेक्टर रंजीत कुमार सिन्हा, टाउन थाना प्रभारी संजय प्रसाद के अलावा मिहिजाम थाना प्रभारी रौशन कुमार, महिला थाना प्रभारी गोल्डी, जामताड़ा, नाला, बिंदापथर, फतेहपुर, कुंडहित और बागडेहरी के थाना प्रभारी उपस्थित थे।