10 ड्रिल मशीन व कई पोकलेन का किया जा रहा उपयोग
शिकारीपाड़ा/निज संवाददाता। जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के में पत्थरों के अवैध उत्खनन का मामला अक्सर सामने आता है। लेकिन इस बार लीज धारक के द्वारा पत्थर खदान क्षेत्र से अधिक उत्खनन करने का मामला प्रकाश में आया है। दरअसल शिकारीपाड़ा के आमचुआं गांव में महेश यादव नामक एक व्यक्ति ने एक पत्थर खदान लीज करा रखा है। जानकारी के अनुसार इस खदान से उन्हें प्रतिदिन आठ से दस गाड़ी पत्थर उत्खनन का सीटीओ मिला हुआ है। लेकिन इस खदान से प्रतिदिन 70 से 80 गाड़ी बोल्डर का उत्खनन हो रहा है। इसके लिए बकायदा 8 से 10 ड्रिल मशीन, कई पोकलेन लगाए गए हैं। जाहिर है कि माइनिंग नियमों का धड़ल्ले से उल्लंघन हो रहा है। खदान के कर्मी बताते हैं कि महेश यादव जिनके नाम से लीज है, उन्होंने इसे रानेशवर थाना क्षेत्र के आसनबनी गांव के अमित मंडल को यह खदान संचालित करने के लिए दे दिया है। अब अमित मंडल नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है। ओवरलोडिंग कर खदान से पत्थर भेजे जा रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि जब 8 से 10 गाड़ी तक का सीटीओ मिला है तो फिर बाकी का चालान कहाँ से मिल रहा है। जबकि यहां बोल्डर का भी अवैध कारोबार चल रहा है। लीज आठ से दस गाड़ी का और उत्खनन 70 से 80 गाड़ी का होने से भारी मात्रा में राजस्व का नुकसान हो रहा है पर किसी को भी इसकी सुध नहीं है। इस मामले में जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कु ने किसी भी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।