सुबह पांच बजे से ही सड़क पर उतर गये छात्र
-शांतिपूर्ण प्रदर्शन, चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस
-90 :10 से कम के फॉमूर्ले पर कोई समझौता नहीं : सुनील
साहिबगंज/संवाददाता। झारखंड में 60:40 नियोजन नीति को वापस लेते हुए खतियान आधारित नियोजन नीति को लागू कर झारखंड के स्थायी निवासियों को नौकरी प्रदान करने की मांग को लेकर झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के आह्वान पर शनिवार से छात्रों का दो दिवसीय झारखंड बंद शुरू हो गया। पहले दिन शनिवार को निर्धारित समय पर अहले सुबह 05 बजे छात्रों का जत्था महाविद्यालय से प्रदर्शन के लिए निकला। हाथों में मांगों की तख्ती व बैनर लिए छात्र टमटम स्टैंड पहुंचे। यहां छात्रों ने एनएच-80 सड़क व रिफ्यूजी कॉलोनी जाने वाली सड़क पर बांस बल्ली लगा कर सड़क जाम कर दिया। वहीं एक जत्था कॉलेज रोड, बिचला टोला, ग्रीन होटल चौक होते हुए स्टेशन चौक पहुंचा। यहां छात्रों ने प्रदर्शन कर कुछ खुली हुई दुकानों को बंद करा दिया। हालांकि पूरे शहर में लोगों ने स्वत: स्फूर्त अपनी-अपनी दुकानें बंद रखीं। एक टोटो पर सवार छात्र लगातार माइकिंग कर लोगों से सहयोग की अपील करते दिखे। इधर छात्रों का एक जत्था टमटम स्टैंड से कॉलेज रोड होते हुए दुकानें बंद रखने की अपील करते हुए पश्चिमी फाटक पहुंचा। यहां भी छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पारंपरिक तीर-धनुष से लैस छात्र-छात्राओं ने हेमंत सोरेन होश में आओ, हेमंत सोरेन मुदार्बाद, 60:40 नाय चलतो के नारे लगाए, खतियानी नियोजन नीति लागू करो, मूलवासियों को नौकरी दो व अन्य नारे लगाए। छात्र फिर साक्षरता मोड की ओर रवाना हो गए। यहां भी छात्रों ने जम कर प्रदर्शन किया। जहां वाहनों की लंबी कतार लग गई। कई जगह पर आवागमन करने वालों से प्रदर्शनकारियों से बहस भी हुई। हालांकि इमरजेंसी के लिए निकले लोगों को हर जगह आने-जाने दिया गया। शाम 04 बजे तक शांतिपूर्ण बंद के बाद छात्र वापस छात्रावास लौट गए। इसके पूर्व छात्र सुनील सोरेन ने कहा कि 90 :10 से कम की नीति पर कोई समझौता नहीं होगा। अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं पूरी की तो आने वाले चुनाव में हेमंत सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इधर बंद को सफल बनाने में छात्र प्रेम मरांडी, सुनील किस्कू, अजय टुडू, सोनेलाल मुर्मू, प्रवीण महतो, मसीह टुडू, दिलीप दास, चितरंजन प्रशांत, शत्रुघ्न मंडल, महावीर मंडल, विनोद मुर्मू, सुनील सोरेन, गंगा राम मुर्मू, संतोष मुर्मू, विकास मुर्मू, लक्ष्मण टुडू, मेरी बास्की, शर्मिला बेसरा, शीलवंती मुर्मू, संगीता टुडू, सुनीता किस्कू, सुशीला मरांडी, रीता मरांडी, सुशांति मुर्मू सहित सैंकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था में प्रतिनियुक्त सभी दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थे। टमटम स्टैंड पर जिला योजना पदाधिकारी शिशिर कुमार पंडित, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी रितेश यादव, सदर एसडीओ राहुल जी आनंद जी, सदर बीडीओ सुबोध कुमार, नगर थाना प्रभारी शिव कुमार सिंह, साक्षरता चौक पर सदर इंस्पेक्टर शशिभूषण चौधरी, इंस्पेक्टर अमित कुमार, मुफस्सिल थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश, एसआई प्रणीत पटेल, आरपीएफ इंस्पेक्टर महेश चंद्र यादव व अन्य मुस्तैद थे।
बरहरवा और पतना में भी दिखा बंद का असर
बरहरवा। संवाददाता। छात्रों के दो दिवसीय बंद का असर बरहरवा व पतना क्षेत्र में भी देखने को मिला। झारखंड बंद के पहले दिन शनिवार को छात्रसंघ ने बीएसके कॉलेज से एक जुलूस निकाला। जुलूस बरहरवा स्टेशन चौक, मेन रोड़ होते हुए पतना चौक पंहुचा। जहां छात्रों ने 60:40 नियोजन नीति के विरोध में बांस-बल्ली लगा कर जाम कर दिया। जिस कारण बरहरवा-बरहेट मुख्य पथ व पतना-हिरणपुर मुख्य पथ पर पूरी तरह से आवागमन बाधित रहा। जाम के दौरान छात्र-छात्रा 60:40 नियोजन नीति को निरस्त करने, झारखंड के सभी बहाली में स्थायी निवासी शब्द को जोड़ने, खतियानी नियोजन नीति को लागू करने, झारखंड के मूल निवासियों को नौकरी प्रदान करने की मांग कर रहे थे। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बरहरवा एसडीपीओ प्रदीप उरांव, रांगा थाना प्रभारी अमन कुमार, बरहरवा थाना प्रभारी प्रियेश प्रसुन्न, कोटालपोखर थाना प्रभारी सतीष आशीष तिर्की सहित अन्य पुलिस बल मुस्तैद थे।
बोरियो विधायक ने किया बंद का समर्थन
बोरियो। संवाददाता। छात्र संघ के 60:40 नियोजन नीति के विरोध में की गई बंदी का बोरियो विधानसभा के विधायक लोबिन हेंब्रम ने समर्थन किया है। विधायक ने कहा कि उन्होंने शुरू से ही 60:40 नियोजन नीति का विरोध किया है और आगे भी करते रहेंगे। कहा कि हेमंत सरकार ने अब तक न तो स्थानीय नीति बनाई गई और न ही नियोजन नीति। इससे आदिवासियों व मूल निवासियों में सरकार के खिलाफ नाराजगी है। छात्र-छात्राएं अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। विधायक ने कहा कि वे छात्रसंघ की मांग का पुरजोर समर्थन करेंगे।
राजमहल में सामान्य रहा जनजीवन
राजमहल। तीनपहाड़। संवाददाता। झारखंड में 60:40 आधारित नियोजन नीति के विरोध में छात्र संगठनों के संपूर्ण झारखंड बंद का राजमहल में कोई असर नहीं रहा। सभी दुकानें प्रतिदिन की भांति खुली रहीं। वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से चला। कहीं भी बंद समर्थकों की भीड़ नहीं देखी गयी। पूरा शहर सामान्य दिनों की तरह ही अपने कामकाज में लगा रहा। हालांकि बंदी को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में था। एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा के निर्देशानुसार चौक-चौराहों पर पुलिस बल तैनात थे। इसके लिए जिला से अतिरिक्त पुलिस बल भेजी गई थी। थाना प्रभारी कुंदन कांत विमल ने लगातार गश्ती कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया तथा जवानों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया। तीनपहाड़ सहित ग्रामीण इलाकों में भी बंद का कोई असर देखने को नहीं मिला।