-महिला-पुरुषों ने लिया भाग
पाकुड़/निसं। खाटू श्याम जन्मोत्सव के अवसर पर श्याम सेवा मंडल की ओर से शनिवार को शहर के शिव शीतला मंदिर से भव्य निशान यात्रा निकाला गया। यात्रा में श्याम मंडल से जुड़े महिला, पुरुष, बच्चे व बुजुर्गों ने भाग लिया। यात्रा में सजाये गये वाहन में खाटू श्याम की तस्वीर स्थापित कर महिलाएं हाथ में ध्वज लेकर शामिल हुईं। वहीं यात्रा में मौजूद युवाओं ने भजन पर जम कर ठुमके लगाये। यात्रा में जिला के बाहर से आये कलाकारों ने झांकी प्रस्तुत किया। शोभा यात्रा शिव शीतला मंदिर से प्रारंभ हो कर मारवाड़ीपाड़ा, बगानपाड़ा, टीनबंगला पोखर होते मुख्य सड़क से गांधी चौक रेलवे फाटक के पास से वापस मंदिर में समाप्त हुई। वहीं शोभा यात्रा में खाटू श्याम का जम कर जयकारा लगाया गया। शोभा यात्रा का जगह-जगह पर भव्य स्वागत किया गया। लोग अपने-अपने घरों से शोभा यात्रा का आनंद लेते देखे गये। निशान यात्रा निकालने से पूर्व मंदिर प्रांगण में खाटू श्याम की पूजा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया। कई प्रकार के व्यंजन प्रसाद के रूप में अर्पित किये गये। वहीं यात्रा के समापन के बाद सामूहिक भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शोभा यात्रा को सफल बनाने में राजू डोकानियां, श्रवण टेबड़ीवाल, विनोद टेबड़ीवाल, पुरण डोकानियां, निर्मल जैन, राजेश टेबड़ीवाल, संजू टेबड़ीवाल, घनश्याम गोयल, सजन कुमार, अनिल अग्रवाल, भरत टेबड़ीवाल, प्रकाश टेबड़ीवाल, सज्जन टेबड़ीवाल, गोपेश अग्रवाल, अन्नू अग्रवाल समेत दर्जनों लोगों ने अहम भूमिका निभायी।
भक्तों ने मनाया गो-वत्स द्वादशी
पाकुड़िया/संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र में भक्तों ने शनिवार को गो-वत्स द्वादशी मनाया। मौके पर गो पालकों ने गाय-बछड़े की पूजा कर उन्हें भोजन कराया। बताया जाता है कि गो वत्स द्वादशी गाय की महिमा का बखान करने वाला पर्व है। इसमें प्रदोष व्यापिनी तिथि ली जाती है। सायंकाल के समय जब गाय चर कर वापस आए तब गो और बछड़े का गंध आदि से पूजन किया जाता है। पंडितों के अनुसार कम से कम पांच, दस या सोलह वर्ष तक इस व्रत को करने के बाद ही उद्यापन करना चाहिए। इस व्रत को करने वाला अति उत्तम भोगों के साथ-साथ मृत्यु के बाद गो-लोक धाम की प्राप्ति करता है।