-घायल महिला का इलाज कराने के लिए ग्रामीणों ने लिया खटिया का सहारा
महेशपुर/संवाददाता। प्रखंड अंतर्गत बड़केंदुआ गांव की रहने वाली मोनिका हांसदा अपने घर के छत पर कपड़ा सुखाने के लिए चढ़ी हुई थी। अचानक पैर फिसल कर छत से गिरने से महिला को गंभीर चोट आ गई और आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने पास के गांव से गाड़ी मंगवाया। लेकिन ग्रामीणों एवं परिजनों के पास खराब रास्ता एक बड़ी चुनौती थीं। गांव से घायल महिला को निकालने के लिए ग्रामीणों ने बड़ी मेहनत से खटिया एवं लट्ठे के सहारे महिला को गांव के बाहर लाकर उसे गाड़ी पर चढ़ाया। झारखंड अलग हुए 22 साल हो गए और मुखिया से लेकर बड़े-बड़े विधायक एवं जनप्रतिनिधि विकास के नाम पर हुंकार भरते हैं। वहीं दूसरी ओर झारखंड के गरीब लोग खराब सड़क की मार से खून के आंसू रो रहे हैं। जब कभी भी गांव में किसी का अचानक स्वास्थ्य बिगड़ता है और उसे बेहतर इलाज की आवश्यकता होती है या फिर महिलाओं को प्रसव करवाना होता है। ग्रामीणों के सिर पर चिंता की लकीर देखने को मिलती है। ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए जनप्रतिनिधियों को इस ओर ठोस पहल करने की जरूरत है।