प्रावि शहजादपुर के सहायक शिक्षक ने मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री और विधायक से की है अपील
हनवारा/संवाददाता। महागामा प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर के सहायक शिक्षक नूरनबी ने कहा कि झारखंड सरकार राज्य के शिक्षकों से सभी गैर शैक्षणिक कार्य करवा रही है। एक तरफ स्कूल में शिक्षकों की कमी है जिसके कारण बच्चों का पठन-पाठन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। फिलहाल अभी विभाग द्वारा विद्यालय में बच्चों का जाति प्रमाण पत्र फॉर्म जमा करवाया जा रहा है। जाति फॉर्म लेने का आदेश सीओ ने दिया है। शिक्षकों को गैर शैक्षणिक र्काय जैसे बीएलओ, चुनाव में कार्य, वोटर कार्ड को आधार से लिंक करवाना, बच्चों का बैंक में खाता खुलवाना, एमडीएम का रोजाना रिपोर्ट देना, बच्चों के खाते को आधार से लिंक करवाना, पोशाक, छात्रवृत्ति, साइकिल सीडी, जनगणना कार्य और बच्चों की राशि वितरण का कार्य आदि जो भी गैर शैक्षणिक कार्य हैं वह शिक्षकों से ही करवाते हैं। नूरनबी ने कहा कि अगर समय पर सभी कार्य नहीं करने पर उच्च अधिकारियों के द्वारा स्पष्टीकरण या सेलरी बंद कर दिया जाता है। राज्य सरकार उन्हें शिक्षक रहने नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षकों से यह काम सरकार करवाएगी तो बच्चों का पठन-पाठन कैसे हो पायेगा। उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री के साथ महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह से अपील किया है कि शिक्षकों से सिर्फ शैक्षणिक कार्य लिया जाए ताकि बच्चों का भविष्य उज्जवल हो। कक्षा 1 से 8 तक के मध्य विद्यालय में लगभग दो या तीन ही शिक्षक कार्यरत हैं जबकि प्रधानाध्यापक को छोड़ कर शिक्षकों की संख्या 8 रहनी चाहिए। लेकिन किसी स्कूल में दो शिक्षक है तो किसी में चार। ऐसे में बच्चों का पठन-पाठन नहीं हो सकता है जबतक कि गैर शैक्षणिक कार्य लिया जाएगा।