गोड्डा। विधि संवाददाता। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह पीडीजे देवेन्द्र कुमार पाठक एवं सचिव डॉ. प्रदीप कुमार के मार्गदर्शन में सोमवार को सदर प्रखंड के रामपुर पंचायत भवन में चलंत लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार की टीम ने ग्रामीण संगठित मजदूरों को मिलने वाले योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। मौके पर एलडीसीए के राकेश कुमार, अधिवक्ता शेखरचंद्र चौधरी ने कहा कि स्थानीय स्तर पर या अन्य प्रदेशों में काम पर जाने वाले मजदूरों को सबसे पहले श्रम कार्यालय में या पोर्टल पर निबंधन कराना जरुरी है। बिना निबंधन के सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है। बिना निबंधन के अन्य प्रदेशों में काम करने के लिए जाना ही मानव तस्करी को बढ़ावा देता है। इसलिए निबंधन जरूर करायें ताकि सरकार के पास मजदूरों की जानकारी उपलब्ध रह सके। पीएलवी जायसवाल मांझी एवं चंपा कुमारी ने कहा कि निबंधन कराने पर अन्य प्रदेशों में काम कर रहे मजदूरों के साथ किसी अनहोनी घटना होने पर उसकी मदद आसानी से हो सकती है। वहीं स्थानीय स्तर पर भी मजदूरों के लिए पेंशन योजना, सेफ्टी किट योजना, औजार किट योजना, साइकिल सहायता योजना, पुत्र-पुत्री सहायता योजना, निबंधित संगठित बीमा योजना, दुर्घटना सहायता योजना, चिकित्सा सहायता योजना, चिकित्सा प्रतिपूर्ति योजना, नि:शक्तता पेंशन योजना, पेंशन योजना, पारिवारिक पेंशन योजना, अनाथ पेंशन योजना, विवाह सहायता योजना आदि का प्रावधान है।
बाल श्रम उन्मूलन के लिए कई प्रभावी नीतियां और हैं कड़े कानून : कालेश्वर
-बाल श्रम के प्रति लोगों को जागरूक करेगा रथ
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता। अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस पर स्वयंसेवी संगठन साथी, जिला बाल संरक्षण इकाई और श्रम विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बाल श्रम रोकने के लिए जागरूकता रथ को बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विनय कुमार चौधरी, जिला कल्याण पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कलानाथ, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार एवं श्रम अधीक्षक संजय आनंद ने समाहरणालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मौके पर बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार ने कहा कि बच्चों के पढ़ने और खेलने के समय कुछ अभिभावक काम में लगा देते हैं, जो गलत है। इसको रोकने के लिए समाज में जागरूकता की आवश्यकता है। इसी क्रम में जागरूकता रथ निकाली गई है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों अभियान के तहत धावा दल द्वारा चार बाल श्रम करते बच्चों को मुक्त कराया गया है और नियोक्ता के ऊपर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। यह रथ शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में जाकर लोगों को बाल श्रम मुक्त गोड्डा के निर्माण के लिए लोगों को जागरूक करेगा। श्रम अधीक्षक संजय आनन्द ने कहा कि यह पूरे महीने बाल श्रम रोकथाम का अभियान चल रहा है। लेकिन आज विश्व बाल श्रम निषेध दिवस है। जागरूकता रैली साथी संस्था के सहयोग से निकाली गई है। साथी के कार्यक्रम अधिकारी कालेश्वर मंडल ने कहा कि साथी संस्था गोड्डा को बाल श्रम, बाल विवाह एवं बाल तस्करी मुक्त बनाने का अभियान चला रही है। संस्था इस साल जून महीने को बाल श्रम के खिलाफ एक्शन मंथ के रूप में मना रही है। इसके तहत पूरे महीने बच्चों को बाल श्रम और दासता के चंगुल से मुक्त कराने के लिए छापामार कार्रवाई की जाती है और बचाव अभियान चलाया जाता है। मंडल ने यह भी कहा कि आज हमारे देश में बाल श्रम उन्मूलन के लिए कई प्रभावी नीतियां और कड़े कानून हैं। लेकिन जब तक इस बारे में लोगों के बीच जागरूकता नहीं होगी और पूरा समाज इसकी जिम्मेदारी लेकर अपना काम नहीं करेगा, तब तक यह एक चुनौती के रूप में बना रहेगा। हम सभी भारत को बाल श्रम मुक्त बनाने के साथ हर एक बच्चे को एक स्वस्थ, खुशहाल, सुरक्षित और आजाद बचपन देने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इस प्रयास में निश्चित रूप से सफल होंगे। अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम विरोधी दिवस के मौके पर साथी संस्था ने जिला प्रशासन और पुलिस की सहायता से चार बाल मजदूरों को मुक्त करवाया। मौके पर बाल कल्याण समिति के डॉ. नीरज कुमार, संदीप दुबे, बाल संरक्षण इकाई से ओमप्रकाश गुप्ता, राजेंद्र, मोनू, साथी संस्था से विभास चंद्र, हेमकांत मुर्मू, सुबोध कुमार, अनिमेष तिवारी, ब्रज किशोर, जोहन, मीनू, सुनीता, गायत्री, तेरसा, नारायण, नीरज ठाकुर, जुलियास, सीमा, रोशन कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।
सर्वदलीय शोक सभा में प्राचार्य नजीरूद्दीन को दी गयी श्रद्धांजलि
बसंतराय। संवाददाता। मौलाना अबुल कलाम आजाद इंटर कॉलेज, बसंतराय के प्राचार्य डॉक्टर नजीरूद्दीन की अपहरण के बाद हत्या की घटना से प्रखंड क्षेत्र के लोग शोकाकुल हैं। अपहरण एवं हत्या कांड में प्राचार्य के परिवार के लोगों के ही शामिल होने की घटना से लोगों में तरह-तरह की चर्चा का बाजार गर्म है। इस बीच सोमवार को कॉलेज के सभागार में दिवंगत प्राचार्य डॉ. नजीरुद्दीन के निधन पर सर्वदलीय शोक सभा आयोजित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी, राजद के पूर्व विधायक संजय प्रसाद यादव, झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य राजेश मंडल, झामुमो नेता प्रेमनंदन मंडल समेत राजनीतिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक क्षेत्र के अनेक महत्वपूर्ण लोगों के अलावा कॉलेज कर्मी भी मौजूद थे। उपस्थित लोगों ने दिवंगत प्राचार्य डॉक्टर नजीरउद्दीन को दो मिनट मौन धारण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। दिवंगत प्राचार्य डॉक्टर नजीरूद्दीन के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कहा कि वे इस इलाके में तालीम की शमां जलाने वाले वाहिद इंसान थे। बहुत नेक और सादगी भरा जीवन जीते थे। पूर्व विधायक संजय यादव ने कहा कि दिवंगत प्राचार्य से उनका संबंध एक भाई जैसा था। अपने विधायकी कार्यकाल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि प्राचार्य ने अपने लिए और परिवार के लिए कभी कुछ नहीं मांगा। हमेशा कॉलेज की बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास किया। वहीं जेएमएम नेता राजेश मंडल ने प्राचार्य डॉ नजीरूद्दीन को याद करते हुए कहा कि वे बेखौफ और बेबाक व्यक्तित्व के थे। जेएमएम ने प्रेम नंदन मंडल ने कहा कि उनके निधन से व्यक्तिगत नुकसान हुआ है। कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद इंटर कॉलेज का रिजल्ट हमेशा से गोड्डा वासियों को गर्व करने का मौका देता है। मौके पर प्रखंड प्रमुख अंजर अहमद, अंचलाधिकारी मुंशी राम, जिला परिषद सदस्य एहतेशाम उल हक एवं अरशद वहाब, हाजी इकरार उल हसन आलम, प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष आलमगीर आलम, पूर्व प्रमुख नूर मोहम्मद सहित सैकड़ों अभिभावक, शिक्षक और कॉलेज कर्मी मौजूद थे।