गोड्डा। संवाददाता। जन्म मृत्यु निबंधन को लेकर मंगलवार को प्रखंड सभागार, पथरगामा में प्रमुख अवधेश शाह की अध्यक्षता में कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रखंड की अधिकतर सहियाएं उपस्थित थीं। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अमल कुमार ने जन्म मृत्यु निबंधन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 14 जुलाई से 14 अगस्त तक जन्म मृत्यु पंजीकरण का विशेष अभियान चलाया जाएगा। कार्यशाला में जन्म प्रमाण-पत्र की उपयोगिता के बारे में बताया गया। कहा कि जन्म प्रमाण पत्र जन्म तिथि का प्रमाणिक दस्तावेज है। यह स्कूल में दाखिले, राशन कार्ड, वोटर कार्ड, पासपोर्ट आदि बनाने में उपयोगी है। उन्होंने कहा कि मृत्यु प्रमाण पत्र मृत्यु की तारीख का प्रमाणित दस्तावेज है। यह पैतृक संपत्ति के दावे के निराकरण में उपयोगी है। जीवन बीमा के लिए तथा बैंक खातों उपयोगी है। उन्होंने उपस्थित सहियाओं से प्रमाण पत्र की उपयोगिता के बारे में क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने की बात कही ताकि जन्म और मृत्यु का पंजीकरण सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि विगत 5 वर्षों में अस्पताल में संस्थागत प्रसव के तहत जो बच्चे जन्म लिए हैं, उसकी सूची तैयार कर पंजीयन के लिए प्रखंड कार्यालय 15 दिन के अंदर भेजने का निर्देश दिया ताकि14 अगस्त तक जन्म प्रमाण पत्र निर्गत किया जा सके।
विधायक की पहल से गांव में लगा नया ट्रांसफार्मर
गोड्डा। संवाददाता। बसंतराय प्रखंड अंतर्गत ग्राम हिलाबै उत्तरी टोला का 100 केवी ट्रांसफार्मर खराब हो जाने के कारण ग्रामीणों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर बदलने के लिए गोड्डा विधायक अमित मंडल को आवेदन समर्पित किया। समस्या को गंभीरता पूर्वक संज्ञान में लेते हुए विधायक ने बिजली प्रतिनिधि गप्पू सिन्हा को समाधान के लिए आवेदन समर्पित किया, जिसके बाद विभाग की सारी प्रक्रियाओं को कराने के बाद ट्रांसफार्मर निर्गत कराया। इस सराहनीय कार्य के लिए सभी ग्रामीणों ने विधायक अमित मंडल एवं प्रतिनिधि गप्पू सिन्हा को धन्यवाद आभार व्यक्त किया। साथ ही, कहा कि हमारे विधायक हम लोगों की समस्याओं को हमेशा सुनकर समाधान के लिए प्रयासरत रहते हैं जिसके लिए हम सभी ग्रामीण आभारी है। मौके पर उत्तम यादव, रविंद्र मांझी, धीरेंद्र कुमार, संतोष कुमार, विकास पासवान, अशोक कुमार के साथ साथ अन्य ग्रामीण भी उपस्थित थे।
19 साल बाद सावन में बन रहा है अधिकमास का संयोग
मलमास की उत्पत्ति हिरण्यकश्यप से जुड़ी है
हर तीसरे वर्ष में अधिकमास या मलमास की पुनरावृत्ति होना निश्चित है
गोड्डा। संवाददाता। हिंदू धर्म में सावन के महीने को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस माह में शिव भक्त लंबी-लंबी पैदल यात्रा कर कांवड़ में पवित्र नदियों का जल लाते हैं और उस जल से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं। पंडित नितेश कुमार मिश्रा ने बताया कि सावन में इस बार भगवान शिव की पूजा के साथ ही भगवान विष्णु की पूजा का महत्व है। उन्होंने कहा कि इस बार सावन मास के बीच में मलमास यानी कि अधिक मास भी लग रहा है। इसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। इस महीने में भगवान पुरुषोत्तम यानी कि विष्णुजी की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस साल सावन का महीना और भी खास है क्योंकि सावन 59 दिन का रहने वाला है। सावन में मल मास होने के कारण सावन दो महीने का होगा। इस बार कुल 8 सावन सोमवार पड़ रहे है। 4 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो चुका है, ये 31 अगस्त 2023 तक चलेगा। सावन का पहला सोमवार बीत चुका है। पहली सोमवारी पर मंदिरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई।
सावन के महीने में मलमास पड़ने से शिव जी की पूजा-अर्चना का दोगुना फल मिलने वाला है। इससे उन्हें शिव जी को प्रसन्न करके लाभ प्राप्त करने के लिए 8 सावन सोमवार मिलेंगे। सावन में मलमास का पड़ना बेहद शुभ माना जा रहा है। ऐसा संयोग 19 साल बाद बन रहा है। इसके पहले वर्ष 2004 में सावन महीना में अधिक मास का संयोग बना था। अधिक मास को ही मलमास या पुरुषोत्तम मास कहा जाता है। अधिक मास में सूर्य संक्रांति नहीं होती, इस कारण इस महीने का मलमास कहते हैं।
पंडित नितेश कुमार मिश्रा ने बताया कि इस साल विक्रम संवत 2080 में 18 जुलाई मंगलवार से 16 अगस्त बुधवार सन 2023 ई तक अधिकमास (मलमास) रहेगा, जिस महीने में सूर्य की संक्रांति न हो, वह महीना अधिकमास और जिसमें दो संक्रांति हो, वह क्षयमास कहलाता है। ज्योतिष गणित के अनुसार एक सौर वर्ष का मान 365 दिन 6 घंटे और 99 सेकंड के लगभग है, जबकि चंद्र वर्ष 354 दिन और 8 घंटे का होता है। दोनों वर्षमानों में प्रति वर्ष 10 दिन 28 घंटे 9 मिनट का अंतर पड़ जाता है। इस अंतर में सामंजस्य स्थापित करने के लिए 32 महीने 16 दिन, 4 घंटे बीत जाने पर अधिकमास का निर्णय किया जाता है। ज्योतिष के सिद्धांत ग्रंथों के अनुसार एक अधिक मास से दूसरे मलमास तक की अवधि अर्थात पुनरावृत्ति 28 मास से लेकर 36 मास के भीतर होना संभव है। इस प्रकार हर तीसरे वर्ष में अधिक मास अर्थात मलमास की पुनरावृत्ति होना निश्चित है। लोक व्यवहार में इसी को अधिकमास के अतिरिक्त मलमास और आध्यात्मिक विषयों में अत्यंत पुण्यदायी होने के कारण पुरुषोत्तम मास के नाम से जाना जाता है। पंडित नितेश कुमार मिश्रा के अनुसार, मलमास की उत्पत्ति हिरण्यकश्यप के कारण की गई थी। दरअसल, जब हिरण्यकश्यप ने भगवान ब्रह्मा की घोर तपस्या की थी तो उसने वरदान मांगा था कि मुझे कोई न दिन में मार सके, न रात में मार सके, न घर में मार सके, न बाहर मार सके और न कोई मुझे वर्ष के बारह माह में मार सके। हिरण्यकश्यप के वध की कथा तो आपने सुनी ही होगी कि किस तरह नरसिंह भगवान आधे मानव और आधे शेर के अवतार में प्रकट हुए और हिरण्यकश्यप का वध किया। उसके वरदान के अनुसार ही वर्ष में 12 माह की जगह 13 माह किए गए। यह हर तीन साल बाद आता है। इसे आप लीप ईयर की तरह ही मान सकते हैं।
मलमास के महीने में किसी भी प्रकार को शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन, ग्रह प्रवेश, उपनयन संस्कार नहीं होते हैं।
पनप रहे मच्छर से बुखार, कालाजार, मलेरिया, टाइफाईड, डेंगू बुखार होने का डर
महामारी का भी लोगों में है डर
डीडीटी छिड़काव में सिर्फ खानापूर्ति
हनवारा। संवाददाता। बारिश की पानी सड़क, गली, मोहल्लों में जमा होने के साथ ही महागामा प्रखंड क्षेत्र में इनदिनों बीमारी जनित मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ने लगी है। बारिश के दिनों में कोयला पंचायत के बिशनपुर गांव के हरिजन टोला में सड़क पर गंदा पानी जमा हो रहा है, जो महीनों तक रह जाता है। लेकिन इसका निदान अभी तक नहीं हो पाया है। वहीं प्रखंड क्षेत्र के हनवारा पंचायत सहित परसा, रामकोल, कोयला, विश्वशखानी, नयानगर, कुशमहरा, भांजपुर, लौगाय आदि में मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है, जिस कारण मच्छरजनित बीमारी होने से लोगों में भय बना रहा है। साथ ही, सड़क पर जमा गंदा पानी से महामारी का भी भय लोगों में बनी हुई है। ग्रामीण अभय कुमार, मकसूद, निरंजन, अशोक कुमार, निर्भय कुमार आदि दर्जनों लोगों का कहना है कि खतरनाक बीमारी से बचाव एवं मच्छर का प्रकोप कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग समय समय पर डीडीटी छिड़काव नहीं करते है और करते भी है सिर्फ खानापूर्ति के लिए कागजों पर सिमट कर रह जाती है। ग्रामीण ने मच्छर से बचाव एवं सड़क पर जमे गंदा पानी निकासी करने की मांग जिला प्रशासन से की है। गौरतलब हो कि क्षेत्र के गांव मुहल्ले, सड़क, तालाब में जहां तहां कचरे के ढेर और गंदगी होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। स्कूल, सार्वजनिक स्थल, छोटा तालाब, नाला आदि तक गंदगी से अछूता नहीं है। यहां पनप रहे मच्छरों से बुखार, कालाजार, मलेरिया, टाइफाईड, डेंगू बुखार और अन्य बीमारियों को धीरे धीरे घर-घर में फैलने की आशंका जताई जा रही है। पानी भरे स्थानों पर मच्छरों की भरमार है। आलम यह है कि यह सब जगहों पर नियमित सफाई में भी कोताही बरती गई है। प्रखंड क्षेत्र में भी इन दिनों मच्छर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सरकारी स्तर पर इसके निदान की व्यवस्था नहीं करने से लोग परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक सरकारी स्तर से इस क्षेत्र में भी मच्छरदानियों का वितरण नहीं हुआ है।
वेतन, पेंशन पर प्रहार नहीं सहेगा कर्मचारी परिवार : रीतेश
महागामा। संवाददाता। झारखंड ऑफिसर्स एंड टीचर फेडरेशन एवं पुरानी पेंशन बहाली के लिए राष्ट्रीय आंदोलन के आह्वान पर महागामा प्रखंड के समस्त विभाग के कर्मचारियों ने अपने कार्यस्थल पर बैच लगाकर जनसेवकों की मांगों का समर्थन किया। ज्ञात हो कि ग्रेड पे घटाए जाने के विरोध में राज्य के जनसेवक विगत 64 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। अनुमंडलीय प्रवक्ता रीतेश रंजन ने कहा कि वेतन, पेंशन पर कोई प्रहार नहीं सहेगा कर्मचारी परिवार। विभाग जनसेवकों की कम संख्या देखकर उनका शोषण करना बंद करें। हमारी संघ उनकी मांग पूरी होने तक निर्णायक लड़ाई लड़ेगी।
गोड्डा जिला जनसेवक संघ के मुख्य सचेतक आलोक कुमार ने कहा कि हमें भरोसा है कि यदि समस्त कर्मचारी अपने आप को एक परिवार के रूप में संगठित कर लें तो विभाग अपने इस आदेश को वापस तो लेगा ही भविष्य में भी ऐसे किसी भी अनैतिक आदेश से पहले उन्हें सौ बार सोचना होगा।
जनसेवक संघ के महागामा प्रखंड संयोजक संजीव कुमार ने कहा कि विभाग को तत्काल इस मामले पर संज्ञान लेकर इसका निराकरण करना चाहिए। इस अवसर पर अबू सालेह, शशिशेखर सिंह, संजय पंडित, गौरव कुमार, अजय जायसवाल, जयप्रकाश राय, मनोहर पोद्दार, विजेंद्र कुमार, अनिल यादव, कविता रानी भगत, सोनी बाजपेई, विनोद कुमार गुप्ता, राजवंशी ब्रह्म, मो. इकबाल, कृष्णा कुमारी, गुरुदेव राम आदि उपस्थित थे।
अवैध बालू लदे तीन मिनी हाईवा जब्त
महागामा। संवाददाता। मंगलवार की अहले सुबह में महागामा थाना क्षेत्र के नुनाजोर चौक समीप अवैध बालू लदे तीन मिनी हाईवा को पुलिस व खनन पदाधिकारी के द्वारा जब्त किया गया। अवैध बालू लदे तीनों मिनी हाईवा को महागामा थाना लाया गया। जिला खनन पदाधिकारी मेघलाल टुड्डू ने बताया कि सुबह करीब तीन बजे थाना प्रभारी अरुण कुमार के साथ तीन मिनी हाईवा जिसमें अवैध बालू लदा था, उस गाड़ी को पकड़ लिया। जिला खनन पधाधिकारी ने बताया कि तीनो मिनी हाईवा पर केस दर्ज कर लिया गया है। वही विभाग की ओर से इस तरह की कार्यवाही से बालू माफियाओं में काफी हड़कंप है।
परिवार स्वास्थ्य मेला पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन
महागामा। संवाददाता। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर मंगलवार को महागामा रेफरल अस्पताल में परिवार स्वास्थ्य मेला पखवाड़ा का कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम के उपरांत चिकित्सा प्रभारी डॉ संजय मिश्रा ने फीता काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। डॉ संजय मिश्रा ने कहा कि परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक तथा जनसंख्या नियंत्रण के लिए नसबंदी एवं महिला बंध्याकरण को लेकर प्रोत्साहित किया जायेगा।
बताया कि हर साल 11 जुलाई को पूरे विश्व में जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। आम लोगों से अपील की और कहा कि लोग जनसंख्या नियंत्रण करने में सहयोग करें तथा स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाकर परिवार नियोजन को सफल बनाएं। बताया कि परिवार स्वास्थ्य मेला 11ज् ाुलाई से 31जुलाई तक चलेगा। बताया इसका मुख्य उद्देश्य मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु में कमी लाना। विश्व जनसंख्या के दिवस पर परिवार नियोजन का साधन पूरे योग्य दंपति को अस्थाई विधि से जोड़ना। बताया कि शादी की उम्र 18 वर्ष से ऊपर होना चाहिए। वहीं पहले बच्चे में दो वर्ष की देरी तथा दूसरे बच्चे में तीन वर्षो का अंतर होना चाहिए। लोगों से अपील है कि स्थाई विधि को अपनाए। वही हमारा स्लोगन है कि हम दो हमारे दो, छोटा परिवार सुखी परिवार। इस मौके पर डॉ अनुज कुमार, डॉ अभिषेक सानू, एफपीबीटीटी के पटेल प्रसाद राम, एफपी सलाहकार राजीव कुमार, प्रधान लिपिक प्रदीप कुमार सहित स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।