बम विस्फोट मामले में प्राथमिकी दर्ज
राजमहल। संवाददाता। राजमहल थाना क्षेत्र के पश्चिमी नारायणपुर पंचायत अंतर्गत खास टोला गांव में देशी बम विस्फोट में 5 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गये थे। अब इस मामले में गांव के चौकीदार के बयान पर अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने जांच तेज कर दी है। घटना से ग्रामीण आक्रोशित हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासनिक उदासीनता के चलते एक सरकारी भवन को जर्जर अवस्था में छोड़ दिया गया है। जिसका उपयोग अपराधी बम रखने के लिए कर रहें हैं और ऐसी घटना घटी है। गौरतलब हो कि खास टोला गांव में एक खंडहर नुमा बाल विकास भवन में सोमवार की संध्या खेलने के दौरान बच्चे प्रवेश कर गए और बम को गेंद समझकर उठा कर फेंक दिया था। जिससे विस्फोट हो गया था। घटना में खास टोला निवासी जियाउल शेख का 7 वर्षीय पुत्र ताहिर शेख, स्व अहमद रजा की 8 वर्षीय पुत्री मोमिना खातून, अमरुद्दीन शेख का 11 वर्षीय पुत्र राकिब शेख, अब्दुल अमीन की 9 वर्षीय पुत्री सखीना खातून सहित एक अन्य बच्चा घायल हो गया था। बच्चों के हाथ तथा पैर में बम के छर्रे व बारूद लग गए थे। आशंका जताई जा रही है कि अपराध कर्मियों ने किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से उक्त स्थल पर बम को छुपा कर रखा था। जिसे बच्चे ने गेंद समझकर फेंक दिया और जोरदार विस्फोट हो गया था।
दूरी में बम फटने के कारण कम हुआ नुकसान
मिली जानकारी के अनुसार खेलने के क्रम में बच्चों ने बम को गेंद समझ कर उठा लिया था और उसे फेंक दिया था। दूरी में बम फटने के कारण बच्चों के सिर्फ हाथ पैर ही गंभीर रूप से जख्मी हुआ। अगर हाथ में लेते ही फैट जाता तो नुकसान ज्यादा हो सकता था।
अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज
मामले को लेकर पुलिस ने अब बम विस्फोट की पुष्टि कर दी है। पूर्व में पटाखे में विस्फोट होने का दावा किया जा रहा था। चौकीदार बदरुद्दीन शेख के बयान पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध थाना कांड संख्या 141/23 में विस्फोटक अधिनियम सहित सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ग्रामीणों का बयान लिया है। उक्त स्थल पर आने जाने वाले संदिग्धों की पुलिस जांच कर रही है। थाना प्रभारी कुंदन कांत विमल ने कहा कि जल्द ही बम रखने वाले को गिरफ्तार किया जाएगा।
क्या कहते हैं मुखिया
मुखिया जमीरुद्दीन शेख ने कहा कि उन्हें घटना के दूसरे दिन विस्फोट होने की जानकारी मिली। उक्त भवन क्यों जर्जर स्थिति में है। इसका उपयोग क्यों नहीं किया जाता। इस बारे में नहीं जानते हैं। हालांकि 3 महीने पूर्व जिला परिषद से भवन निर्माण के लिए शिलान्यास कराया गया है। लेकिन अभी तक कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है।