मुस्लिम समुदाय के लोग धूमधाम से मनाते हैं नबी के जन्म दिन
बसंतराय। संवाददाता । जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में पैगंबर मोहम्मद का जन्म दिन रविवार को सादगी के साथ मनाया गया। प्रत्येक वर्ष ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर जुलूस ए मोहम्मदी का आयोजन किया जाता है। तारीख 12 रबिउल अव्वल को इस्लाम धर्म के अनुयाई पैगंबर ए इस्लाम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की पैदाइश है जिसे मिलादुन्नबी कहा जाता है। ईद मिलादुन्नबी के मौके पर बसंतराय वासी हर साल अपने नबी की याद में जुलूस निकाल कर पैगंबर ए इस्लाम के शांति संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं। जानकारी के अनुसार गुलजार नगर भट्ठा, रूपनी, कासिम अली टीकर से मदरसा अहले सुन्नत फैजाने इस्लाम गुलजार नगर भट्ठा के नेतृत्व में भव्य जुलूस गोपीचक होते हुए बसंतराय पहुंचा। वहीं मांजर, लोचनी गांव के लोग कैथपुरा होते हुए बसंतराय पहुंचे। पड़ोसी प्रखंड के पड़वा, कुमरा कोल होते हुए बसंतराय पहुंचा। बसंतराय प्रखंड मुख्यालय में मुखिया आलमगीर, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष आलमगीर आलम, सुलेमान जहांगीर आजाद, एएम हाशमी एवं अन्य के द्वारा जुलूस का स्वागत किया गया। उसके बाद मदरसा इब्राहिमया गौसुल वरा कदमा के सेक्रेटरी डॉ. सैय्यद शकील अहमद के नेतृत्व में जुलूस क्षेत्र के सूफी संत सैय्यद शाह सगुना रहमतुल्ला के मजार शाहपुर बेलडीहा में पहुंचा जहां सामूहिक रूप से उपस्थित मुस्लिम भाईयों के द्वारा देश में अमन और भाईचारे के लिए दुआ किया गया। दूसरी ओर मदरसा मदीना तुल उलूम राहा से अनोखे अंदाज में जुलूस ए मोहम्मदी निकल कर मशहूर सूफी संत सैय्यद सुल्तान शाह रहमतुल्लाह की मजार पर पहुंच कर शांति समृद्धि के लिए दुआ किया गया। इस्लामी साल के रबी अव्वल महीना की 12 तारीख को पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा (सल.) का जन्म दिन मनाया जाता है। मुस्लिम समुदाय के लोग नबी के जन्म दिन को धूमधाम से मनाते हैं। नबी ए अकरम के वसूलों और कुरआन व हदीस को रोशनी में जिंदगी गुजारने का संकल्प लिया गया। पैगम्बर ए इस्लाम नबी ए करीम पूरे आलम के लिए रहमतुल्लिल आलमिन बन कर आए। उन्होंने नेक रास्ते पर चलने की हिदायत की। एक-दूसरे के साथ अच्छा बर्ताव करने, भाईचारे को बढ़ावा देने, महिलाओं को उनका हक व सम्मान देने का पैगाम दिया। साथ ही अपने जीवन में ऐसा करके दिखाया। आज रात्रि भी क्षेत्र के कई गांवों में हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की जीवनी पर विस्तृत प्रकाश डालने के लिए जलसे का आयोजन किया जाएगा।
ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर निकाला गया जुलूस ए मोहम्मदी
-मुल्क में अमन, चैन और उन्नति के लिए मांगी गयी दुआ
गोड्डा। संवाददाता। ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर रविवार को गोड्डा बाजार स्थित जामा मस्जिद चौक से जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया। जिसकी सदारत गोड्डा बाजार जामा मस्जिद के इमाम मोलाना मोहम्मद आजाद एवं मदीना मस्जिद फसियाडेगाल के इमाम मोलाना मोहम्मद असजद रजा मिसवाह ने संयुक्त रूप से किया। कारगिल चौक असनबनी, फसियाडेगाल नहर चौक, असनबनी मोहल्ला, महावीर नगर, अस्पताल रोड, चपरासी मोहल्ला, न्यू मार्केट गुलजार बाग हटिया चौक होते हुए गांधी मैदान में सभी आशिके रसूल जुटे। तलावते कुरान से प्रोग्राम शुरू किया गया। उसके बाद सभी आलीमे दीन नात एवं पैगम्बर मोहम्मद सललाहो एलेहवसलम पर रोशनी डाली। सलातो सलाम पढ़ा एवं फातिया खानी किया गया और मुल्क में अमन, चैन और उन्नति के लिए दुआ मांगी गई। मौके पर जुलूस को शांतिपूर्ण नियंत्रण करने में मिल्लत फाउंडेशन के सचिव जाहिद इकबाल, सरफराज, इरसाद, अफताब जिम्मी, कासिफ, हैदर, वार्ड पार्षद बगैरह लगे हुए थे। पैगम्बर मोहम्मद सललाहो एलेहवसलम 571 ई. में पैदा हुए। उन्होंने दुनिया को अमन, चैन और इंसानियत का पैगाम दिया। पैगम्बर मोहम्मद सललाहो एलेहवसलम ने बेटियों से मोहब्बत कारने का संदेश दिया।