- जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट की बैठक में उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
- डीएमएफटी के योजनाओं का चयन ग्राम सभा के माध्यम से करें
- 24 सितंबर को जिला स्तर पर सीएमईजीपी से संबंधित ऑनलाइन कार्यशाला का होगा आयोजन
देवघर/वरीय संवाददाता। उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) की बैठक का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। इस दौरान उपायुक्त द्वारा खनन प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न योजनाओं के तहत किये जा रहे कार्यो के अद्यतन स्थिति से अवगत हुए एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को निदेशित किया कि सारे कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से निर्धारित समय से पूर्ण करायें। उन्होंने नवंबर 2020 से लेकर अबतक कितने योजनाओं का चयन हुआ है साथ ही उनकी कार्य प्रगति क्या है की जानकारी संबंधित विभाग के अधिकारियों से लिया गया। साथ ही उपायुक्त द्वारा निदेश दिया गया कि पूर्ण हो चुके कार्यों का जांच कराते हुए अंतिम विपत्र जमा कराया जाय ताकि सारे कार्यो का जिला स्तर से निरीक्षण किया जा सके।
उपायुक्त ने कहा की जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट के तहत प्रभावित क्षेत्रों के बेहतर विकास हेतु जितने भी योजनाओं का चयन किया जाता है सभी का चयन ग्राम सभा के माध्यम से पारदर्शी तरीके से किया जाय, ताकि खनिज प्रभावित उन क्षेत्रों में वहां के परिवेश के अनुसार योजनाओं का चयन किया जाय एवं सही विकास हो सके।
उच्च प्राथमिकता वाले योजनाओं पर संबंधित विभाग खर्च करें राशि : उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी ने बैठक के दौरान सभी को निदेशित करते हुए कहा की डीएमएफटी की राशि को उच्च प्रथिमकता एवम अन्य प्राथमिकता वाले दो भागो में बांटते हुए खर्च किया जाय। उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों यथा- पेजलापूर्ति, स्वक्षता, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट, महिला शिक्षा आदि पर कुल राशि का 60 प्रतिशत खर्च किया जाय जबकि अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर कुल राशि का 40 प्रतिशत खर्च किया जाय। साथ ही योजनाओं का चयन पारदर्शी तरीके से ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से किया जाय। आगे उन्होंने खनन विभाग देवघर, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल देवघर एवं मधुपर, विशेष प्रमंडल देवघर आदि द्वारा खनिज प्रभावित क्षेत्रों के बेहतरी हेतु किये जा रहे कार्यो को लेकर आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया। इसके अलावा उन्होंने जिला खनन फाउंडेशन ट्रस्ट के सभी कार्यकारी विभाग के पदाधिकारीयों को निदेश दिया कि जिला खनन फाउंडेशन ट्रस्ट की अगली बैठक से पूर्व सारी रणनीतियों को तैयार कर लें, ताकि बेहतर और पर्यावरक्षण संरक्षण के उद्देश्य से जिला स्तर पर योजनाओं को धरातल पर उतारा जा सके।
जनकल्याणकारी योजनाओं की विभागवार हुई समीक्षा : उपायुक्त द्वारा बैठक के माध्यम से देवघर जिलांतर्गत विभिन्न विभागों यथा-ग्रामीण विकास, राजस्व, कल्याण, समाज कल्याण, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना आदि जनकल्याणरी योजनाओं के अद्यतन स्थिति से अवगत हुए साथ ही कहा की इन योजनाओं का सीधा संबंध समाज के गरीब एवम जरूरतमंद लोगों के साथ है। ऐसे में इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन जिम्मेदारी एवम बेहतर समन्वय के साथ करें, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों को इन योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। आगे उन्होंने अपर समाहर्ता, जिला कल्याण पदाधिकारी एवम जिला अभियंता को निदेशित करते हुए कहा की कल्याण विभाग के माध्यम से देवघर जिलांतर्गत 5 एकड़ का दो छात्रावास (लड़का एवम लड़की) बनाया जाना है। ऐसे में संबंधित विभाग के अधिकारी एक दूसरे के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जल्द से जल्द डीपीआर तैयार कराते हुए उपायुक्त कार्यालय को प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाय, ताकि राज्य स्तर से इसपर जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ किया जा सके।
उपायुक्त द्वारा मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के संबंध में सभी को जानकारी देते हुए कहा गया की लोगो को आत्मनिर्भर बनाने एवम स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से एक बेहतर योजना है। इसके माध्यम से युवाओं को बेहतर रोजगार से जोड़ने के साथ साथ बेरोजगारी को भी खत्म करने में काफी हद तक सहायक होगा। आगे उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना से संबंधित जिला स्तर पर 24 सितंबर को जिले के सभी अधिकारियों, मुखिया/जनप्रतिनिधियों के साथ ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया है जिसके माध्यम से मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना संबंधित जानकारियां दी जाएगी। ताकि इस जनकल्याणकारी योजना के माध्यम से अधिक से अधिक लोगो को जोड़ा जा सके एवम उन्हे आर्थिक रूप से समृद्ध बनाया जा सके।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने पीएम किसान योजना के तहत डाटा अपलोडिंग, लॉट वेरिफिकेशन के कार्यों में हो रही देरी को लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया, ताकि ससमय कार्यों को पूर्ण किया जा सके। आगे उन्होंने लक्ष्मी लाडली योजना के तहत किये गये कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियेां को निदेशित करते हुए कहा कि दुर्गापूजा से पूर्व सर्टिफिकेट शेष बचे लाभुकों के बीच वितरित किया जाए।
बैठक में कौन-कौन अधिकारी थे उपस्थित : बैठक में उपविकास आयुक्त डॉ कुमार ताराचंद, सिविल सर्जन डॉ युगल किशोर चौधरी, अपर समाहर्ता चंद्र भूषण प्रसाद सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक मंगल सिंह जामुदा, जिला कृषि पदाधिकारी कमल किशोर कुजूर, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी प्रमोद कुमार, जिला खनन पदाधिकारी राजेश कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी दयानंद दुबे, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, देवघर आनंद कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, मधुपर नवीन भगत, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रुन्नू मिश्रा, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी आदि के साथ-साथ संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।