देवघर/वरीय संवाददाता। जिला तेजस्विनी कर्मियों द्वारा जिला बीस सूत्री कार्यालय पहुंचकर जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष मुन्नम संजय को एक मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र के माध्यम से परियोजना कर्मियों ने बताया कि झारखंड सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय अंतर्गत तेजस्विनी परियोजना संचालित है जो 14 से 24 वर्ष की किशोरी युवतियों के सशक्तिकरण हेतु विभिन्न प्रकार के कार्य करती है। इसमें जिले के सैकड़ों कर्मी इस कार्य में लगकर किशोरी एवं युवतियों के हितों में काम करती है। उन्हें कौशल प्रशिक्षण के साथ घरेलू एवं छोटे-छोटे उत्पादन में प्रशिक्षित करती हैं। इन्हें टीकाकरण,पोषण, सुकन्या तथा सावित्रीबाई फुले योजनाओं से लाभ दिलाने, नशा मुक्ति,बाल विवाह, डायन प्रथा, घरेलू महिला हिंसा पर रोकथाम, पशुपालन, बरस,मुर्गी, पालन, टेलरिंग बांस क्राफ्ट, पापड़, अगरबत्ती, हैंडलूम, पोषण बाड़ी आदि कार्यों में प्रशिक्षण देकर निपुण कराकर उन्हें रोजगार से जोड़ने का काम करती है। ऐसे में परियोजना का बंद होने तथा इसका संचालन दूसरे माध्यम से कराने की बात हो रही है। जिस पर परियोजना कर्मियों ने मांग की है कि किशोरी और युवतियों के हितों के लिए इस काम में लगे हजारों महिला कर्मियों का रोजगार छीनने का संभावना प्रतीत होता है। इसलिए इस पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए इस परियोजना का संचालन यथावत रखी जाए। मांग पत्र एफसी प्रीति कुमारी, श्वेता राय, सीसीसी रुपम कुमारी के नेतृत्व में दर्जनों कर्मियों ने दिया। इस दौरान जिला बीस सूत्री सदस्य एवं कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो. उदय प्रकाश, जिला सदस्य दिनेश कुमार मंडल आदि मौजूद थे। मांग पत्र को उपाध्यक्ष ने सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए परियोजना कर्मियों के हितों को देखते हुए आवश्यक निर्णय लेने के लिए राज्य सरकार के विभागीय मंत्री जोबा मांझी के साथ, समिति के अध्यक्ष तथा जिला के प्रभारी मंत्री चंपई सोरेन, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख तथा मंत्री अल्पसंख्यक कल्याण हफिजूल हसन को कापी प्रेषित कर दिया गया। वहीं शहर के वार्ड नंबर-34 के भंडारकोला मोहल्ला में पेयजल की समस्या लेकर पहुंचे। मोहल्लेवासी के आवेदन को गंभीरता लेते हुए पेयजल की अविलंब व्यवस्था करने हेतु नगर आयुक्त देवघर को निर्देशित किया।
संस्कृत भारती का 12 दिवसीय आवासीय संस्कृत प्रशिक्षण वर्ग 23 मई से
- प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होगें देश कई विद्वान
देवघर/नगर संवाददाता। संस्कृत भारती झारखंड के बैनर तले स्थानीय बिलासी टाउन स्थित संस्कृत भारती कार्यालय में आगामी आवासीय शिविर हेतु बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बताया गया कि 23 मई से तीन जून तक स्थानीय मॉडर्न पब्लिक स्कूल सरसा दर्दमारा देवघर में संस्कृत भारती झारखण्ड द्वारा 12 दिवसीय आवासीय भाषाबोधन वर्ग एवं शिविर चालक प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया जाएगा। सम्पूर्ण कार्यक्रम का परिचय देते हुए जिला संयोजक डॉ. अजित नारायण पांडेय ने कहा कि इस वर्ग में सम्पूर्ण झारखण्ड के विभिन्न जिलों से लगभग 200 शिक्षार्थी भाग लेंगे। इस वर्ग में सभी प्रतिभागियों को सरल संस्कृत सम्भाषण एवं सम्भाषण शिविर लगाने हेतु प्रशिक्षण देश के कुशल प्रशिक्षकों द्वारा दिया जाएगा। वर्ग में महिला एवं पुरुषों के लिए आवास एवं भोजन आदि की पृथक व्यवस्था होगी। इस वर्ग की विशेषता यह है कि जो भी प्रतिभागी आएंगे वे वर्ग समाप्ति तक केवल संस्कृत भाषा का ही प्रयोग करेंगे। इस वर्ग में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के कोई भी व्यक्ति, छात्र, छात्रा, महिला, पुरुष अथवा किसी भी व्यवसाय या संस्कृत सीखने के इच्छुक भाग ले सकते हैं। इस आयोजन को सफल बनाने हेतु झारखंड के प्रत्येक जिलों के संस्कृत भारती के कार्यकर्तागण तैयारी में जुटे हुए हैं। इस अवसर पर जिला शिक्षण प्रमुख डॉ. गौतम राजहंस, कार्यालय प्रमुख विकास शाण्डिल्य, महिला प्रमुख चंदा जजवाड़े आदि मौजूद थे। अंत में धन्यवाद ज्ञापन मीडिया प्रभारी हिमांशु कुमार देव ने किया।