- बिहार के समय 650 मंदिर, मठ, आश्रम व धर्मशाला थे निबंधित
- आज बोर्ड के पास मात्र 124 मठ, मंदिर, आश्रम व धर्मशाला का है निबंधन
- सभी धार्मिक स्थलों का विकास करने के लिए बोर्ड गंभीर
- आज कांग्रेस पार्टी बूथ लेवल तक पहुंचकर मजबूत हुई है
देवघर/नगर संवाददाता। झारखंड धार्मिक न्यास बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष जयशंकर पाठक ने कहा कि राज्य के सभी मठ, मंदिर, आश्रम व धर्मशाला का निबंधन बोर्ड में होना जरूरी है। इससे धार्मिक क्षेत्र का विकास करने में सरकार व बोर्ड को बहुत सुविधा मिलती है। उन्होंने कहा कि अब तक झारखंड में तीसरा धार्मिक न्यास बोर्ड का गठन किया गया है। बिहार से बोर्ड को जो सूची मिली थी, उसमें 650 मंदिर, मठ आश्रम व धर्मशाला निबंधित थे, लेकिन आज बोर्ड के पास मात्र 124 मठ, मंदिर, आश्रम व धर्मशाला का निबंधन है। बोर्ड फिलहाल राज्य के सभी धार्मिक क्षेत्रों में स्थित मठ, मंदिर, आश्रम व धर्मशाला का निबंधन कराने पर धार्मिक न्यास बोर्ड जोर दे रही है। उन्होंने आगे कहा कि बाबाधाम से मेरा पुराना रिश्ता रहा है। मेरे पिता स्वर्गीय लंबोदर पाठक ने बाबा मंदिर के समीप धर्मशाला बनवाकर मंदिर प्रशासन को दान दिया था और उन्हीं की कृपा से इस वर्ष मुझे श्रावणी मेले उद्घाटन के मौके पर पूजन करने का अवसर मिला। देवघर में अभी भी बहुत परिवर्तन की आवश्यकता है। यहां होटल बन गए हैं लेकिन गरीब के लिए धर्मशाला व आश्रम नहीं है। मेरा प्रयास रहेगा कि बाबा मंदिर ट्रस्ट का गठन कर ट्रस्ट के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ, पेयजल जैसी सुविधा सहित अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट के तरफ से बने जिससे गरीबों का उद्धार होगा। सरकार के प्रयास से इस वर्ष गंगा की मिट्टी कांवरिया पथ में बिछाया गया है। हम चाहेंगे कि ऐसी ही कच्ची पथ की व्यवस्था देवघर से बाबा बासुकीनाथ तक हो और इस दिशा में मेरी सरकार व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख प्रयासरत है। आगे से मेला की और भी व्यापक तैयारी की जाएगी। इस वर्ष 2 माह तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का लाभ भक्तगण उठावे। यहां सुरक्षा चाक-चौबंद है और सभी सुविधा सरकार की ओर से श्रद्धालुओं के लिए मुहैया कराया गया है। मेरा प्रयास रहेगा कि देवघर से बासुकीनाथ तक जाने के लिए रास्ते में विश्राम स्थल, कच्चा पथ व पेयजल आदि की सुविधा भक्तों को मिले। इसके लिए बोर्ड का प्रयास जारी रहेगा। बाबाधाम व बासुकीनाथ के अलावे झारखंड के रजरप्पा में मां छिन्नमस्तिका मंदिर, हजारीबाग के नरसिंह स्थान में नरसिंह मंदिर, चतरा जिले के इटखोरी में मां भद्रकाली मंदिर, सिमडेगा के रामरेखा मंदिर, अंजनी धाम, रांची की पहाड़ी मंदिर, जगन्नाथ धाम, देउड़ी मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थलों को विकसित करने व पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से धार्मिक न्यास बहुत गंभीर है और इस दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मां छिन्न मस्तिका मंदिर में माथा टेकने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से लोग पहुंचते हैं। वहां अभी सुविधा की कमी है मंदिर प्रांगण छोटा है। हम चाहते हैं कि उसे बढ़ाकर 5 से 10 एकड़ का क्षेत्र बनाया जाए ताकि वह धार्मिक स्थल विकसित हो, पर्यटन वेटिंग हॉल सहित अन्य सुविधा वहां मौजूद हो। मां छिन्नमस्तिका मंदिर दामोदर भैरवी नदी के संगम तट पर स्थित है। यहां पर्यटन की बढ़ावा देने के लिए असीम संभावनाएं हैं। अपने गृह क्षेत्र हजारीबाग के नरसिंह अस्थान मंदिर का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि नरसिंह स्थान मंदिर आस्था का केंद्र है। वहां दूरदराज से शादी विवाह सहित अन्य धार्मिक समारोह के लिए लोग पहुंचते हैं। वहां कैंपस को विकसित करने की जरूरत है। मेरी इच्छा है कि वहां कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले भव्य मेले के मौके पर तीन दिनों का राजकीय नरसिंह महोत्सव में परिवर्तित किया जा सके। इसी प्रकार मां भद्रकाली मंदिर, गिरिडीह के खड़गड़ीहा में लंगटा बाबा की समाधि स्थल आदि सभी धार्मिक क्षेत्रों के विकास के लिए धार्मिक न्यास बोर्ड प्रयत्नशील है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार बोल बहादुर सरकार है। अब तक जमीन पर कोई काम नहीं हुआ है। बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिला है और गरीब और गरीब होते गए हैं। जिससे जनता त्रस्त है और अब कहने लगे हैं कि मोदी नहीं चलेगा। धर्म के नाम पर हम सब चूप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में झारखंड में महागठबंधन लोकसभा चुनाव में मेजर सीट जीतने में सफल होगा। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर साहित्य अन्य नेताओं के प्रयासों से आज कांग्रेस पार्टी बूथ लेवल तक पहुंचकर मजबूत हुई है। जिसका परिणाम आने वाले समय में देखने को मिलेगा।