- लंबी बीमारी के बाद असम कैंप में हो गया था निधन
- तिरंगा ओढ़ाकर दिया गया सम्मान, दी गयी शोक सलामी
सारवां/संवाददाता। थाना क्षेत्र के नकटी गांव सीआरपीएफ के हवलदार जवाहर प्रसाद सिंह की लंबी बीमारी के बाद असम कैंप में निधन हो गया। उनके शव को मेजर पन्नालाल ठाकुर के नेतृत्व में सीआरपीएफ के वाहन से पैतृक गांव लाया गया। गांव शव पहुंचते ही अंतिम दर्शन के परिजन के अलावा ग्रामीणों की भीड़ लग गयी। परिजनों द्वारा परंपरा के अनुसार शव यात्रा निकाल कर 15 किलोमीटर दूर सारवां के जियाखाड़ा मुक्तिधाम में शव को लाया गया। जहां मेजर के नेतृत्व में जवानों मृतक के पुत्र को तिरंगा प्रदान किया। शोक सलामी के बाद आकाशीय फायरिंग कर उन्हें अंतिम विदाई दी गयी। मृतक के बड़े पुत्र सोनम सिंह ने मुखाग्नि दिया। मौके पर सारवां थाना के एसआई गुरूदयाल सब्बर, परिजन अशोक सिंह, दिलीप सिंह, प्रदीप सिंह, मुकेश सिंह, रमेश सिंह, लक्ष्मण चौधरी, मुन्ना राय समेत काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
कृषि मंत्री ने जतायी संवेदना : सूबे के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने सीआरपीएफ के हवलदार जवाहर कुमार सिंह के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में वे परिजनों के साथ हैं।
अवैध बालू लदा ट्रैक्टर पकड़ायाा
सारवां/संवाददाता। थाना प्रभारी प्रदीप लकड़ा के निर्देश पर थाना क्षेत्र में अवैध बालू पर रोक लगाने को लेकर छापेमारी अभियान चला कर एक ट्रैक्टर को पकड़ा गया। थाना प्रभारी ने बताया कि कुशमाहा गांव के समीप अवैध बालू लदा ट्रैक्टर को जब्त कर थाना लाया गया। छापामारी अभियान में गुरूदयाल सब्बर के साथ पुलिस बल मौजूद थे।
मलेरिया जांच को ले रक्त पट का हुआ संग्रह
सारवां/संवाददाता। सारवां सीएचसी सभागार में राष्ट्रीय वैक्टर जनित नियंत्रण केंद्र देवघर के द्वारा मलेरिया रक्त पट संग्रह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन प्रभारी चिकित्सा पदाध्किारी डा बीके सिन्हा की देखरेख में आयोजित किया गया. मौके पर मलेरिया रोग की पहचान के लिये देवघर के डा गणेश कुमार के द्वारा प्रखंड के सहियाओं को रक्त पट संग्रह करने व उसे सुरक्षित रूप से सीएचसी लैब में जांच को पहुंचाने के विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई. इस अवसर पर मलेरिया निरीक्षक मनोज पांडे, जनार्दन यादव, सर्वेश्वर सिंह, जयकांत तांती, चितरंजन सिंह, उदय नारायण झा सहित 160 सहिया उपस्थित थे.
तेज आंधी से घर के उपर गिरा बरगद का पेड़, एक व्यक्ति घायल
फोटो 12 चित्रा 01-गिरे पेड़ को दिखाते पंचायत समिति सदस्य
चितरा/संवाददाता। सोमवार दोपहर के बाद अचानक आई तेज आंधी के कारण थाना क्षेत्र के सिमला गांव में वर्षों पुराना एक विशाल बरगद का पेड़ एक कच्चे मकान पर गिर गया। जिससे मकान मालिक भरत मोहली घायल हो गया। उन्हें हाथ पैर व माथे पर चोट लगी। हालांकि वो खतरे से बाहर है। वहीं सूचना मिलते ही पंचायत समिति सदस्य सह समाजसेवी रघुनंदन सिंह मौके पर पहुंचे और पीड़ित का ग्रामीण डॉक्टर को बुलाकर प्राथमिकी इलाज कराया। सूचना के अनुसार पीड़ित भरत घर के समीप बरगद पेड़ के नीचे बैठकर बिक्री के लिए बांस से बनने वाले घरेलू सामग्री बना रहा था। इसी दौरान तेज आंधी आई और उक्त पेड़ गिर गया। वहीं पेड़ के टहनी के चपेट में आने से भरत जख्मी हो गया। साथ ही उनका एक मिट्टी का कच्चा घर भी क्षतिग्रस्त हो गया। इस संबंध में समाजसेवी रघुनंदन सिंह ने बताया कि करीब दो सौ वर्ष पुराना यह बरगद का पेड़ था, जो आंधी के कारण गिर गया। साथ ही भरत जख्मी हो गया है। कहा कि आपदा राहत कोष से पीड़ित परिवार मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जायेगा।
आंधी-बारिश से कई जगहों पोल, तार व पेड़ गिरा
- घंटों बिजली आपूर्ति ठप
मधुपुर/संवाददाता। प्री मानसून की पहली बारिश से रविवार को जहां स्थानीय लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली, वही तेज आंधी के कारण इलाके का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। आंधी में दर्जनों पेड़ टूट गए। विभिन्न मोहल्लों में बिजली का पोल और तार क्षतिग्रस्त हो गया। मीना बाजार, स्टेशन रोड, कालीपुर टाउन, रेलवे भूतल पुल के पास बिजली तार और पोल गिरने से घंटों बिजली बाधित हो गई। बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए विभाग के अभियंता मिस्त्री विभिन्न इलाकों में जुटे हैं। इलाके में देर शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल होने की संभावना है। बिजली विभाग के विधायक प्रतिनिधि अजय सिंह खुद खड़ा होकर बिजली आपूर्ति बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।
पाथरोल मंे आंधी पानी से जनजीवन अस्त व्यस्त
मधुपुर/संवाददाता। अनुमंडल के पाथरोल मे सोमवार दोपहर बाद अचानक तेज आंधी पानी ने जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। थाना क्षेत्र अंतर्गत संघरा गांव में मो. सनाउल के घर के पास बिजली पोल पर पेड़ गिरने से पोल समेत बिजली तार कई स्थानों पर टूट गया। इससे बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। घरों और दुकानों का छप्पर आंधी में उड़ गया। बिजली मिस्त्री शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि आंधी ने पाथरोल समेत लालगढ़, संघरा, कोल्होड़, लखीपुर, जयंतिग्राम मेँ ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। हालांकि बारिश से लोगों को राहत जरूर मिली है।
प्लस पोलियो अभियान की सफलता को लेकर स्वास्थ्यकर्मी की बैठक
- दो से चार जुलाई तक चलेगा अभियान
मधुपुर/संवाददाता। अनुमंडलीय अस्पताल के सभागार मे पल्स पोलियो अभियान की सफलता को लेकर सोमवार को अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर मोहम्मद शाहिद की अध्यक्षता में प्रखंडस्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की गई। बैठक मे सभी विभाग के पदाधिकारी और कर्मी मौजूद थे।
उपाधीक्षक ने कहा कि इस वर्ष पल्स पोलियो दो से चार जुलाई तक चलेगा। प्रथम दिन दो जुलाई को शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के आंगनवाड़ी केंद्र स्थित पोलियो बूथ पर 0 से पांच वर्ष के बच्चों को दो बूंद पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। जबकि तीन और चार जुलाई को घर-घर जाकर स्वास्थ्य कर्मी पोलियो की खुराक बच्चों को पिलाएंगे। उपाधीक्षक ने कहा कि भारतवर्ष में पोलियो समाप्त हो गया है, लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान में अभी भी पोलियो के केस मिल रहे हैं। जिसके कारण खतरा बना हुआ रहता है, इसलिए प्रत्येक वर्ष पल्स पोलियो कार्यक्रम अभियान के रूप में चलाया जाता है। मधुपुर में पोलियो अभियान को लेकर कुल 223 बूथ बनाया गया है जिसमें शहरी क्षेत्र में 50 और ग्रामीण क्षेत्र में 173 बूथ का निर्माण किया गया है। कहा की 52589 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य है। जिसके लिए 28865 घर में स्वास्थ्य कर्मी जाकर 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की दो बूंद पिलाएंगे। अभियान की सफलता को लेकर 43 सुपरवाइजर जिसमें नौ शहरी क्षेत्र और 34 ग्रामीण क्षेत्र में पति नियुक्त किया जाएगा। वही वैक्सीनेटर के रूप में 346 पोलियो कर्मी ग्रामीण क्षेत्र में और 100 कर्मी शहरी क्षेत्र में पल्स पोलियो की दवा पिलाएंगे। कार्यक्रम की मॉनिटरिंग हेतु 10 चिकित्सकों को प्रतिनियुक्त किया जाएगा। शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने हेतु पांच ट्रांजिट बूथ भी बनाया गया है। उपाधीक्षक ने सभी विभाग से अपील करते हुए कहा है कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता की जरूरत है ।एक भी बच्चा पोलियो की दवा पीने से वंचित ना रहे ताकि दोबारा भारतवर्ष में पोलियो की चपेट में कोई बच्चा ना आए। मौके पर प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी हरेराम दिनकर, आयुष चिकित्सक डॉ इकबाल खान, इमरान अंसारी, दामोदर वर्मा, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर प्रियंका कुमारी, निवेदिता नटराजन, अजय कुमार दास, गौतम कुमार समेत चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।