राजमहल। संवाददाता। राजमहल-मानिकचक के बीच फेरी सेवा के जहाज से रविवार को एक नव विवाहिता ने गंगा नदी में छलांग लगा दी। महिला को बचाने का प्रयास किया गया। लेकिन गंगा में तेज प्रवाह रहने के चलते उसे बचाना संभव नहीं हो पाया। मिली जानकारी के अनुसार राजमहल से प्रात: लगभग 8 बजे खुली जहाज से यात्रा कर रही नव विवाहिता महिला मोबाइल पर किसी से बात कर रही थी। बताया जाता है कि उसकी बात पति से हो रही थी। दोनों के बीच तेज बहस हो रही थी। महिला मोबाइल पर बार-बार गंगा नदी में कूद जाने की बात कर रही थी। कोई कुछ समझ पाता, इसके पूर्व ही उसने छलांग लगा दी। गंगा नदी में कूदने वाली महिला की पहचान हाजी बादल टोला निवासी नूर जमाल की 21 वर्षीय पत्नी फुलेरा बीबी के रूप में हुई है। महिला के गंगा नदी में छलांग लगाने के बाद जहाज के कर्मचारियों ने बचाव के लिए हवा वाला टायर गंगा नदी में फेंका। लेकिन तेज बहाव में बह कर महिला जहाज से दूर चली गई। जहाज को पीछे घुमा कर महिला की खोजबीन की गई। लेकिन गंगा नदी में उसका कुछ पता नहीं चल पाया। बताया जाता है कि फुलेरा बीबी ने गंगा नदी में छलांग लगाने के पूर्व बाथरूम जाने की बात कह कर एक महिला फैंसी खातून को मोबाइल फोन दे दिया। पुलिस ने उक्त महिला से मोबाइल फोन बरामद कर उससे पूछताछ की है। घटना को लेकर विवाहिता के भाई मकसूद शेख ने पुलिस को बताया है कि राजमहल थाना अंतर्गत हाजी बादल टोला निवासी नूर जमाल से उसकी बहन फुलेरा बीबी की शादी छह माह पूर्व ही हुई थी। बहन ने किस कारणों से ऐसा कदम उठाया, उसे इसकी जानकारी नहीं है। उसकी बहन तो मालदा जिला अंतर्गत रतुआ थाना क्षेत्र के भूतनी दियारा गांव जाने की बात कह घर से निकली थी। महिला का पति महाराष्ट्र में रह कर काम किया करता है। उसे घटना की सूचना दे दी गई थी। इधर संध्या तक गोताखोरों के माध्यम से महिला की खोजबीन की जा रही थी। थाना प्रभारी कुंदनकांत विमल ने कहा कि घटना पश्चिमबंगाल के मानिकचक थाना क्षेत्र की है। पश्चिमबंगाल पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी।
ट्रेन की चपेट में आने से किशोर की दर्दनाक मौत
साहिबगंज। संवाददाता। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक से रविवार की सुबह लगभग 10:30 बजे डाउन जयनगर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन के हुक में फंसे एक 13 वर्षीय बालक का शव रेल थाना पुलिस ने बरामद किया है। रेल पुलिस के अनुसार घटना करमटोला व साहिबगंज के बीच रेलवे पोल संख्या 238/6 के पास की है। बताया जाता है कि बालक रेलवे लाइन पार कर रहा था। इसी बीच डाउन की तरफ से आते ट्रेन की चपटे में आने से इंजन के हुक में फंस गया। करीब पांच किलोमीटर तक मृतक इंजन से फंसा रहा। रेल पुलिस के अनुसार बालक छोटी कोदरजनना निवासी इलताश आलम का पुत्र सलमान था। सलमान मानसिक रूप से अस्वस्थ था। रेल थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया। यूडी केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
युवक ने अपने ही घर के सामने की गोलीबारी
साहिबगंज। संवाददाता। नगर थाना अंतर्गत प्रोविडेंस स्कूल के समीप शनिवार की देर रात्रि घरेलू विवाद में वीणा देवी का पुत्र सोनू सिंह अपने ही घर के सामने दो से तीन राउंड फायरिंग कर फरार हो गया। सूचना मिलते ही नगर थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता व जिरवाबाड़ी ओपी प्रभारी चिरंजीत प्रसाद घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन की। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
ट्रेन से गिर कर एक यात्री घायल
साहिबगंज। संवाददाता। महाराजपुर रेलवे स्टेशन के समीप शनिवार की देर रात किसी चलती ट्रेन से गिर एक यात्री गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार घायल यात्री बिहार का करीमन राय (40) है। इधर रेल थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह के सहयोग से घायल यात्री को एम्बुलेंस चालक विजय कुमार के सहयोग से इलाज के लिए भागलपुर भेजा गया है। रेल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एसिड से युवक गंभीर रूप से झुलसा
साहिबगंज। संवाददाता। मिर्जाचौकी-भगैया रोड में रविवार को एक युवक एसिड से गंभीर रूप से झुलस गया। स्थानीय ग्रामीणों ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जानकारी के अनुसार बर्तन दुकान में काम करने वाला मिर्जाचौकी निवासी विनोद कुमार का पुत्र सुमन कुमार (22) डब्बे में एसिड लेकर आ रहा था। इसी बीच डब्बा हिलाने से एसिड छलक कर आंख समेत चेहरा व शरीर पर गिर गया। इससे युवक गंभीर रूप से झुलस गया। इधर जिरवाबाड़ी ओपी पुलिस ने अस्पताल पहुंच मामले की छानबीन की।
बच्चियां विद्यालय या समाज में होने वाली घटना की जानकारी दें माता-पिता को : पीडीजे
साहिबगंज। संवाददाता। जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से सिद्धू-कान्हू सभागार में रविवार को जिला स्तरीय हितधारक कार्यशाला का आयोजन हुआ। उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह, एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा, डीडीसी प्रभात कुमार बरदियार, सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह ने उपस्थित बच्चियों को बताया कि आप बेटियां विद्यालय या समाज में, उनके साथ होने वाली किसी प्रकार की घटना की जानकारी अपने माता-पिता को अवश्य दें। किसी बात का संकोच न करें। अपने अंदर डर की भावना को समाप्त करें। आप जब तक डरेंगे तब तक घटना होती रहेगी। अपराध को रोकने के लिए उनलोगों को जागरूक होना अति आवश्यक है। समाज में गलत माहौल पैदा करने वाले व्यक्तियों के बारे में जानकारी दें। गलत का साथ कभी न दें और गलत लोगों से कोई समझौता न करें। लड़के-लड़कियों में मित्रता नहीं, मित्रता का भाव होना चाहिए। आप बेटियों को अपना जीवन बनाना है ताकि आप अपने सपने को साकार कर सकें। कहा कि पुलिस अपना कर्तव्य को समझें। किसी भी अपराध में अनुसंधान में कोई कमी न करें। ताकि अपराधी को अपराध के लिए सजा मिल सके। अनुसंधान के क्रम में डायरी को अच्छा से बनाएं। सारे केस का मूल डायरी ही होता है। सभी पुलिस पदाधिकारी सीआरपीसी को अपनी दिनचर्या में लाएं एवं इसका नियमित अध्ययन करें। एसपी किस्पोट्टा ने कहा कि उनलोग घर एवं समाज में ऐसा माहौल पैदा करें कि बच्चियां निर्भीक होकर अपना काम कर सकें। बच्चे सभी का सम्मान करें। इसके लिए बच्चों को जागरूक करना है। घटना हो जाने पर पुलिस पदाधिकारी सही अधिनियम के तहत मामला को दर्ज करें, ताकि दोषी को सजा मिल सके। घटना के पश्चात पुलिस पदाधिकारी सटीक गाइडलाइन के तहत अनुसंधान करें। ताकि अपराधी बच न सके। दोषी को सजा दिलाने में पुलिस पदाधिकारियों की भूमिका अहम होती है। सभी पुलिस पदाधिकारी अपने कर्तव्य को समझें। डीडीसी प्रभात कुमार बरदियार ने कहा कि इंटरनेट के माध्यम से प्रतिदिन मैसेज प्रसारित होता है। जिसका समाज में प्रभाव एवं दुष्प्रभाव पड़ता है। घर एवं समाज में जागरूकता लाने के लिए हमें समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाना होगा। ताकि इस प्रकार की अपराधिक घटना न हो सके। सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान ने यौन हिंसा से पीड़ित बच्चों को चिकित्सा सुविधा देने, उनकी जांच करने एवं उनकी काउंसलिंग से संबंधित विशेष जानकारियां दी। कार्यशाला में पॉक्सो एक्ट एवं जुबेनाइल एक्ट के विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई। मंच का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह वरीय सिविल जज धर्मेंद्र कुमार ने की। मौके पर जिला न्यायाधीश प्रथम सह विशेष न्यायाधीश अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति एक्ट धीरज कुमार, जिला न्यायाधीश, तृतीय सह विशेष न्यायाधीश पॉस्को एक्ट बीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शैलेन्द्र कुमार, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शेखर कुमार, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सह प्रधान दंडाधिकारी किशोर न्याय बोर्ड के आलोक सिंह, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी सुमित वर्मा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेन्द्र दुबे, लोक अभियोजक सुनील चंद्र श्रीवास्तव, मुख्य लीगल एड कौंसिल के सदस्य अरविंद गोयल और ज्योति कुमारी, पुलिस पदाधिकारी, अधिवक्ता एवं विभिन्न विद्यालयों की बच्चियां उपस्थित थीं।