कई मामलों का ऑन द स्पॉट हुआ निपटारा
साहिबगंज/पंच टीम । आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के दूसरे चरण में गुरुवार को बरहेट प्रखंड के सनमनी पंचायत, बरहरवा के अगलोई पंचायत, उधवा के पश्चिम प्राणपुर पंचायत, पतना के तालझारी पंचायत, सदर प्रखंड के किशनप्रसाद पंचायत, राजमहल के समसपुर में शिविर लगाया गया। इस दौरान प्रखंड स्तर के पदाधिकारी एवं पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस क्रम में लाभुकों के बीच धोती, साड़ी, कंबल का वितरण, जॉब कार्ड का वितरण, स्वीकृति पत्र का वितरण एवं योजना से संबंधित आवेदन स्वीकृत किये गये। कई मामलों का ऑन द स्पॉट निपटारा किया गया। शिविरों में सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित फॉर्म फ्री में उपलब्ध कराए गए। वहीं सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, चिकित्सा सहायता योजना, फूलो-झानो आशीर्वाद योजना, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर आवास योजना, सर्वजन पेंशन योजना, ग्रीन राशन कार्ड, सेवा गारंटी अधिनियम के तहत फॉमर्स व अन्य योजनाओं से संबंधित फॉर्म ग्रामीणों ने भरा एवं योजनाओं की जानकारी प्राप्त की। विभिन्न विभागों ने स्टॉल लगा कर लोगों को विभागों से संबंधित कई योजनाओं के प्रति जागरूक किया।
छह महीने बाद हुई दिव्यांग मेडिकल बोर्ड में उमड़ी भीड़
-कंट्रोल के लिए बुलायी गयी पुलिस
- देर शाम तक 572 लोगों की हुई जांच, सीएस ने किया निरीक्षण
साहिबगंज। संवाददाता। छह महीने बाद सदर अस्पताल में गुरुवार को हुई दिव्यांग मेडिकल बोर्ड में भीड़ उमड़ पड़ी। वक्त गुजरते के साथ लोगों का धैर्य जवाब देने लगा तो भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी। सुबह से ही सदर अस्पताल में दिव्यांगता जांच व प्रमाण पत्र के लिए लोगों की लंबी कतार लग गयी। इसके पूर्व जिला परिषद् अध्यक्ष मोनिका किस्कू, एजाज अंसारी, सदर अस्पताल डीएस डॉ. मोहन पासवान ने फीता काट कर शिविर का उद्घाटन किया। जिला परिषद् अध्यक्ष मोनिका किस्कू ने कहा कि जनता की सुविधा के लिए दिव्यांगता शिविर की जरूरत थी। विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के चलते बोर्ड नहीं हो पा रहा था। चिकित्सकों की व्यवस्था के बाद शिविर लगाया गया है। जनता की समस्या का समाधान करना उनका कर्तव्य है। आगे भी शिविर लगेंगे ताकि दिव्यांगों को परेशानी न हो। डीएस डॉ. मोहन पासवान ने बताया कि मरीजों की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन सहित कई काउंटर बनाये गए हैं। सभी की जांच होगी। बोर्ड में देवघर के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरीश ठाकुर, डॉ. अनिल कुमार, गोड्डा के डॉ. अग्नेश कुमार सिन्हा, दुमका मेडिकल कॉलेज के डॉ. रामसकल हांसदा, डॉ. मोहन मुर्मू, डॉ. रंजन, डीएस डॉ. मोहन पासवान ने दिव्यांगों की जांच की। खबर लिखे जाने तक 572 मरीजों की जांच हुई थी। इधर देर शाम सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान ने शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने लोगों से कहा कि सबकी जांच होगी, चाहे रात ही क्यों न हो जाए। मौके पर पारा मेडिकल स्टाफ सुधांशु, सत्येंद्र कुमार, मनोज कुमार झा, उमेश कुमार मंडल, संजय कुमार राय, गोपाल कुमार तिवारी, मुकेश सिन्हा, जिला वीबीडी सालाहकार डॉ. सतीबाबू डाबडा, दिलीप सिंह, अनिल ठाकुर, अश्विनी कुमार, डीएएम सुबीर किस्कू सहित अन्य मौजूद थे।
भतीजे ने चाचा को पीट कर किया लहूलुहान
साहिबगंज। संवाददाता। जिरवाबाड़ी ओपी क्षेत्र के झरना कॉलोनी स्थित एटीपी स्कूल के समीप गुरुवार की शाम एक एलआईसी एजेंट को उसके भतीजे ने अपने साथियों के साथ पीट कर लहूलुहान कर दिया। बाद में घायल को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायल एजेंट नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत निमार्या सिनेमा हॉल निवासी जय प्रकाश वर्मा(47) हैं। घायल ने बताया कि झरना कॉलोनी होकर घर जा रहे थे। तभी भतीजा कन्हैया कुमार उर्फ आशीष चार से पांच साथियों के साथ पीछे से लोहे के रड से वार कर दिया। इसके बाद सभी उसे मारने लगे। इस बीच आसपास के लोगों ने उसे बचाया। बताया कि गोतिया के साथ पिछले कई सालों से आपसी विवाद चल रहा है। इसी रंजिश को लेकर उसके साथ मारपीट की गई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
बांस की खेती व उत्पाद निर्माण के लिए आगे आयें लोग : डीएफओ
-जिले में बांस की खेती व उत्पादों की संभावनाओं पर संगोष्ठी में हुआ मंथन
साहिबगंज। संवाददाता। वन प्रमंडल कार्यालय सभाकक्ष में गुरुवार को बांस रोपण मूल्य संवर्धन विपणन पर एक दिवसीय बहुहित धारक संगोष्ठी हुई। वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष तिवारी, वन उत्पादकता संस्थान के निदेशक नितिन कुलकर्णी, अंजना तिर्की, डीडीएम नाबार्ड नियाज इशरत ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात उपस्थित सभी अतिथियों को पौधा देकर स्वागत किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष तिवारी ने कहा कि जिला में बांस की खेती की असीम संभावना है। बांस की खेती एवं उत्पादों से संबंधित संभावनाओं को तलाश करने की जरूरत है। इसके लिए वन प्रमंडल किसानों की पूरी मदद करेगा। गंगा किनारे अवस्थित जिले के चार प्रखंड में बांस की खेती फल फूल सकती है। वन उत्पादकता संस्थान बांस की खेती में किसानों की मदद करेगा। बांस की खेती से संबंधित विभिन्न एनजीओ तथा वैज्ञानिकों की मदद से किसानों के लिए बाजार उपलब्ध कराया जाएगा एवं बांस की अलग-अलग प्रजातियां भी विकसित की जाएंगी। वन उत्पादकता निदेशक डॉ. नितिन कुलकर्णी ने कहा कि बांस को वृक्ष की श्रेणी से हटा कर घास की श्रेणी में लाया गया है। जिससे इसका महत्व और अधिक बढ़ गया है। अब कोई भी बेरोकटोक बांस की खेती एवं इसकी बिक्री आसानी से कर सकता है। इसकी मांग हमेशा बनी रहेगी। उन्होंने किसानों से बांस की खेती के लिए आग्रह किया। अंजना तिर्की ने बताया कि बांस से किसानों को बड़ा आर्थिक लाभ मिलेगा। मौके पर जिला उद्योग केंद्र से चंद्रशेखर शर्मा, कृषि विभाग से सहायक कृषि पदाधिकारी विष्णुदेव मंडल, जेएसएलपीएस के डीपीएम संतोष कुमार, एनजीओ के प्रतिनिधि, किसान व विभागीय कर्मी मौजूद थे।