सुमरजीत सिंह/संवाददाता। पिता शिक्षक और मां अस्पताल की सहिया। पॉकेट खर्च की कमी नहीं जब चाहा तब आसानी से पालनहार से मिल जाता था रुपया। कम उम्र में ही अपने से ज्यादा बड़े उम्र के युवकों से दोस्ती और लग गयी नशे का आदत। उसके बाद बुरे संगत में आकर अपराधिक दुनिया में रख दिया कदम। लूट, डकैती, छिनतई और हत्या जैसे अपराध को देने लगा अंजाम। कम उम्र में ही अपने आपको रंगबाज कहलाने का देखने लगा सपना। कुछ इसी तरह की कहानी है बलियाचौकी निवासी रिंकू पूरी के हत्याकांड में शामिल जेल गये मुख्य आरोपी कुुंडा थाना क्षेत्र के झारखंडी महुआटांड़ निवासी 20 वर्षीय अपराधी रूपेश यादव की। रूपेश वर्ष 2018 से ही अपराध की दुनिया में कदम रखा और उसके बाद पीछे मूड़ कर नहीं देखा कई बार जेल भी गया। बताया जाता है कि उसके पिता खरखुट्टी स्कूल के शिक्षक हैं और मां सहिया के पद पर कार्यरत है। रूपेश को पढ़ाई में मन नहीं लगता था वह 9वीं कक्षा तक पढ़ाई करके छोड़ दिया। आराम से उसे खर्च भी मां-पिता से मिल जाया करता था। उसके बाद वह अपने दोस्तोंं के साथ इधर-उधर घूमने लगा था। उसकी दोस्तों की फेहरिस्त भी लंबी थी। दोस्तों को जो भी वह कहता था वे करते थे। बताया जाता है कि वह दोस्तों के साथ मिलकर जमीन में रंगदारी, खरीद फरोख्त का कार्य भी करने लगा था। बलियाचौकी इलाके में रिंकू पूरी की चलती थी। सूत्रों की माने तो रिंकू पूरी के आगे उसकी नहीं चलती थी। इसलिए उसने अपने दोस्त अरूण पूरी, ऋषि रंजन राज उर्फ रिशु, संदीप यादव, अमित यादव, रोहित यादव, गुड्डू यादव, अमोद यादव, मोहन यादव, धीरज यादव, दीपक गोस्वामी ने मिलकर रिंकू पूरी को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। योजना के तहत अरूण पूरी को रिंकू का रेकी करने को कहा। 4 अक्टूबर की शाम पांच बजे के आसपास अरूण पूरी ने जानकारी दी की रिंकू पूरी बाइक से चतुर मुर्मू एवं विनय भारती के साथ झारखंडी की ओर जा रहा है। उसी वक्त बारिश भी होने लगी तो रिंकू पूरी झारखंडी रोड स्थित हारमुनियम मास्टर के घर के बाहर छपरी के नीचे रूक गया। उसके बाद रूपेश अपने सभी दोस्तों के साथ मिलकर हारमुनियम मास्टर के छपरी के चारों और फैल गया। रूपेश अपने प्लसर बाइक से ऋषि रंजन राज यादव उर्फ रिशु के साथ पिस्टल लेकर गुड्डू यादव और संदीप यादव अपाची बाइक से देशी कट्टा लेकर झारखंडी रोड हारमुनियम मास्टर के छपरी के पास पहुंचा। रेकी करने वाले उसके दोस्त भी वहां पहुंच गये थे। बाइक से उतरकर संदीप यादव, दीपक गोस्वामी, अरूण पूरी एवं गुड्डू यादव ने रिंकू पूरी को पकड़ लिया। उसके बाद रूपेश ने पहले पिस्टल से उसके सिर में गोली मारी। उसके बाद ऋषि रंजन राज यादव ने कट्टा से उसके सीने में गोली मार दी। गोली लगने के बाद रिंकू पूरी भागने का प्रयास करने लगा तो ऋषि रंजन राज यादव और गुड्डू यादव ने दौड़कर उसे फिर एक गोली मार दिया उसके बाद फरार हो गया।
रूपेश का आपराधिक इतिहास
कुुंडा थाना में रूपेश यादव पर चार मामले पूर्व से दर्ज है जिसमें थाना कांड संख्या 07/18 में हत्या, कांड संख्या 220/19 में लूट एवं अर्म्स एक्ट, कांड संख्या 14/20 में डकैती का तथा वर्ष 2022 के जुलाई में कर्णकोल के पास 85 हजार रुपये लूट का मामला दर्ज है।