देवघर/वरीय संवाददाता। अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य एवं झारखंड प्रदेश प्रदूषण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मणिशंकर के पिता पूर्व प्राचार्य प्रो. रघुनाथ राय की आकस्मिक निधन सोमवार की सुबह हो गयी। दुखद खबर सुनकर देवघर जिला कांग्रेस परिवार के साथ उनके परिजनों, शुभचिंतकों एवं उनके अध्यापन काल में रहे विद्यार्थियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। कांग्रेस जिलाध्यक्ष-सह-बीस सूत्री जिला उपाध्यक्ष मुन्नम संजय के साथ कांग्रेस के नेता, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उनके निजी आवास राय गोविन्द भवन, स्टेशन रोड देवघर पहुंचे एवं दिवंगत के पार्थिव शरीर का दर्शन कर शोक संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी,पूर्व मंत्री कृष्णानंद झा, विधायक दल के उप नेता प्रदीप यादव के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं तथा पदाधिकारियों ने भी दुख जताते हुए संवेदना प्रकट किया और दिवंगत की आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिवार को इस विपदा की घड़ी से उबरने के लिए असीम शक्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की। ज्ञात हो कि प्रो. रघुनाथ राय देवघर महाविद्यालय में बतौर प्रोफेसर17 वर्षों तक सेवा प्रदान किए तत्पश्चात मधुपुर महाविद्यालय में 21बर्षों तक प्राचार्य पद के रूप में योगदान दी। वह एकमात्र बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा चयनित प्राचार्य थे,जो डीन के पद पर कार्य करते हुए 1996 में सेवानिवृत्त हुए। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव रायडीह के अजय नदी किनारे सती घाट में किया जाएगा।
आज उनका परलोक गमन करने के उपरांत शिक्षा जगत के साथ सामाजिक क्षेत्र में बहुत बड़ा क्षति हुई है, जिसका निकट भविष्य में भरपाई होना संभव नहीं है।
यही वजह है कि आज दिवंगत के पार्थिव शरीर के दर्शन के साथ सोसल मीडिया एवं टेलीफोनिक रुप से सैकड़ों ने संवेदना व्यक्त किया। संवेदना प्रकट करने उनके आवास पर पहुंचे मुख्य रूप से स्थानीय विधायक नारायण दास, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, पूर्व जिला अध्यक्ष राजेंद्र दास, प्रो उदय प्रकाश,अजय कुमार, दिनेश कुमार मंडल, दिनेशानंद झा, रविन्द्र नाथ मिश्र, नगर अध्यक्ष रवि केसरी, अनंत मिश्रा, आदित्य सरोलिया, अवधेश प्रजापति, संजीव चौधरी, महादेव पंडित, लालमोहन मांझी के साथ पूर्व प्राचार्य पशुपति राय, गिरिजा वाजपेयी, अरविंद सिंह, राम तपस्वी सिंह, देवघर के सिविल सर्जन युगल किशोर चौधरी, अधिवक्ता अशोक राय, कौशल किशोर राय, संजय यादव, राजेंद्र गुप्ता, अनिल चंद्रवंशी, सुबोध दास आदि थे।