दो लाख, 26 हजार, 231 घरों को नल कनेक्शन से जोड़ने का लक्ष्य
पाकुड़ /संवाददाता। डीसी वरुण रंजन ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग अंतर्गत स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण एवं जल जीवन मिशन की शुक्रवार को मासिक समीक्षात्मक बैठक की। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अंतर्गत ऑन गोइंग एमवीएस, मासिक प्रगति प्रतिवेदन एसवीएस/ क्लस्टर, प्रत्येक ग्रामीण परिवार को कार्यात्मक घरेलू नल जल कनेक्शन (एफएचटीसी) की स्थिति, ऑन गोइंग क्लस्टर रिपोर्ट एवं हर घर जल से संबंधित प्रतिवेदन तथा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत प्रखंडवार पेंडिंग यूसी, प्रखंडवार ओडीएफ प्लस एवं एसएलडब्ल्यूएम के लिए कार्य प्रबंधन के लिए राशि हस्तांतरण सहित अन्य बिंदुओं पर बारी-बारी से समीक्षा की गई। बैठक में पीएचइडी कार्यपालक अभियंता राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि 02 लाख, 26 हजार, 231 घरों को नल कनेक्शन से जोड़ना है। जिसमें अब तक 12 हजार, 609 घरों को जोड़ा जा चुका है। समीक्षा के दौरान डीसी ने निर्धारित लक्ष्य की ससमय प्राप्ति के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया। डीसी ने ऑन गोइंग एमवीएस के प्रगति की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया कि भूमि हस्तांतरण से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक सप्ताह के बुधवार को अपर समाहर्ता अपने स्तर से सभी सीओ के साथ बैठक करना सुनिश्चित करेंगे। जिसमें पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल पाकुड़ से कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता सम्मिलित होंगे। बैठक में लिए गए निर्णय की प्रोसिडिंग कॉपी डीसी को देना सुनिश्चित करेंगे। जल जीवन मिशन के तहत डीसी द्वारा इन सभी योजनाओं के उचित क्रियान्वयन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। वहीं क्लस्टर वार संचालित सभी योजनाओं के बारे में मासिक प्रगति की समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। बताया गया कि प्रस्तावित एमवीएस स्टेटस प्रक्रियाधीन है। वहीं हर घर जल विलेज रिपोर्ट को लेकर भी आवश्यक समीक्षा कर दिशा निर्देश दिया गया। बैठक में उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को बेहतर प्रबंधन के साथ पेयजलापूर्ति के लिए आवश्यक निर्देश दिया। वहीं बैठक में डीसी ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण को लेकर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज- 02 अंतर्गत ओडीएफ प्लस एवं एसएलडब्ल्यूएम के लिए कार्य प्रबंधन के लिए राशि हस्तांतरण की जानकारी ली एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। वहीं बताया गया कि इस वित्तीय वर्ष में कुल लक्ष्य 262 गांवों के विरुद्ध उक्त सभी गांव में शॉकपिट, नाडेप भस्मक इत्यादि के लिए निर्माण के लिए भीडब्ल्यूएससी को राशि हस्तांतरित की जा रही है। डीसी ने निर्देश दिया कि झार जल ऐप के माध्यम से शत-प्रतिशत रजिस्ट्रेशन करवा कर सभी चापाकल को अपलोड करना सुनिश्चित करें। जहां जल सहिया नहीं है वहां नई नियुक्ति की प्रक्रिया अपना कर जल सहिया की बहाली करें। मौके पर जिला समन्वयक सुमन मिश्रा, रितेश कुमार, इमरान आलम, कनीय अभियंता पाकुड़, दिनेश मंडल, कनीय अभियंता लिट्टीपाड़ा जेम्स मुर्मू उपस्थित थे।