महागामा। संवाददाता । प्रखंड कार्यालय में झारखंड प्रदेश मदरसा शिक्षक संघ ने विधायक दीपिका पांडेय सिंह को ज्ञापन सौंपा। बताते चलें कि मदरसा शिक्षकों का लगभग छह-सात वर्षों से मानदेय का भुगतान बकाया है। इस कारण उनके परिवार वालों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। संघ के अनुसार झारखंड में 180 अनुदानित प्रस्वीकृत प्राप्त मदरसों में से वर्तमान में 67 मदरसा में 120 शिक्षक कार्यरत हैं। ज्ञापन में उल्लेख है कि सभी शिक्षकों की सेवा पारा शिक्षक के तर्ज पर स्थायी किया जाए। वैसे शिक्षक जो टेट पास हंै उनको शिक्षक भर्ती परीक्षा में आरक्षण का लाभ दिया जाए।
पीड़ित परिजनों ने मुख्यमंत्री और विधायक के प्रति जताया आभार
महागामा। संवाददाता। प्रखंड स्थित विधायक कार्यालय कक्ष में मंगलवार को विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता के रूप में विभिन्न पंचायतों के चार पीड़ित परिवारों को 50 हजार रुपये करके सहायता राशि प्रदान की। जिसमें महागामा प्रखंड के हिरकरहरिया निवासी शमशेर आलम, वहीं ग्राम सिरसी पंचायत खोरद निवासी जयबूल निशा, ग्राम दहिया निवासी खुर्शीद मुन्ना, वहीं महागामा निवासी प्रवीण मिश्रा को सहायता राशि दी गयी। विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा आर्थिक स्थिति खराब रहने के कारण पीड़ित परिजनों ने कर्ज लेकर अपना इलाज कराया था। ज्ञात हो कि विगत महीने इन चार पीड़ित परिवार वालों ने इलाज के लिए विधायक दीपिका पांडेय सिंह से गुहार लगाया था। वहीं विधायक ने उनकी समस्या को देखते हुए त्वरित संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता प्रदान करायी। वहीं पीड़ित परिजनों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधायक दीपिका पांडेय सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया।
सीओ के अनुपस्थित रहने के कारण अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र बनाने में हो रही परेशानी
मेहरमा/संवाददाता। मेहरमा प्रखंड में अधिकारियों की मनमानी के कारण अग्निवीर अभ्यर्थियों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि मेहरमा सीओ सुनील कुमार कार्यालय में नियमित उपस्थित नहीं रहते हैं। जिसके कारण अभ्यर्थियों को आवासीय दस्तावेज निर्गत कराने को लेकर कई दिनों से अंचल कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है। वहीं इस समस्या को लेकर अभ्यर्थियों ने महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह से इसकी शिकायत की। विधायक ने संज्ञान लेते संबंधित पदाधिकारी से फोन पर बात कर उन्हें अपने कार्यों को अविलंब निष्पादित करने का निर्देश दिया। इधर विभिन्न पंचायतों से आए कई ग्रामीणों ने मीडिया को बताया कि अंचल कार्यालय में अधिकारी के नहीं रहने से जमीन से संबंधित कई शिकायत लंबित हैं। साथ ही लगान रसीद कटाने में भी परेशानी हो रही है। वहीं ग्रामीणों ने यह भी कहा कि मेहरमा सीओ शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ नहीं है तो डीसी के द्वारा अन्य पदाधिकारियों को प्रभार दिलवा देना चाहिए।