साहिबगंज। संवाददाता। प्रोन्नति के लिए जिले के सहायक अवर निरीक्षकों का प्रशिक्षण गुरुवार से पुलिस लाइन में शुरू हुआ। प्रशिक्षण के बाद सभी पुलिस अवर निरीक्षक में प्रोन्नत होंगे। एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने पुलिस लाइन मैदान में प्रशिक्षु सहायक अवर निरीक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बेहतर तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करें, ताकि प्रोन्नति में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आये। एसपी ने बताया कि जिले के 124 एएसआई में से 33 को कानून, शारीरिक, मानसिक, हथियार चलाने का आउट डोर-इंडोर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण 08 सप्ताह तक चलेगा। इंस्पेक्टर राजीव रंजन, शशिभूषण चौधरी, धर्मपाल व अन्य ने प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया। मौके पर डीएसपी यज्ञ नारायण तिवारी, बरहरवा एसडीपीओ प्रदीप उरांव, मेजर विधानचंद्र, सार्जेंट सुमन कुमार व अन्य मौजूद थे।
धान कुटाने मिल गयी महिला फीता में फंस कर हुई घायल
बोरियो। संवाददाता। बोरियो प्रखंड के जेटके गांव में बुधवार की देर शाम धान कुटाने मिल में गयी एक महिला मशीन के फीता में फंस कर बुरी तरह घायल हो गयी। घटना में महिला का दायां हाथ जख्मी हो गया। जानकारी के अनुसार जेटके गांव की ताला बिट्टी सोरेन (20), धान कुटाने के लिए गांव के गंगा राम टुडू के धान मिल गयी थी। धान कुटाने के दौरान महिला का चादर मिल के फीता में फंस गया। जिससे महिला बुरी तरह घायल हो गयी। घायल अवस्था में महिला को रात करीब 08 बजे बोरियो सीएचसी इलाज के लिए लाया गया। जहां डॉ. विनोद कुमार ने प्राथमिक उपचार करने के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया है।
विद्युत चोरी मामले में सात पर प्राथमिकी
बोरियो। संवाददाता। बोरिया प्रखंड क्षेत्र में विद्युत चोरी रोकने को लेकर बिजली विभाग के कनीय अभियंता के नेतृत्व में गुरुवार को विशेष छापामारी अभियान चलाया गया। इसके बाद कनीय अभियंता सुरजीत उपाध्याय ने थाना में आवेदन देकर 7 लोगों पर विद्युत चोरी का मामला दर्ज कराया है। थाना प्रभारी जगन्नाथ पान ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चिटफंड कंपनियों के विरुद्ध आज से सबूत जुटायेगी सीबीआई
राजमहल। संवाददाता। झारखंड उच्च न्यायालय के आदेशानुसार सीबीआई की टीम शुक्रवार से अगले 07 दिनों तक राजमहल थाना में कैंप कर विभिन्न चिटफंड कंपनियों में पूर्व में निवेश की गई। जमा राशि की धोखाधड़ी व गबन के संदर्भ में जमाकर्ताओं व अभिकर्ताओं से जानकारी जुटाएगी। 2011 से 2013 तक राजमहल व आसपास के क्षेत्र के लोगों ने विभिन्न चिटफंड कंपनियों में निवेश किया था। लेकिन उनकी रकम धोखाधड़ी व गबन कर ली गई थी। सीबीआई की टीम थाने में कैंप कर जमाकर्ताओं तथा अभिकर्ताओं से जमा राशि से संबंधित मूल दस्तावेज सबूत के तौर पर संग्रहित करेगी।