गोपीकांदर अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय की घटना
गोपीकांदर/निज संवाददाता। गोपीकांदर अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय के छात्रों ने सोमवार को सहायक शिक्षक कुमार सुमन और लिपिक सोनेराम चौड़े को आम के पेड़ से बांधकर मारपीट की। कुछ देर के बाद ही दोनों को खोल दिया गया, जिसके बाद कुमार सुमन ने गोपीकांदर पहुंचकर अपना इलाज कराया है। छात्रों ने एक कुर्सी भी तोड़ दी है। घटना की सूचना पर बीडीओ अनन्त कुमार झा और थाना प्रभारी नित्यानंद भोक्ता, बीईईओ सुरेंद्र हेम्ब्रम विद्यालय पहुँचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। तीनों पदाधिकारियों ने विद्यालय के प्रधानाचार्य रामदेव प्रसाद केशरी, बीरेंद्र सिंह, कुमार सुमन जबकि घंटी वाईज शिक्षा दे रही लक्ष्मी सोरेन, अनुउमा मरांडी और प्रेम प्रकाश मुर्मू से बारी-बारी से पूछताछ की। पूछताछ के बाद छात्रों के छात्रावास में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान तीन कीपैड और 10 एंड्रॉइड मोबाइल छात्रों के पास से बरामद किया गया है। जाँच टीम ने छात्रों को दी जाने वाली खाना की भी जांच की जिसमे पूरी गड़बड़ी पाई गई। छात्रों का आरोप है कि उन्हें प्रेक्टिकल नम्बर नहीं दिया गया है जिसके करण 11 छात्र 9वीं बोर्ड में फेल हो गया है। गोपीकांदर के बीडीओ सह सीओ अनन्त कुमार झा ने बताया कि पहाडिया आवासीय विद्यालय में छात्र और शिक्षक के बीच मारपीट सूचना मिली थी, सूचना पर प्रखंड प्रशासन विद्यालय पहुँचकर मामले की जाँच की। जांच में अन्य मामले भी सामने आए हैं। इसी दौरान छात्रों के पास से 13 मोबाईल भी बरामद की गई है जो प्रखंड प्रशासन की अभिरक्षा में रखी गई है। गोपीकांदर के बीईईओ सुरेंद्र हेम्ब्रम ने बताया कि जाँच में कई प्रकार की गड़बड़ी को पकड़ी गई है। जाँच रिपोर्ट डीडीसी को सौंपी जाएगी। यहां आपको बता दें कि 5 अप्रेल 2022 को तत्कालीन विद्यालय के प्राचार्य कुमार सुमन को प्राचार्य के पद से हटा दिया गया था। कुमार सुमन के खिलाफ विद्यालय के छात्रों ने जातिसूचक गाली-गलौज और सही समय पर भोजन नहीं देने का आरोप लगाते हुए गोपीकांदर थाना को एक आवेदन सौंपा था। कुमार सुमन के खिलाफ थाना में भादवि की 504 आईपीसी एवं एसटी/एससी एक्ट के धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज किया गया था।
क्या है मामला
गोपीकांदर। कक्षा 9वीं छात्रों ने बताया 36 छात्रों ने 9वीं बोर्ड की परीक्षा लिखी थी। बीते शनिवार को रिजल्ट आया। जिसमे 11 छात्रों का दो विषयों में डी ग्रेड आया। छात्रों ने मामले को लेकर सोमवार को विद्यालय के प्राचार्य रामदेव प्रसाद केशरी से मिले उन्होंने बताया कि पूर्व में कुमार सुमन प्राचार्य थे, उन्होंने नम्बर दिया है। हम नहीं जानते है। छात्र कुमार सुमन से मिलकर प्रेक्टिकल विषय का नम्बर दिखाने की मांग की जिसमे कुमार सुमन ने साफ मना कर दिया, जिसके बाद छात्र लिपिक सोनेराम चौड़े से मिले उन्होंने भी कोई भी कागजात दिखाने से साफ मना कर दिया, जिसके बाद छात्रों ने अपना आपा खो दिया और कुमार सुमन के साथ हाथपाई करते हुए उन्हें विद्यालय परिसर में आम के पेड़ में बांधकर मारपीट की। लिपिक सोनेराम चौड़े से भी कुर्सी से मारपीट की, जिसमे कुर्सी टूट गई। कुमार सुमन ने गोपीकांदर सीएचसी पहुंचकर अपना इलाज कराया है। विद्यालय में कुमार सुमन तत्काल सहायक शिक्षक में कार्यरत है।