देवघर/संवाददाता। थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरनाडीह गांव के रहने वाले किशोर वाजपेयी ने थाना प्रभारी देवीपुर को आवेदन देकर कहा है कि पुरनाडीह मौजा दाग नं-311 जमाबंदी नं-1 गत सर्वे में लखी चरण वाजपेयी के नाम से दर्ज है। जमाबन्दी रैयत लखी चरण वाजपेई अपने पीछे तीन पुत्र विष्णु वाजपेयी, अर्जुन बाजपेयी, जयनारायण वाजपेयी को छोड़कर स्वर्गवास कर गये। विष्णु वाजपेयी अपने पीछे प्रहलाद वाजपेयी को छोड़कर स्वर्गवास कर गए। स्व. प्रहलाद वाजपेयी के भी तीन पुत्र हैं विजय कुमार वाजपेयी, किशोर वाजपेयी और अवधेश वाजपेयी जब कि आवेदक किशोर वाजपेयी हैं। उसी तरह नम्बर दो अर्जुन वाजपेयी अपने पीछे एक पुत्र परशुराम वाजपेयी को छोड़कर स्वर्गवासी हो गए और परशुराम वाजपेयी अपने चार पुत्रों को छोड़कर उमेश वाजपेयी, नरेश वाजपेयी, गरीश वाजपेयी तथा मुन्ना वाजपेयी को छोड़कर स्वर्गवासी हो गए। इस प्रकार तृतीय पुत्र जयनारायण वाजपेयी अपने पीछे एक पुत्र शशिकांत वाजपेयी को छोड़कर स्वर्गवास कर गए। रैयत लक्खी चरण वाजपेई के गुजर जाने के बाद तीनों पुत्र आपस में सहमति बनाकर आपसी बंटवारा कर भोग दखल करने लगे। जबकि दाग नं-59 रकवा 6 डिसमिल जमीन जो विष्णु वाजपेयी को मिला और विष्णु वाजपेयी का पोता होने के कारण हमलोगों के दखल कब्ज़े में है। इधर पिछले दो दिनों से गिरीश वाजपेयी और नरेश वाजपेयी मेरे ऊक्त जमीन पर कब्ज़ा करनें के इरादे से गिट्टी, बालू, ईंट आदि भंडारण कर रहा है। मना करने पर गाली-गलौज और मारपीट पर उतारू हो गया और खुले शब्दों में धमकी देता है कि हम उक्त जमीन पर मकान निर्माण करेंगे कोई विरोध करेगा तो उसे मारकर जंगल मे फेक देंगे। वहीं अवेदक ने उल्लेख किया है कि दाग नं-55 पूर्वज के द्वारा सामूहिक कार्यों के लिए इजमाल रखा गया था परंतु आज से लगभग पांच वर्ष पूर्व इन लोगों ने बल पूर्वक मंदिर और घर का निर्माण कर लिया है। वहीं पीड़ित ने आवेदन में दर्शाया है कि उपरोक्त दोनों भाई दबंग किस्म के और कानून को ना मानने वाले लोग हैं। जबकि नरेश बाजपेयी एक डीलर है। वहीं पीड़ित ने आग्रह किया है कि उचित कानूनी कार्रवाई करते हुए मेरी सम्पत्ति की रक्षा किया जाए और मेरी जमीन पर हो रहे निर्माण कार्य को रोका जाए।