मामला अमानत में खयानत का
देवघर/वरीय संवाददाता। स्थानीय करनीबाग संथालिया कोठी निवासी दुलारी देवी ने अपने मकान को जालसाजी के साथ हड़पने की शिकायत को लेकर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, मुख्य सचिव एवं उपायुक्त देवघर को कागजात समर्पित किया लेकिन कहीं से न्याय नहीं मिलने पर उनके पति दिवाकर सिंह ने बुधवार को एसडीओ के नाम आवेदन डाक से प्रेषित करते हुए घोषणा किया कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता है तब तक वे आमरण अनशन स्थानीय टावर चौक स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल के समीप करेंगे। उन्होंने बताया कि वह संथालिया कोठी में जमीन को खरीद कर मकान बनाकर रह रहे थे। जो कि 4741 वर्गफीट में है। जिसकी दखल कारिणी दुलारी देवी पति दिवाकर सिंह हैं। राजस्थान में रहने के कारण वह अपने मकान की समुचित देखभाल नहीं कर पा रही थी इसलिए उन्होंने देखभाल एवं सुरक्षा करने हेतु एक पावर नामा सुखदेव यादव के नाम से बना दिया। सुखदेव यादव ने पावरनामा का एक पृष्ठ को बदलकर उक्त भूमि को अपने बेटी के नाम रजिस्ट्री कर लिया। कोविड काल के दौरान वे राजस्थान से अपने आवास करनी बाग देवघर नहीं पहुंच सकी। इसी बीच सुखदेव यादव ने गलत ढंग से 28 मई 2019 को इस भूमि को रजिस्ट्री करा लिया। इतना ही नहीं उनके घर में रखे सभी सामान कागजात को भी गायब कर दिया गया। जब वे देवघर पहुंचे तो उन्हें मकान में घुसने से रोक दिया गया और कहा गया कि इसकी रजिस्ट्री हो चुकी है। इस बाबत दुलारी देवी ने राष्ट्रपति से लेकर उपायुक्त को आवेदन दिया सभी जगह से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया गया लेकिन दुलारी देवी को न्याय नहीं मिला। इसको लेकर उनके पति ने आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है।