-10 कार्य योजनाओं की जांच की
महेशपुर/संवाददाता। प्रखंड के अस्कंधा पंचायत अंतर्गत 2019-20 और 2020-21 में मनरेगा के तहत डोभा व कूप निर्माण एवं नाली निर्माण आदि 29 योजनाओं में गड़बड़झाला किए जाने को लेकर सोमवार को लोकपाल बिनोद प्रमाणिक ने पंचायत पहुंच स्थलीय जांच की। लोकपाल प्रमाणिक ने बताया कि विजय भंडारी की ओर से शिकायत मुख्यमंत्री को की गई थी। इसी शिकायत के आलोक में झारखंड सरकार के निर्देश पर सोमवार को मनरेगा योजनाओं की जांच की गई। जांच के क्रम में कनीय अभियंता रंजीत मंडल, मुखिया सुलेमान, ग्राम प्रधान एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में भगाबंध गांव में फागू सोरेन की जमीन पर कूप निर्माण, वेटका मुर्मू की जमीन पर कूप निर्माण, मनसा मुर्मू के जमीन पर डोभा निर्माण, मलीन मरांडी की जमीन पर कूप निर्माण, छोटू मरांडी की जमीन पर कूप निर्माण, सूरज मरांडी के जमीन पर कूप निर्माण, छक्कू मरांडी के जमीन पर कूप निर्माण, होपना टुडू की जमीन पर कूप निर्माण एवं पुसा टुडू की जमीन पर कूप निर्माण समेत 10 योजनाओं की जांच की गई। मनरेगा लोकपाल विनोद प्रमाणिक ने बताया कि 10 योजनाओं की जांच की गई है। बाकी योजनाओं का निरीक्षण एक के बाद एक करके की जाएगी एवं इसकी जांच रिपोर्ट झारखंड सरकार को भेजी जाएगी।
सीओ ने डंप तीन हजार सेफ्टी बालू को किया जब्त
महेशपुर/संवाददाता। प्रखंड अंतर्गत काठशाला मौजा की गौचर जमीन पर रखे 3,000 सेफ्टी डंपिंग बालू को सीओ रितेश जायसवाल ने थाना प्रभारी के साथ छापामारी कर जब्त कर लिया। इस बाबत सीओ जायसवाल ने बताया कि काठशाला गांव की गौचर जमीन पर अवैध तरीके से तीन हजार सेफ्टी बालू को डंपिंग कर रखा गया था जिसे छापामारी के दौरान पाया और उक्त बालू को जब्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया बालू डंपिंग करने वाले की तलाश की जा रही है।
परीक्षाफल में सुधार करने को लेकर संबंधित अधिकारियों को डीसी ने किया निर्देशित
पाकुड़/संवाददाता। समाहरणालय सभागार कक्ष में डीसी वरुण रंजन की अध्यक्षता में जिले में संचालित सभी कोटि के उच्च, उच्चतर एवं माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक के साथ बैठक आयोजित की गई। जिसमें मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा-2023 के परीक्षाफल पर विद्यालयवार समीक्षा की गई। बैठक में मुख्य रूप से परीक्षाफल में सुधार करने से संबंधित चर्चा की गई। जिन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है उन्हें रोटेशन के माध्यम से शिक्षकों की आपूर्ति कर शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ कर परीक्षाफल में सुधार करने को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। डीसी ने मैट्रिक परीक्षाफल में जिला के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की। कहा कि भविष्य में इस दिशा में और अधिक बेहतर प्रयास करने की अपेक्षा की है ताकि उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हो सके। डीसी ने उत्तीर्ण करने वाले बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। साथ ही उच्च शिक्षा के लिए हर संभव मदद करने की बात कही। डीसी ने कहा कि बच्चों के बेहतर परिणाम से पूरा जिला गौरवान्वित महसूस कर रहा है। उम्मीद है अगले वर्ष भी बच्चे और अधिक उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। बैठक में डीईओ रजनी देवी, डीएसई मुकुल राज एवं सभी प्रधानाध्यापक समेत अन्य उपस्थित थे।
चयनित आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं और सुपरवाइजर को दिया गया प्रशिक्षण
पाकुड़/संवाददाता। डीसी वरुण रंजन के निर्देश के आलोक में सोमवार को सूचना भवन सभागार में खुशहाल बचपन अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत बाल विकास परियोजना पदाधिकारी की अध्यक्षता में चयनित आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं एवं सुपरवाइजर को प्रशिक्षण दिया गया। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी चित्रा यादव, सुपरवाइजर चंदना सिंह एवं पीरामल फाउंडेशन एडीसी टीम के जिला प्रतिनिधि के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें स्कूल पूर्व शिक्षा तथा शिशु एवं छोटे बच्चों के आहार के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। साथ ही साथ केवल 06 माह तक स्तनपान और 06 माह के बाद ऊपरी आहार के बारे में एवं कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों का मूल्यांकन को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई। बच्चों को सिखाने के लिए किस प्रकार का लेसन प्लान होना चाहिए। साथ ही साथ बच्चे को उनकी मातृभाषा में बात करने के लिए बताया गया और एक महीने की गतिविधि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अंजू कुमारी, जिला प्रबंधक पीरामल फाउंडेशन के सुदीप्तो हाजरा, सुपरवाइजर एवं चयनित आंगनबाड़ी सेंटर की सेविका समेत अन्य उपस्थित थे।