रानिश्वर/निज संवाददाता। प्रखंड के पाठजोड़ पंचायत में मनरेगा के तहत कार्य में अनियमितता बरतने का मामला लगातार प्रकाश में आते रहता है। इस पंचायत के मनरेगा के तहत लगभग सभी कार्यो में सूचनापट्ट लगा हुआ नहीं रहता है। जिससे बिचौलिया मनरेगा कर्मी से मिलकर कार्यो में अनियमितता बरत सके। अगर एक दो कार्यस्थल में सूचनापट्ट लगा हुआ रहता तो खाली, बिना लिखा हुआ रहता या लिखा हुआ रहता उसमे में भी काफी झोल बना हुआ रहता है। जिससे बिचौलिया लोगो का दिग्भ्रमित कर कार्यो में अनियमितता बरत सके एवं लोकराषि का गबन कर सके। यहां के कुलबांदी गांव में एक तालाब कार्य स्थल पर सूचनापट्ट लगा हुआ है। लेकिन सूचनापट्ट में लाभुक का नाम को बिचौलिया ने घीस कर मिटा दिया है। जिससे लोगो को पता नहीं चले कि कार्य किसके नाम से चल रहा है। यहां के मनरेगा कर्मी द्वारा निरीक्षण किया जाता है कि नहीं यह किसी को पता नही है, या मनरेगा कर्मी के देख रेख में ही इस प्रकार के अनियमितता बरती जा रही है। जानकारी के मुताबिक हर कार्यस्थल पहले सूचनापट्ट लगाना है एवं स्पष्ट अक्षरों में कार्य का पूर्ण जानकारी लिखा होना चाहिए। लोगो की माने तो कार्यस्थल पर सूचनापट्ट लगने एवं सूचनापट्ट में स्पष्ट लिखा हुआ रहने से भ्रष्टाचार में लगाम लगाया जा सकता है। मनरेगा के वरीय पदाधिकारी द्वारा निरीक्षण नहीं करने के कारण बिचौलिया एवं मनरेगा कर्मी का मनोबल बढ़ा हुआ है।