मधुपुर/संवाददाता। मधुपुर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मे महामारी स्वच्छता पर आधारित पांच दिवसीय जागरूकता अभियान का समापन शुक्रवार को स्वच्छता गतिविधियों पर फोटोग्राफ्स, पेंटिंग, कार्टून, नारे लिखे बैनर आदि की प्रदर्शनी के साथ समापन हुआ। इस प्रदर्शनी में छात्रों के माता-पिता को भी आमंत्रित किया गया था। इसके पूर्व पांच जून को इस अभियान के शुभारंभ हुआ था।
इस अवसर पर प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के स्वच्छता आधारित जागरूकता अभियान छात्राओं के बीच चलाया गया। जिसमें बाल संसद के सदस्य द्वारा प्रार्थना सभा में महावारी स्वच्छता पर विचार, कक्षा 9 से ऊपर वर्ग के छात्रों को मासिक धर्म के बारे में जागरूक करना शामिल है। इसके अलावे कक्षा, रसोईघर, खिड़की, शौचालय, दरवाजे व चापानल के आसपास सफाई अभियान चलाने की जानकारी दी गई तथा महावारी स्वच्छता के लिए विद्यालय स्तर पर किशोरी मंच का गठन किया गया। साथी ही महामारी स्वच्छता पर निबंध एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी सफल छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। बता दें 28 मई को अंतरराष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस को लेकर अभियान विद्यालय वार्डन करुणा राय सहित तमाम शिक्षिकाएं और छात्राएं मौजूद थे।
समय पर इलाज होने से कुष्ठ बीमारी ठीक हो जाता है : उपाधीक्षक
फोटो-एमडीपी-05 कुष्ठ रोगी खोज अभियान को लेकर बैठक करते अस्पताल उपाधीक्षक व अन्य
मधुपुर/संवाददाता। अनुमंडल अस्पताल के सभागार में शुक्रवार को कुष्ठ रोगी खोज अभियान कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु प्रखंडस्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. मो. शाहिद ने की। बैठक में उपाधीक्षक डॉ. शाहिद ने कहा कि राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत कुष्ठ रोगी खोज अभियान का आयोजन 15 से 28 जून तक किया जाना है। इस अभियान में सभी विभाग की सहभागिता जरूरी है, क्योंकि आमतौर पर धारणा है कि यह लाइलाज बीमारी है। जबकि यह बिल्कुल ही गलत है। कुष्ठ की बीमारी पूरी तरह ठीक हो सकता है। बशर्ते की समय पर इसकी पहचान हो सके। इसके लिए चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी एक्शन प्लान के मुताबिक 15 जून से 28 जून तक घर-घर जाकर कुष्ठ रोगियों की पहचान कर उसका संपूर्ण इलाज करेंगे। कहा कि शरीर में तांबे कलर का निशान अगर दिखे और उसमें सूनापन हो तो यह कुष्ठ हो सकता है। इसे छुपाए नहीं यह पूरी तरह ठीक हो सकता है। छह महीने तक दवा खाकर कुष्ठ पूरी तरह ठीक हो सकता है। समय पर अगर कुष्ठ रोगियों की पहचान नहीं होती है तब यह रोग लाइलाज हो जाता है। रोगी विकलांगता की चपेट में आ जाता है। उपाधीक्षक ने सभी विभाग प्रमुख से गुजारिश कर कहा कि समुदाय में कार्यक्रम की जानकारी को प्रसारित करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान का लाभ उठा सके। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी के प्रतिनिधि सह प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी हरेराम दिनकर, आयुष चिकित्सक डॉ इकबाल खान, विशाल कुमार शर्मा ,आंगनवाड़ी सुपरवाइजर निवेदिता नटराजन, प्रियंका कुमारी ,नगर परिषद के ओम प्रकाश झा, मधुपुर नगर थाना के धनंजय कुमार मिश्रा, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के प्रतिनिधि, पीएमडब्ल्यू जियाउल अंसारी, दामोदर वर्मा, अजय कुमार दास समेत सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारी और कर्मी मौजूद थे।