मेहरमा। प्रखंड के अमजोरा पिरोजपुर पंचायत के मुखिया अनंत लाल यादव ने मंगलवार को पंचायत के स्कूलों का निरीक्षण किया। विद्यालयों में शिक्षा का बेहतर माहौल बनाने, सरकारी योजनाओं का लाभ सही लाभुक तक पहुंचाने के लिए उनके द्वारा यह दौरा किया गया। निरीक्षण के दौरान प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय पिरोजपुर का जायजा लिया। मौके पर स्कूल के प्रधान शिक्षक, सहायक शिक्षक समेत प्रबंधन समिति के सदस्य के साथ-साथ ग्रामीण थे। मुखिया ने एमडीएम संचालन, रसोईघर, बैठक एवं कक्षा संचालन संबंधी जानकारी लिया। निरीक्षण के दौरान स्कूल में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बच्चों से भोजन, कक्षा संचालन, शौचालय का उपयोग, स्वच्छता आदि के बारे में भी पूछताछ किया। मुखिया ने छात्र-छात्राओं को मन लगा कर पढ़ाई-लिखाई करने तथा नियमित स्कूल आने की नसीहत दिया। इस मौके पर उपमुखिया प्रियंका देवी भी उपस्थित थीं।
मोबाइल के दुरुपयोग से बचने की जरूरत : नूतन
गोड्डा। विधि संवाददाता अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर मंगलवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से स्थानीय राजकीय बालिका उच्च विद्यालय सभागार में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य नूतन कुमारी ने की, जबकि संचालन पीएलवी इंतेखाब आलम ने किया। प्रभारी प्राचार्य नूतन कुमारी ने कहा कि यह डिजिटल युग है। इसमें खासकर बालिकाओं को पूरी सावधानी पूर्वक मोबाइल एवं इंटरनेट का प्रयोग करना चाहिए। किसी अनजान व्यक्ति को कभी भी अपना नंबर शेयर नहीं करें। फेसबुक और व्हाट्सअप का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करें। सिर्फ पाठ्य सामग्री एवं शिक्षा संबंधी विविध जानकारी के लिए मोबाइल एवं इंटरनेट का प्रयोग करें। आज का दिन लड़कियों को संकल्प लेने की जरुरत है। समाज के नव निर्माण में लड़कियां अहम भूमिका अदा कर सकती हैं। इससे बाल विवाह जैसी तमाम कुप्रथा का समूल नाश संभव है। नीतू प्रभा ने कहा कि आधुनिक युग डिजिटल पीढ़ी का है। इससे हमें फायदा भी है, तो गलत उपयोग करने से भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इसलिए छात्राओं को जरुरत भर ही इंटरनेट एवं मोबाइल का प्रयोग करने की सलाह दी। कहा कि छात्राओं को सरकार की ओर से सभी प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। ऐसे में कोई ऐसा व्यवहार कदापि न करें जिससे आपका और समाज की बदनामी हो। बेहतर शिक्षा प्राप्त कर समाज एवं देश का नाम रोशन करने की सलाह दी। पीएलवी नवीन कुमार ने कहा कि 18 दिसंबर, 2011 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के तौर पर मान्यता दी, ताकि दुनिया भर की लड़कियों के जीवन में आने वाली चुनौतियों को पहचाना जा सके। यह संभवत: हर बच्ची के लिए अलग भी हो सकती है। कहा कि छात्राओं की सुरक्षा के लिए पॉक्सो जैसे कठोर कानून बनाये गये हैं। ऐसे में सावधानी बरतने की जरुरत है। मौके पर जियाउद्दीन, कुमारी संध्या, प्रीति प्रिया, मधुलता कुमारी, पूजा रानी, पार्वती कुमारी, आत्या परवीन, अल्का रानी आदि शिक्षक ने भी विचार व्यक्त किये।