डीसी ने राजस्व विभाग के कार्यों की समीक्षा की, दिए कई निर्देश
पाकुड़। निसं। बुधवार को उपायुक्त वरुण रंजन ने समाहरणालय स्थित सभागार में राजस्व संबंधी कार्यों को लेकर एवं कोल कम्पनियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्य रूप से राजस्व, दाखिल-खारिज, भूमि हस्तांतरण, ई-रेवन्यु कोर्ट, नीलाम पत्र, सीपीग्राम्स के लंबित मामलों से संबंधित किये जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। इसमें मुख्य रूप से उत्पाद विभाग, परिवहन विभाग, खनन विभाग, निबंधन विभाग, विद्युत विभाग, मत्स्य विभाग तथा अंचलवार राजस्व वसूली, ऑनलाइन दाखिल-खारिज मामले, अवैध जमाबंदी सहित अन्यान्य विषयों पर बिंदुवार समीक्षा की गई। बैठक के दौरान उपायुक्त ने राजस्व संग्रहण सहित अन्य संबंधित मामलों के विस्तारपूर्वक जानकारी लेते हुए संबंधित मामलों पर उचित कार्यवाही करने का निर्देश दिया। साथ ही, मासिक राजस्व वसूली की समीक्षा की गयी, जिसमें उन्होंने निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया। बैठक में उपायुक्त ने ऑनलाइन दाखिल-खारिज मामलों की समीक्षा के क्रम में उन्होंने लंबित दाखिल खारिज मामलों को निष्पादित करने का निर्देश दिया। वहीं भूमि हस्तांतरण की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने भूमि हस्तांतरण के लिए प्राप्त अधियाचना की अंचलवार अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने जिस अंचल में भूमि हस्तांतरण का कार्य लंबित हैं संबंधित अंचल अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए भूमि चिन्हित कर यथाशीघ्र प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया। संबंधित अधिकारियों को नीलाम पत्र अतिशीघ्र दुरूस्त कर लेने का निर्देश दिया। इसके अलावा उपायुक्त श्री रंजन ने विभिन्न कोल कम्पनियों से समस्याओं की जानकारी ली। प्रतिनिधियों ने हाट पोखरिया बाईपास, ड्राइवर्स आफ एक्जिस्टिंग कोल ट्रांसपोर्ट रोड, आर एंड आर कॉलोनी से संबंधित समस्याओं की जानकारी दी। इसके अलावा उपायुक्त ने जिला में स्थित कोल कंपनियों द्वारा किए जा रहे खनन कार्यों के सुचारू संचालन, परिवहन व्यवस्था, विधि व्यवस्था एवं अवैध खनन इत्यादि विषयों पर भी चर्चा की। इस क्रम में उन्होंने जिला प्रशासन एवं कोल कम्पनियों द्वारा समन्वय बनाकर समस्याओं के समाधान करने को लेकर कई निर्देश दिए। वहीं कोयला चोरी को रोकने के लिए कोल कम्पनियों के प्रतिनिधियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में अपर समाहर्ता मंजू रानी स्वांसी, अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित, जिला परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार गर्ग, कार्यपालक दंडाधिकारी आशुतोष, कार्यपालक दंडाधिकारी क्रांति रश्मि, जिला योजना पदाधिकारी अनूप कुजूर व अन्य पदाधिकारी एवं कोल कम्पनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
जन्म-मृत्यु निबंधन से संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन
पाकुड़। निसं। बुधवार को प्रखंड स्तरीय जन्म-मृत्यु निबंधन से संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण-सह- कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ पंचायत समिति प्रमुख जुहीप्रिया मरांडी, उप प्रमुख शिवलाल देहरी एवं महिला पर्यवेक्षिका बॉबी कुमारी ने संयुक्त रूप से किया। मौके पर महिला पर्यवेक्षिका श्रीमती कुमारी ने जन्म-मृत्यु के निबंधन के महत्व के उद्देश्यों की जानकारी दी। साथ ही, बताया कि जन्म-मृत्यु निबंधन से जुड़े निबंधकों, आंगनबाड़ी सेविकाओं, सहिया, सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। मौके पर पंजी संधारण, फार्म भरने और फील्ड में काम करने के बारे में बताया गया। प्रशिक्षण सह कार्यशाला में मुखिया, पंचायत सचिव, आंगनबाड़ी सेविका, प्रधानाध्यापक, स्वास्थ्य सहिया व अन्य लोग उपस्थित थे।
लिट्टीपाड़ा प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड के सभागार भवन में जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित कार्यशाला आयोजित किया गया। कार्यशाला में बाल विकास परियोजना कार्यालय, स्वास्थ, समाज कल्याण, शिक्षा, सांख्यिकी, पंचायती राज सहित सभी विभागों के प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, पर्यवेक्षक एवं सूचक के रूप में सभी आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम, सहिया, पंचायत सचिव, मुखिया एवं स्कूल के प्रधानाध्यापक उपस्थित थे। कार्यशाला में मार्स्ट ट्रेनर महिला पर्यवेक्षिका चंदना सिंह एवं प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी केसी दास ने प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षकों ने बताया कि जिन बच्चों का जन्म-मृत्यु पंजीकरण नहीं हो सका हो, ऐसे सभी बच्चों को चिन्हित कर उनके नाम को 14 जुलाई से 14 अगस्त 2023 तक अभियान की अवधि में शत-प्रतिशत राज्य की औपचारिक प्रणाली में नामांकित कराना है। वही मौके पर कई तकनीकी पहलुओं की भी जानकारी दी गई।
पत्रकार के पिता का निधन, जताया गया शोक
पाकुड़। निसं। जिला के वरिष्ठ पत्रकार राम प्रसाद सिन्हा के पिता मदन मोहन सिन्हा का निधन बुधवार को हो गया। वही उनके निधन की जानकारी मिलते ही उनके समर्थक और जानने वाले उनके आवास पर पहुंचकर शोक संवेदना जाहिर किया। वही पत्रकार के पिता के निधन पर जिला के पत्रकार व प्रेस क्लब के सदस्यों ने भी शोक जाहिर किया और उनके आत्मा की शांति की कामना की। यहां बता दें कि पत्रकार राम प्रसाद सिन्हा के पिता सरकारी सेवा से जुड़े हुए थे और सेवानिवृत्त होने के बाद वे समाज सेवा के क्षेत्र से जुड़े रहे। इसके साथ-साथ सेवानिवृत्त कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर भी हमेशा ही आवाज उठाते थे। उनके निधन पर कर्मचारी संघ से जुड़े सदस्यों ने भी शोक जताया।