राकेश चंदन/सरैयाहाट । जिस हंसडीहा को गोड्डा लोकसभा और पोड़ैयाहाट विधानसभा का गेटवे कहा जाता हैं, वहां अलग झारखंड राज्य बनने के 22 वर्ष बाद भी न तो प्लस टू स्तर का विद्यालय है और न डिग्री कालेज। कभी हंसडीहा में संताल परगना का एकमात्र शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज भी हुआ करता था। लेकिन वह कॉलेज कहां चला गया, इसकी जानकारी तक किसी को नहीं। हंसडीहा में शहीद बेचू राउत के नाम पर एक इंटर कॉलेज की स्थापना की गई थी। कुछ वर्ष चलने के बाद वह भी बंद हो गया। अविभाजित बिहार के समय जिले में कुल 23 उच्च विद्यालय थे जिनमें से झारखंड बनने से अबतक 20 उच्च विद्यालय को प्लस टू में अपग्रेड कर दिया गया है। लेकिन 3 अब भी उसी स्थिति में है जिसमें से उच्च विद्यालय हंसडीहा सहित दो सरैयाहाट प्रखंड में स्थित है। उच्च विद्यालय हंसडीहा की स्थापना 1959 में हुई थी। यह जिले के उन विद्यालयों में शामिल हैं जहां छात्र-छात्राओं की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है। रघुवर दास सरकार के द्वारा सभी विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक मॉडल डिग्री कालेज खोलने की पहल की गई थी। इसके तहत पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र के सुगाबथन में डिग्री कालेज स्थापित किया गया है जो गोड्डा कॉलेज से महज 12 किमी की दूरी पर है। यदि मॉडल कालेज हंसडीहा में बनवाया जाता तो क्षेत्र के लोग ज्यादा लाभान्वित होते। लेकिन राजनीतिक फायदे के लिए इसका निर्माण सुगाबथान में कराया गया।