- मेला के दौरान रात्रि 10.30 से सुबह सात बजे ताकि व्यवसायिक व मालवाहक वाहनों का प्रवेश रहेगा वर्जित
देवघर/वरीय संवाददाता। गुरुवार को अनुमंडल पदाधिकारी दीपांकर चौधरी की अध्यक्षता में आगामी श्रावणी मेला 2023 के अवसर पर श्रद्धालुओं को बेहतर व सुरक्षित यातायात व्यवस्था मुहैया कराने के उद्देश्य से सूचना भवन सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों व बस/ट्रक/ऑटो एसोसिएशन के अध्यक्षों को निदेशित करते हुए कहा कि आगामी श्रावणी मेला-2023 में आगंतुक सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित व सुव्यवस्थित यातायात मुहैया कराना हम सबकी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा बड़ी, छोटी व मालवाहक वाहनों के शहर में प्रवेश तथा शहर से बाहर जाने हेतु ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया हैं। जिसके तहत सभी प्रकार के छोटी बड़ी वाहन जिन्हें शहर में प्रवेश करते हुए बाहर जाना है उनके लिए रुट का निर्धारण किया गया हैं। इसके अलावा स्थानीय वाहनों के लिए भी आगामी श्रावणी मेला हेतु रुट प्लान किया गया है। साथ ही शहर के अंतर्गत कई जगहों को चिन्हित कर नो एंट्री जोन बनाया गया हैं। इन क्षेत्रों आवश्यकता होने पर सिर्फ एम्बुलेंस, अग्निशमन की गाड़ी आदि को ही छूट दी जाएगी। कहा कि आगामी श्रावणी मेला में काफी संख्या में श्रद्धालुओं के बाबाधाम जलार्पण हेतु आने की संभावना है। ऐसे में हम सभी का कर्तव्य होना चाहिए कि सभी को व्यवस्थित व सुरक्षित यातायात व्यवस्था मुहैया कराई जाय। ताकि जलार्पण के उपरांत सभी श्रद्धालु सुरक्षित अपने गंतव्य को प्रस्थान कर सके। आगे उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने हेतु बड़े व छोटे वाहनों हेतु निर्धारित रुट लाइन का व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा किया गया हैं जिसके माध्यम से ही वाहनों का आवागमन होगा। इसके अलावा रात्रि 10:30 से सुबह सात बजे तक व्यवसायिक व मालवाहक वाहनों का शहर में प्रवेश निषेध रहेगा। साथ ही श्रावणी मेला के दौरान रविवार रात्रि से सोमवार रात्रि तक बड़े वाहनों का शहर में प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। आगे अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा बस, ऑटो एसोसिएशन के अध्यक्षों को निदेशित करते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में वाहनों में ओवरलोडिंग व वाहनों के छतों पर श्रद्धालुओं को न बैठाए अन्यथा जिला प्रशासन द्वारा संबंधित वाहन मालिक के खिलाफ विधि सम्मत कानूनी कार्यवाई किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी छोटी बड़ी वाहनों जिनके माध्यम से श्रद्धालुओं का आवागमन होगा वे सभी अपना रेट चार्ट अनुमंडल कार्यालय में उपलब्ध कराए।बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार रजक, यातायात प्रभारी आलोक रंजन, कार्यपालक दंडाधिकारी सुप्रिया भगत, बस, ट्रक व टेम्पू एसोसिएशन के अध्यक्ष, जंसम्पर्क कर्मी निर्भय शंकर ओझा आदि उपस्थित थे।
वज्रपात की चपेट में आने से युवक की मौत
देवघर/संवाददाता। वज्रपात की चपेट में आने से एक 18 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मृतक का नाम नारायण मिर्धा है जो गोड्डा जिले के गंगरा खुर्द का रहने वाला है। पुलिस को दिए बयान में मृतक के चाचा बिहारी मिर्धा ने कहा है कि देवघर स्टेशन के पास एक किराए के मकान में तीन चार लोगों के साथ रहकर मजदूरी करने का काम करता था। 21 जून की शाम को सभी लोग मजदूरी कर वापस कमरे में पहुंचे थे और खाना बनाने की तैयारी में जुट गए थे। शाम के करीब 7:30 बजे बारिश होना शुरू हो गया। मृतक भतीजा बाहर सूख रहे कपड़े को लाने गया था। उसी दौरान अचानक जोर आवाज से ठनका गिरा। जिसकी चपेट में नारायण आ गया और बेहोश होकर गिर पड़ा। आनन-फानन में उसे बेहोशी की अवस्था में सदर अस्पताल इलाज के लिए लेकर पहुंचे। जहां देखने के बाद ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर जानकारी मिलते ही बैद्यनाथधाम ओपी प्रभारी विनोद कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
डॉक्टर व उसके रिश्तेदार से पांच लाख 47 हजार की साइबर ठगी
देवघर/संवाददाता। साइबर ठगों ने देवघर के एक सर्जन एवं उसके रिश्तेदार से पांच लाख 47 हजार रुपये ठगी कर ली। इसे लेकर नगर थाना क्षेत्र के आशाराम राम केसान रोड निवासी डॉ अलोक कुमार सिन्हा ने साइबर थाना में मामला दर्ज कराया है। कहा है कि 12 जून को उसके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने अपना नाम डॉ आरबी गुप्ता बताया और कहा कि वह कटिहार मेडिकल कॉलेज में प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। उससे कहा कि उसका नंबर हजारीबाग के शल्य चिकित्सक डॉ सतवीर सिंह से उसका नंबर मिला है। कहा है कि कॉल करने वाले ने कहा कि कटिहार मेडिकल कॉलेज में यूजी एवं पीजी सीट बढ़ाने के लिये बहाली हो रही है। उसने इसे लेकर सहमति जता दी। दोबारा शाम को मैसेज आया कि एक एनआरआई कोटे का सीट खाली है जो कि एक छात्र के पिता के आकस्मिक निधन होने पर खाली हुआ है। चूंकि वह छात्र बिना परीक्षा दिये सीट छोड़ चुका है। जिसका एनएमसी से एनओसी मिल चुका है। उसके द्वारा मैसेज के माध्यम से एनओसी की प्रति भी भेजा और कहा कि आपके ध्यान में कोई छात्र है तो बतायें। चिकित्सक उसके झांसे में आकर दो दिन बाद अपने एक रिश्तेदार के पुत्री की नीट में सफलता के बारे में उसे बताया रैंक ज्यादा रहने पर रिश्तेदार से उक्त व्यक्ति का नंबर शेयर कर दिया। कॉल करने वाले के द्वारा बकायदा कटिहार मेडिकल कॉलेज के स्टांप पेपर पर एनएमसी के पास एनओसी का आवेदन इमेल किया। उपरंात उसके द्वारा डॉक्टर के रिश्तेदार से 4.5 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिया। 16 जून को बीसीईसीई के दफ्तर में बायोमैट्रिक के लिये बुलाया गया, लेकिन उससे पूर्व डॉक्टर से 97 हजार रुपये यह कह कर लिया कि प्रोसेसिंग चार्ज के लिये पूरा रुपया मांगा जा रहा है देर करेंगे तो स्थगित हो जायेगा। चिकित्सक ने सारा रुपया इंडियन ओवरसीज बैंक के खाता से निफ्ट के माध्यम से 40 हजार और 57 हजार गूगल पे माध्यम से पे कर दिया। मामला दर्ज कर साइबर थाना पुलिस छानबीन में जुट गयी है।