प्रत्येक महीने किया जायेगा परिवार कल्याण दिवस कार्यक्रम
कुंडहित/संवाददाता। प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को साहिया साथियों की मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर नेपाल हेंब्रम, बीपीएम सलीम खान, एसटीटी लक्ष्मी मंडल, बीटीटी सुबोध मंडल, बबली सिंह मौजूद थे। बैठक के दौरान पिछले बैठक की समीक्षा, एमआर टीकाकरण की समीक्षा, आरआई का वार्षिक सर्वे, भीएचएसएनसी की वर्तमान स्थिति आदि विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी। साथ ही उपस्थित साहिया साथियों से अधिक-अधिक लोगों को परिवार नियोजन के लिए जागरूक करने के लिए कहा गया। मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर नेपाल हेंब्रम ने स्वास्थ्य उपकेंद्रों में हर महीने में परिवार कल्याण दिवस कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए कहा। जिस गांव में एमआर टीकाकरण से बच्चे छूट गए हैं, वहां दोबारा कैंप लगा कर टीकाकरण करवाने के लिए कहा गया। साथ ही मासिक टीकाकरण को टीआरआई ऐप्प में सभी सहिया का अपलोड करने के लिए कहा गया। कहा कि प्रसव पूर्व जांच काफी कम हो रहे हैं इसको बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया। वहीं मातृ और शिशु मृत्यु रिपोर्ट ससमय उचित माध्यम के पास पहुंचाना है। मौके पर काफी संख्या में साहिया साथी उपस्थित थीं।
कृषक गोष्ठी में किसानों को किया गया जागरूक
बिंदापाथर/संवाददाता। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को बिंदापाथर पंचायत सचिवालय परिसर स्थित सभागार में कृषि विभाग द्वारा कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। किसानों को जागरूक किया गया। जिसमें किसानों को खेती की बढ़ती लागत कम करने व गुणवत्तापूर्ण उत्पादन वृद्धि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। मौके पर बीटीएम नरेश प्रसाद साह ने किसानों को जैविक खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जैविक खेती करने से फसलों की लागत कम होगी। कीटनाशक दवाइयों की वजह से भूमि की उर्वरा शक्ति खराब होती है तथा लागत भी बढ़ जाती है। फसल में गुणवत्तापूर्ण व उत्पादन वृद्धि के लिए जैविक खाद के प्रयोग से जैविक खेती करनी चाहिए। जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। मनुष्य में होने वाली बीमारियों में भी कमी आएगी। उन्होंने किसानों को गोवर्धन योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि गोबर एक अनमोल धन है। गोबर के माध्यम से किसान जैविक खेती कर कम खर्च में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। रासायनिक खाद से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होने के साथ-साथ अन्य जीव जन्तुओं के लिए हानिकारक साबित होती हैं। जैविक खेती के लिए किसान मवेशी का पालन करें। उन्होंने कहा कि किसान मोटा अनाज ज्वार, बाजरा, कोदो, मड़ूआ आदि की खेती पर अधिक जोर दें। इस अवसर पर बिंदापाथर के मुखिया प्रवास कुमार हेम्ब्रम ने कहा कि कृषि कार्य से अधिक आय के लिए किसानों को जागरूक होना आवश्यक है। जागरूक किसान जैविक पद्धति से कृषि कार्य कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं। कहा कि सरकार की ओर से किसानों को अनुदानित दर पर दिए जाने वाले बीज ससमय उपलब्ध कराया जाए, ताकि समय पर खेती की जा सके। मौके पर बारीन सिंह, अशोक महतो, अजित गोराई, बम यादव, उत्तर गोराई, पानशर टुडू, मंगल सिंह सहित अन्य किसान उपस्थित थे।
सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन
नाला/संवाददाता। नाला प्रखंड क्षेत्र के अफजलपुर पंचायत अंतर्गत बर्द्धनडंगाल गांव में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन होने से संपूर्ण क्षेत्र में इस कार्यक्रम को लेकर उत्साह का वातावरण बना हुआ है। इस धार्मिक कार्यक्रम के छठे दिन वृन्दावनधाम के कथावाचक गोविंद बल्लभ शास्त्री श्रीमद्भागवत कथा के अंतर्गत महारास लीला, रुक्मणी विवाह आदि का मधुर वर्णन किया। इस हृदय स्पर्शी प्रसंग में कथावाचक ने कहा कि गोपियों ने भगवान श्रीकृष्ण से उन्हें पति रूप में पाने की इच्छा प्रकट की। भगवान ने गोपियों की इस कामना को पूरी करने का वचन दिया। इसके लिए उन्होंने रास का आयोजन किया। शरद पूर्णिमा की रात को यमुना तट पर गोपियों को मिलने के लिए कहा गया। सभी गोपियां सजधज कर नीयत समय पर यमुना तट पर पहुंच गई। उनकी बांसुरी की सुरीली धुन सुन कर सभी गोपियां अपनी सुधबुध खोकर कृष्ण के पास पहुंच गईं। उन सभी गोपियों के मन में कृष्ण के नजदीक जाने, उनसे प्रेम करने का भाव तो जागा लेकिन यह पूरी तरह वासना रहित था। इसके बाद भगवान ने रास आरंभ किया। माना जाता है कि वृंदावन स्थित निधिवन ही वह स्थान है जहां श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था। यहां भगवान ने एक अद्भुत लीला दिखाई। जितनी गोपियां थीं उतने ही श्रीकृष्ण के प्रतिरूप प्रकट हो गए। सभी गोपियों को उनका कृष्ण मिल गया और दिव्य नृत्य एवं प्रेमानंद शुरू हुआ। श्रीकृष्ण ने अपने हजारों रूप धारण कर वहां उपस्थित सभी गोपियों के साथ महारास रचाया लेकिन एक क्षण के लिए भी उनके मन में वासना का प्रवेश नहीं हुआ।