चकाई। संवाददाता। जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम के तहत मंगलवार को घुटवे पंचायत के नोनियातरी गांव स्थित पंचायत भवन में शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय मुखिया ने किया। शिविर में बीडीओ कृष्णा कुमार ने प्रखंड द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी लोगों को दी एवं इसका लाभ उठाने की अपील की। इस शिविर में श्रम विभाग, शिक्षा विभाग, आपूर्ति विभाग, सांख्यिकी विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग समेकित बाल विकास परियोजना, पीएम आवास सामाजिक सुरक्षा कोषांग सहित 19 टेबल लगाया गया था। बीडीओ ने बताया कि माधोपुर पंचायत में कुल 377 आवेदन पत्र प्राप्त हुए, इसमें 339 आवेदनों का ऑन स्पॉट निष्पादन कर दिया गया। शेष बचे 38 आवेदन को जल्द निष्पादन कर दिया जायेगा।
सार्वजनिक जगहों पर अलाव व्यवस्था कराने की मांग
अलीगंज। संवाददाता। दो दिनों से लगातार चल रहे शीत लहर व कपकपाती ठंड ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित कर दिया है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित है। इस ठंड का असर शहर से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखा जा रहा है। मंगलवार को हल्की धूप निकली लेकिन तेज हवा और शीतलहर ने लोगों को अपना ठंड असर कराते रहा। वही ठंड से जहां आमजन जीवन प्रभावित हो रहे हैं। वही पशु पक्षी और पालतू मवेशी भी इस प्रकोप से प्रभावित हो रहे हैं। इस भीषण ठंड के बावजूद भी जिला प्रशासन की ओर से अभी तक अलाव की व्यवस्था अलीगंज प्रखंड में नही किया गया है। इसके बावजूद चौक चौराहे पर दैनिक मजदूरो, रिक्शा टेम्पो चालक एव अन्य दैनिक काम करने वाले को भीषण शीतहर में निकलना पड़ता है जिन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इतनी ठंड के बावजूद भी अलाव की व्यवस्था नही कराया गया है। प्रान्तीय नेता सह अधिवक्ता शशिशेखर सिंह मुन्ना, युवा नेता महेश सिंह राणा, कांग्रेस नेता धर्मेन्द्र पासवान उर्फ गुरूजी आदि लोगों ने बताया कि इतनी ठंड के बाद भी जिम्मेदार बेखबर है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से अलीगंज प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न सार्वजनिक जगहो पर ठंड को देखते हुए अलाव की व्यवस्था कराने की मांग किया है।
अलीगंज में समस्याओं का है अंबार, नही हो रहा निदान
अलीगंज। संवाददाता। जमुई अनुमंडल क्षेत्र के अलीगंज प्रखंड में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। क्षेत्र की जनता को मूलभूत आवश्यकताएं भी पूरी नहीं हो पा रही है। जनप्रतिनिधि भी विवश नजर आ रहे हैं।
नागरिकों को संवैधानिक तौर पर मौलिक अधिकार तो प्राप्त है, लेकिन इस क्षेत्र की जनता को मूलभूत सुविधाएं मयस्सर नहीं हो रही है। पंचायती राज व्यवस्था भी लागू हो गई है, लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं हो सका।
क्षेत्र की सबसे अहम समस्या स्वास्थ्य की है। कहने को तो पंचायत स्तर तक स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति कर दी गई है लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और है। स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक सेवा नहीं दे रहे हैं। सरकारी स्तर पर यहां न तो महिलाओं के प्रसव की व्यवस्था है और न ही कोई महिला चिकित्सक। अलीगंज स्वास्थ्य केन्द्र व उपकेंद्र में एक भी एमबीबीएस चिकित्सक नहीं है।
शिक्षा की स्थिति भी इस क्षेत्र में दयनीय है। दो वर्ष बीत गए, लेकिन अब तक यहां स्वतंत्र प्रभार के रूप में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी भी नियुक्त नहीं किए गए हैं। क्षेत्र के लगभग सभी प्राथमिक व उच्च विद्यालयों में स्वीकृत इकाई से कम शिक्षक हैं। इस कारण शिक्षा का स्तर लगातार गिर रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों के मजदूरों को सौ दिन रोजगार देने का दंभ भरनेवाला मनरेगा भी दलालों और अधिकारियों की भेंट चढ़ गया है। मनरेगा योजनाओं में जेसीबी मशीन से काम कराया जा रहा है। भुगतान फर्जी जॉब कार्डधारियों के खाते में किया जा रहा है। क्षेत्र में रोजगार के कोई अन्य साधन भी नहीं है। लिहाजा क्षेत्र के 70-80 फीसदी युवा रोजगार के लिए पलायन दूसरे प्रदेश कर चुके है।
सेमेस्टर वन की परीक्षा कल से शुरू, तैयारी पूरी
चकाई। संवाददाता। प्रखंड के फाल्गुनी प्रसाद यादव महाविद्यालय चकाई को मुंगेर विश्वविद्यालय की ओर से युजी (सीबीसीएस) सेमेस्टर वन 2024 की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया है जिसमें डॉ. अरविन्द कुमार कॉलेज विशनपुर, सरस्वती अर्जुन एकलव्य जमुई एवं डीएसएम कॉलेज झाझा के परीक्षार्थियों का सेमेस्टर वन की परीक्षा होनी है। यह जानकारी पीपीवाई कॉलेज चकाई के प्रभारी प्राचार्य डॉ. रविशंकर यादव ने दी। उन्होंने आगे बताया कि स्नातक सेमेस्टर वन की परीक्षा 16 जनवरी से प्रारंभ होकर 29 जनवरी 2025 तक दोनों पालियों में होगी। परीक्षा प्रथम पाली सुबह 9 से 12 बजे तक एवं द्वितीय पाली 1 बजे से लेकर 4 बजे तक होंगी। उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण एवं कदाचार मुक्त परीक्षा संचालित को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है।
चकाई में सोहराय की धूम, ढोल बजा थिरके पूर्व विधान पार्षद
चंद्रमंडी। संवाददाता। आदिवासियों के सभ्यता संस्कृति से जुड़े प्रमुख त्योहार सोहराय पर्व की चकाई में धूम मची हुई है। आदिवासी बहुल इलाका होने के कारण पिछले एक सप्ताह से यहां गांव-गांव में आदिवासी समाज की ओर से सोहराय पर्व मनाया जा रहा है जिसमें आदिवासियों की सभ्यता, संस्कृति और प्रकृति से जुड़ाव देखने को मिल रहा है। पूरे इलाके में ढोल, झाल व नाल की धुन पर आदिवासी समुदाय थिरक रहा है जिससे पूरे इलाके की छठा मनोरम हो रही है। इस क्रम में मंगलवार को प्रखंड के बामदह पंचायत अंतर्गत सुदूरवर्ती घने जंगलों में स्थित बाघापतार गांव में आदिवासी समुदाय की ओर से भव्य सोहराय महामिलन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के युवक युवतियों ने भाग लिया और घर-घर जाकर ढोल और मंदार बजाया। इस दौरान घर-घर जाकर चूड़ा भी लिया। यहां मुख्य अतिथि के रूप में जदयू नेता और पूर्व विधान पार्षद संजय प्रसाद ने भी शिरकत की तथा घंटे तक खुद ढोल और मांदर बजाते रहे। उनके समर्थक भी आदिवासी गीतों पर झूमते दिखाई पड़े। पूर्व विधान पार्षद ने आदिवासी समुदाय के लोगों के बीच मिठाई का भी वितरण किया और सोहराय पर्व की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सोहराय पर्व प्रकृति से जुड़ा हुआ पर्व है। यह हमें अपने सभ्यता संस्कार और संस्कृति से जुड़े रहने की सीख देता है। मौके पर जदयू जिला उपाध्यक्ष बालेश्वर दास, जदयू प्रखंड अध्यक्ष विंदेश्वरी वर्मा, युवा नेता राजेश पांडे, दयानंद तांती, पूर्व जिला पार्षद राम लखन मुर्मू, दिलीप राय, भगवान राय, नीरज नगीना, भोला सिंह, ललित मरांडी, प्रियांशु कौशिक आदि मौजूद थे।
प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम के जरिए लोगों की शिकायतों का किया जा रहा है निपटान
हितकारी कार्यों के लिए सरकार कटिबद्ध है : जिलाधिकारी
जमुई। संवाददाता। डीएम अभिलाषा शर्मा के निर्देशानुसार जमुई जिले के सभी प्रखंडों के पंचायत परिसर में प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी गई और उनकी समस्याओं से संबंधित आवेदन लिए गए। कुछ आवेदनों का ऑन द स्पॉट निपटान किया गया तो कुछ आवेदन को कठिनाई दूर करने के लिए नामित विभाग भेजे गए। प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम में पदाधिकारियों ने लोगों से अधिक से अधिक आवेदन करने की अपील की ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने पीएम आवास, मनरेगा, आपूर्ति, पेंशन, हर घर नल का जल, विद्युत, स्वास्थ्य, शिक्षा, आंगनबाड़ी, कृषि, परिवहन, उद्योग, श्रम आदि विभागों से जुड़े कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से चर्चा की और इसके संबंध में उपस्थित जनों को वांछित जानकारी देकर उनका क्षमतावर्धन किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि हितकारी कार्यों के लिए सरकार कटिबद्ध है। फ्लैक्स के जरिए कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
कार्यक्रम स्थल पर मद्य निषेध, समाज कल्याण, आईसीडीएस, स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, उद्योग, श्रम आदि विभागों के द्वारा स्टॉल लगाए गए हैं। जरूरतमंद लोग वहां जाकर वांछित जानकारी हासिल करें और आवेदन के जरिए अपनी समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराकर उसका निदान कराएं। इस अवसर पर समेकित बाल विकास परियोजना के तहत एनीमिया, पूरक पोषाहार, पोषण भी पढ़ाई भी, पर्यावरण संरक्षण आदि कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने इसका लाभ लेने का संदेश दिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से केंद्र पर एनीमिया जांच के लिए कैंप लगाने का भी निर्देश दिया।
सभी सम्बंधित प्रखंड और अंचल स्तरीय पदाधिकारी समेत पंचायत जनप्रतिनिधि कार्यक्रम में उपस्थित थे। डीएम के इस पहल की जमकर सराहना की जा रही है।
मुख्य सचिव ने एसटी-एससी से जुड़े कार्यों की समीक्षा की
जमुई। संवाददाता। मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य स्तरीय कार्यकारिणी समिति की बैठक की। डीएम अभिलाषा शर्मा अपने कार्यालय प्रकोष्ठ से वीसी के जरिए समीक्षात्मक बैठक में शामिल हुईं। मौके पर जमुई जिला के लिए प्रस्तावित राशि पर गहन मंथन किया गया।
मुख्य सचिव ने अनु.जाति एवं अनु.जनजाति कल्याण विभाग की ओर से वर्ष 2024-25 में लिए संविधान की धारा 275 (1) के अन्तर्गत विभिन्न विभागों और जिलों से प्राप्त प्रस्ताव पर विचार किया। वर्ष 2023-24 में संविधान की धारा 275 (1) के अन्तर्गत जमुई जिला के एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय, आस्ता एवं अनु.जनजाति आवासीय बालक उच्च विद्यालय, बामदह में योजना की स्वीकृति दी गई है, जिसमें लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग एवं भवन प्रमंडल विभाग जमुई की ओर से कार्य कराया जा रहा है। मुख्य सचिव ने आगामी 2025-26 के लिए प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव संबंधित विभागों के आंकड़ों से रूबरू होते हुए कार्यों में तीव्र गति लाने का निदेश दिया। कहा कि आपसी समन्वय बनाकर निर्धारित समय-सीमा के अंदर पूरी निष्ठा के साथ कार्य करें।
जिलाधिकारी ने मौके पर सरकार के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर गति दिए जाने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी को देते हुए कहा कि किसी भी सूरत में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
नजारत उप समाहर्ता अमु आमला, जिला अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण पदाधिकारी रजी इमाम समेत अन्य पदाधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
डीएम ने सड़क सुरक्षा प्रचार रथ को किया रवाना
जीवन अमूल्य है, इसे सुरक्षित रखना आपका दायित्व है : अभिलाषा
जमुई। संवाददाता। जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा ने सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ करते हुए सड़क सुरक्षा जागरूकता संदेश देने वाले प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह अभियान 31 जनवरी तक चलेगा। इस दौरान जागरूकता वाहन जिले के समस्त मार्गों और चौराहों में घूम-घूमकर जन-सामान्य को यातायात नियमों के पालन तथा दुर्घटना से बचाव को लेकर जागरूक करेगा। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना से बचाव के लिए जन सामान्य सजग और सचेत रहें। यातायात के नियमों का पालन करें। सुरक्षा उपकरण हेलमेट, सीट बेल्ट आदि का जरूर इस्तेमाल करें। नियंत्रित स्पीड में वाहन चलाएं। जीवन अमूल्य है। इसे सुरक्षित रखना आपका दायित्व है। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से आग्रह किया कि वे स्वयं के साथ अपने मित्रों, परिचितों और स्वजनों को भी सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करें। सड़क दुर्घटनाएं हमारे निजी जीवन के साथ-साथ देश को आर्थिक और सामाजिक क्षति पहुंचाती है। अधिकांश सड़क दुर्घटनाओं में 20 से 40 आयु वर्ग के व्यक्ति की क्षति होती है जो अपने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य होते हैं। उनके बाद उनके परिवार की स्थिति दयनीय हो जाती है। सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करते हुए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने का हम सबको प्रयास करना चाहिए।
एडीएम सुभाष चंद्र मंडल, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राम दुलार राम, जिला परिवहन पदाधिकारी मो. इरफान समेत कई अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
अंतर कंपनी सांस्कृतिक सम्मेलन में कथक, ओडिसी, भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी व मणिपुर नृत्य प्रतियोगिता आयोजित
आसनसोल। संवाददाता। 14 जनवरी को ईसीएल की ओर से आसनसोल के रवीन्द्र भवन में आयोजित कोल इंडिया लिमिटेड अंतर कंपनी सांस्कृतिक सम्मेलन 2024-25 का दूसरा दिन रहा। कार्यक्रम के दूसरे दिन की शुरुआत सीआईएल मुख्यालय, अनुषंगी कंपनियों और एससीसीएल की प्रतिस्पर्धी टीमों के बीच कथक प्रतियोगिता के साथ हुई। इसके बाद ओडिसी, भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी और मणिपुर नृत्य प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ।
कोल इंडिया लिमिटेड अंतर कंपनी सांस्कृतिक सम्मेलन 2024-25 का दूसरा दिन शास्त्रीय नृत्य प्रतियोगिताओं के लिए निर्धारित रहा, इसके बाद गजल, ऑर्केस्ट्रा, ख्याल, धमोर, ठुमरी और तबला प्रतियोगिता के साथ सम्मेलन अपने दूसरे दिन के निष्कर्ष पर पहुंचा।
गौरतलब हो कि इस सम्मेलन में कोल इंडिया लिमिटेड मुख्यालय, सभी अनुषंगी कंपनियों तथा एससीसीएल से आयी हुईं विभिन्न टीमों द्वारा अपने हुनर को एक पहचान देने के मंच के रूप में सराहा जा रहा है जिसे ईसीएल ने आयोजित किया है।