शिक्षा विभाग के सभी कर्मियों को सजगता से कार्य करने का दिया गया निर्देश
पाकुड़/संवाददाता। डीसी वरुण रंजन की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में रविवार को शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक हुई। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, ई-विद्यावाहिनी में शिक्षकों एवं छात्रा की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन से संबंधित कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया। बैठक में डीसी ने विद्यालयों में शिक्षकों एवं छात्रों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली। इस दौरान 30 शिक्षक ऐसे मिले जो ढ़ाई महीने से ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर उपस्थिति सुनिश्चित नहीं कर रहे थे। डीसी ने कहा कि इसकी पूर्ण जांच करें। यदि ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर उपस्थिति नहीं बनाया गया है और वेतन का भुगतान कर दिया गया है तो बीईईओ पर भी कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी प्रखंड में ई-विद्या वाहिनी से शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने की बात कही। डीसी ने कहा कि विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के साथ-साथ शिक्षकों की उपस्थिति की लगातार मॉनिटरिंग की जरूरत है। सभी बीआरपी, सीआरपी को निर्देश दिया गया कि अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत स्कूलों का निरन्तर निरीक्षण कर विद्यालय में विद्यार्थियों की उपस्थिति, शौचालय एवं पीने के पानी समेत विभिन्न बिन्दुओं का निरीक्षण कर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करें। जिले के प्रत्येक स्कूलों का संचालन सही तरीके से करते हुए स्कूलों में पानी एवं शौचालय की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। डीसी ने जानकारी ली कि कितने शिक्षकों द्वारा सिलेबस को कंप्लीट कराया गया है। डीसी ने सभी प्रधानाध्यापक को प्रत्येक सप्ताह शिक्षकों के साथ बैठक करने का निर्देश दिया। बैठक में डीसी द्वारा प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण, मध्याह्न भोजन योजना की समीक्षा करते हुए जिले का आच्छादन दर बढ़ाने के लिए डीएसई को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया। डीसी ने कहा कि सरकार की ओर से विद्यालय स्तर पर चलाई जा रही सारी योजनाओं का लाभ छात्र-छात्राओं को मिले, इसके लिए शिक्षा विभाग के सभी कर्मी सजगता के साथ कार्य करें। डीसी ने जिले के तीन उत्कृष्ट विद्यालय में नामांकन की स्थिति की भी समीक्षा की। प्राइवेट स्कूलों के तर्ज पर उत्कृष्ट विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना सभी शिक्षक सुनिश्चित करेंगे। बैठक में डीईओ रजनी देवी, डीएसई मुकुल राज, एडीपीओ जयेंद्र मिश्रा, सभी बीईईओ समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।