दुमका/निज संवाददाता। पुराना समाहरणालय में बिरसा दिव्यांग समिति और दिव्यांग विधवा एवं वृद्धा जनकल्याण मोर्चा के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन मंगलवार को किया। जिसकी अध्यक्षता समिति संरक्षक बलदेव राय ने किया। कार्यक्रम के माध्यम से 11 सूत्री मांग पत्र डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपा। मांगों में विगत कई महीनों से खाली पड़े राज्य नि:शक्तता आयुक्त की नियुक्ति करने, प्रोत्साहन भत्ता भुगतान करने, आरक्षण रोस्टर के अनुरूप दिव्यांगजनों की नियुक्ति करने, प्रतियोगिता परिक्षाओं में दिव्यांगजनों का कटऑफ मार्क्स कम करने, राज्य एवं जिला स्तर पर होने वाली किसी भी विभाग की संविदा, मानदेय आधारित नौकरियों में भी दिव्यांगजनों को कोटवार आरक्षण प्रदान करने, केन्द्र एवं राज्य के सभी प्रकार के आवास योजनाओं में दिव्यांगजनों एवं उनके परिवार को सबसे पहले आवास देने समेत विभिन्न मांग शामिल है। दिव्यांगजनों एवं उनके परिवार के पुस्तैनी जमीन या किसी के द्वारा दान में दिए जमीन को, यदि कोई अन्य व्यक्ति जबरन लेता है तो उस जमीन को पुन: वापस करने समेत अन्य मांग शामिल है। इस अवसर पर अध्यक्ष नीतेश कुमार, प्रियतम कुमार सिंह, समीम अंसारी, सुमित शर्मा, अजीत कुमार राय, रामजीवन राय, बिहारी लाल मरांडी, सनातन हेंब्रम, जानकी कुमारी, निभा देवी, करण मंडल, अमर कुमार महतो आदि उपस्थित थे।
डायन प्रताड़ना मामला: गांव में शांति का प्रयास
सरैयाहाट/निज संवाददाता। थाना क्षेत्र के अवसारी पिंडरा गांव में डायन बताकर प्रताड़ित करने के मामले के बाद से जिला प्रशासन काफी सजग हो गई है। गांव में शांति का माहोल बना रहे इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी लगातार गांव का भ्रमण कर रही है। मंगलवार को बीडीओ दयानंद जायसवाल पुलिस पदाधिकारियों और प्रखंड कर्मियों के साथ गांव पहुंच ग्रामीणों के साथ बैठक कर सभी से शांति बनाए रखने की अपील की। इस दौरान बीडीओ ने उपस्थित लोगों को समझाया की आज का युग वैज्ञानिक आधार का युग है, डायन प्रथा सिर्फ एक अंधविश्वास है, और कुछ नहीं। उन्होंने कहा की गांव में सभी आपसी भाईचारे के साथ रहें, किसी के साथ कोई भेदभाव न करें। पीड़ित परिवार के साथ भी कोई भेदभाव न हो इसका भी सभी खयाल रखें। गांव में शांति और सौहार्द का वातावरण बना रहे साथ ही सभी भयमुक्त वातावरण में अपना जीवन यापन करें। बीडीओ गांव के एक एक घर जाकर महिलाओं को भी समझाया की किसी भी तरह के अंधविश्वास पर ध्यान देने की जगह अपने परिवार के सदस्यों को शिक्षित करें। घरों में शिक्षा की अलख जगाएं, क्योंकि शिक्षित परिवार ही समय के साथ समाज में आगे बढ़ सकता है। इसके पूर्व भी बीते 25 सितंबर को बीडीओ के साथ प्रशासनिक अधिकारी गांव का भ्रमण कर चुकी है। इस दौरान थाना प्रभारी विनय कुमार, बीपीओ सुलेमान हांसदा मुख्य रूप से मौजूद थे।