बस में विष्फोट कर की थी 8 मतदान कर्मी व पुलिस जवानों की हत्या
शिकारीपाड़ा में हुई थी घटना, आठ सालों से फरार था राज कुमार भगत
दुमका/निज संवाददाता। वर्ष 2014 में झारखण्ड में तीसरे चरण के चुनाव के समाप्ति के आधे घंटे बाद दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में मतदान करवा कर वापस लौट रहे मतदान पार्टी के बस को बम विष्फोट कर उड़ा, पांच मतदान व पुलिस कर्मियों की हत्या और 08 कर्मियों को गंभीर रूप से घायल करने की नक्सली घटना के नामजद अभियुक्त राज कुमार भगत को पुलिस ने रामगढ़ थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी ने बताया कि वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान शिकारीपाड़ा में नक्सली हमला हुआ था जिसमें एक अभियुक्त फरार चल रहा था। राज कुमार भगत नामक इस अभियुक्त को रामगढ़ के कुड़ीआम स्थित उसके घर से रविवार के देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया है। पुलिस जब उसे एसडीपीओ के कार्यालय लेकर जा रही थी तभी उसके पीछे पत्नी और बेटी रोती हुई चल रही थी। बार बार पत्नी यही कह रही थी कि अब उनका क्या होगा। इस पर पति ने कहा कि चिंता नहीं करो कुछ नहीं होगा। यहां बता दें कि 24 अप्रैल 2014 को मतदान समाप्ति के बाद जब असना व जामकंदर के बुथ नं. 100 व 101 के मतदान कर्मी ईवीएम व मतदान सामग्री लेकर वापस लौट रहे थे तो दरका नदी और असना के बीच में एक मोड़ के पास उग्रवादियों ने लैण्ड माईन्स विष्फोट कर मिनी बस को उड़ा दिया था और उसके आगे चल रहे गश्ती वाहन पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। पुलिस ने भी जवाबी गोलीबारी की थी पर अंतत: उग्रवादियों ने पांच पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी और 5 इंसास रायफल, गोली-550 चक्र, मैगजीन-25 पीस लूट लिये थे। बम विष्फोट से बस में सवार खलासी एवं दो मतदानकर्मी की मौत हो गयी थी और 11 अन्य घायल हो गये थे। शहीद पुलिस कर्मियों में रघुनंदन झा, जय विजय शर्मा, राम नरेश सिंह, मो सहीम खंा, रविन्द्र कुजुर, शहीद मतदानकर्मियों में बैंक कर्मी धनश्याम साह, व स्टेनो अमित कुमार और शहीद वाहन कर्मी दिलीप मिर्धा शामिल थे।
हत्या के मामले में सात साल से फरार दो चचेरे भाई गिरफ्तार
सरैयाहाट/निज संवाददाता। हत्या के मामले में करीब सात साल से फरार चल रहे दो चचेरे भाइयों को सोमवार को सरैयाहाट पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जानकारी के अनुसार वर्ष 2015 के नवंबर में थानाक्षेत्र के लालपुर गांव में जमीन विवाद को लेकर गांव के ही मनोरंजन यादव को तलवार से मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। मनोरंजन यादव गांव में हुई मारपीट के घटना की जानकारी देने सरैयाहाट थाना आ रहा था कि रास्ते में उसपर जानलेवा हमला हुआ था जिसकी बाद में मौत हो गयी थी। उसके पुत्र पिंटू यादव ने अनंत यादव उर्फ आनंद यादव और उसके चचेरे भाई बिनोद यादव सहित 11 लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए मामला दर्ज कराया था। मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपी फरार चल रहे थे। रविवार को सरैयाहाट थाना प्रभारी को सूचना मिली थी कि आरोपी गांव आया हुआ है, जिसके बाद एसआई आनंद साहा के नेतृत्व में पुलिस ने दोनों को उसके घर से दबोच लिया। सोमवार को दोनों की स्वास्थ्य जांच के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।दुधानी की महिला मुखिया से मारपीट मामले में दो गिरफ्तार (फोटो- 07 दुमका मारपीट, कैप्सन: गिरफ्तार अभियुक्तों के बारे में जानकारी देते एसडीपीओ)
उपमुखिया समेत छह के खिलाफ मारपीट व जातिसूचक गाली देने का मामला दर्ज
दुमका/निज संवाददाता। दुधानी पंचायत की मुखिया जूली मरांडी के साथ मारपीट मामले में नगर थाना पुलिस सोमवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दी है। गिरफ्तार आरोपियों में बक्सी बांध निवासी सुबोध झा एवं कार्तिक यादव को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेजी है। नगर थाना पुलिस को दिए लिखित शिकायत में मुखिया जूली मरांडी से बताया कि रविवार की शाम उपमुखिया राकेश यादव समेत छह लोगों ने मारपीट की। बाल पकड़ कर घसीटकर पंचायत भवन के बाहर कर दिया। मारपीट के साथ जाति सूचक गाली भी दी। मामला दर्ज करने के बाद सोमवार को पुलिस ने बक्शीबांध निवासी सुबोध यादव व कार्तिक यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस फरार उपमुखिया राकेश यादव उर्फ पुकु, सुमित केशरी, मुकेश यादव एवं भानू तांती की तलाश कर रही है। मामले को लेकर आरोपियों के घर की महिलाओं ने पंचायत भवन के सामने मुखिया के खिलाफ नारेबाजी की। इधर मुखिया जूली मरांडी ने बताया कि वार्ड सदस्य राजेश्वरी देवी को सूचना देने के बाद मुखिया शाम को बाउरीपाड़ा गई। वहां पर लोगों से बात की और कहा कि कंबल लेकर बांटने आ रहे हैं। मुखिया जब कंबल लेने के लिए पंचायत भवन गई तो उपमुखिया राकेश यादव व उनके समर्थकों ने पहले अंदर जाने से रोका। जब जबरन घूसने का प्रयास किया तो बाल पकड़े और घसीटकर पंचायत भवन से बाहर कर दिया। जाति सूचक गाली देकर मारपीट की और धमकी दी कि पंचायत भवन पर उनका हक है। बिना उनकी मर्जी के नहीं खुलेगा। मुखिया ने रात में ही नगर थाना जाकर मामला दर्ज कराया। सोमवार की सुबह पुलिस ने छह में से दो आरोपित को धर दबोचा। मुखिया ने बताया कि राकेश यादव नहीं चाहता था कि वह मुखिया का चुनाव लड़ें। जीतने के बाद लगातार परिणाम भुगतने की धमकी दे रहे था। काम करने से रोका जाता था। पंचायत भवन में वह अडडाबाजी करता है। आरोप लगाता है कि मुखिया कंबल चोरी करने के लिए आई थी। पंचायत भवन में मुखिया का पूरा हक है। अगर कुछ चोरी होता है तो सारी जबावदेही मुखिया की होती है। आरोपित जबरन भवन पर कब्जा किए हुए है। ताला खुलवाने पर भड़क गए और मारपीट की। इधर आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद फरार उपमुखिया के इशारे पर करीब दो दर्जन महिलाओं ने पंचायत भवन के बाहर प्रदर्शन किया। केतकी यादव का कहना था कि मुखिया ने पंचायत भवन पर कब्जा करने के लिए सभी पर झूठा आरोप लगाकर फंसा दिया। मुखिया कंबल चोरी करने आई थी, जब विरोध किया तो उल्टे लोगों को फंसा दिया।