कुंडहित। संवाददाता। शनिवार को कुंडहित प्रखंड सभागार में 20 सूत्री कार्यक्रम एवं क्रियान्वयन समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता 20 सूत्री समिति के अध्यक्ष जयेश्वर मुर्मू ने की। बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी श्रीमान मरांडी अंचलाधिकारी नित्यानंद प्रसाद, थाना प्रभारी पंकज कुमार के अलावे विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। बैठक में सबसे पहले अनुपस्थित रहे विभागीय अधिकारियों को लेकर समीक्षा की गई। इस दौरान बीसीओ सहित अन्य अनुपस्थित अधिकारियों को शो कॉज जारी करने का निर्णय लिया गया। बैठक के दौरान पंचायती राज, 15 वित्त आयोग, स्वास्थ्य, शिक्षा, कल्याण, पशुपालन, चिकित्सा, पेयजल, बिजली, पीएम आवास, पेयजल एवं स्वच्छता, बाल विकास, कृषि, मनरेगा आदि विभागों के कामकाज की समीक्षा की गई। वही उक्त विभागों से संबंधित शिकायतों को लेकर भी चर्चा की गई। बैठक के दौरान समिति के सदस्यों द्वारा प्रखंड मुख्यालय के मुख्य सड़क के ईद. गिर्द हुए अतिक्रमण को हटाने की मांग की गई। वहीं 15 वित्त आयोग के समीक्षा के क्रम में चल रही योजनाओं की सूची उपलब्ध कराने की मांग की गई। आपूर्ति विभाग की चर्चा के क्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि राशन कार्ड से रहित और असहाय किस्म के लोगों को मुख्यमंत्री आकस्मिक कल्याण कोष के तहत पंचायत के माध्यम से अधिकतम 25 किलो तक के खाद्यान्न की सहायता मुहैया कराई जा सकती है। बैठक के दौरान समिति सदस्य द्वारा शिवराम गांव के डीलर छबीला माजी पर अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया। वही समिति के सदस्यों द्वारा ई पोस मशीन तथा नेटवर्क को लेकर आपूर्ति में हो रही समस्याओं की चर्चा करते हुए उसके निदान की मांग की गई। समिति के 2 सदस्यों ने बताया कि उन्हें पीएम किसान के कई किस्त की राशि नहीं मिल पाई है। स्वास्थ्य विभाग की चर्चा के क्रम में समिति सदस्यों ने अस्पताल परिसर में ही कैंटीन की व्यवस्था करने की मांग की। वहीं अस्पतालों में उपलब्ध दवाओं की सूची को रोजाना अद्यतन कर प्रदर्शित करने की मांग की। पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न विभागीय योजनाओं के अद्यतन स्थिति की जानकारी समिति के सदस्यों को दी गई। वही समिति के सदस्यों ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों से चलाई जा रही योजनाओं का समुचित प्रचार-प्रसार करने को कहा ताकि सही जरूरतमंदों को समय पर जानकारी मिल सके। शिक्षा विभाग की समीक्षा के क्रम में विभागीय प्रतिनिधि ने बताया कि प्रखंड के 20 स्कूलों में बाल वाटिका के निर्माण के लिए 5000 प्रति विद्यालय के हिसाब से राशि निर्गत की गई है। वही विभिन्न आवासीय विद्यालयों में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा की तिथि 15 जुलाई तक बढ़ा दी गई है। बीज वितरण की समीक्षा के क्रम में बीजवार लाभुकों की सूची तैयार कर समिति सदस्यों को मुहैया कराने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा दिया गया ताकि किए गए बीज वितरण का सत्यापन हो सके। वहीं कृषि ऋण माफी योजना के तहत प्रखंड में लंबित पड़े 1259 आवेदनों को पूरा करने के लिए शिविर लगाकर ईकेवाईसी कराए जाने की जानकारी दी गई। इस संबंध में प्रभारी कृषि पदाधिकारी ने बताया कि विभाग द्वारा प्रखंड में पंचायतवार शिविर लगाने का कार्यक्रम तय किया गया है। कार्यक्रम के अनुसार सभी पंचायतों में शिविर लगाकर लंबित मामलों का निष्पादन किया जाएगा। बिजली विभाग के प्रतिनिधि ने बताया कि विभाग द्वारा ब्याज माफी योजना चलाया जा रहा है जिसके तहत बिल बकाया रखने वाले उपभोक्ता ब्याज माफ करवा कर शेष राशि जमा कर सकते हैं। विभागीय प्रतिनिधि ने बताया कि आगामी 13 जून 17 जून 23 जून 27 जून और 30 जून को नाला सब स्टेशन में शिविर लगाया जाएगा। संबंधित उपभोक्ता इस शिविर में आकर ब्याज माफी योजना का लाभ उठा सकते हैं। समीक्षा के क्रम में समिति के सदस्यों ने कुंडहित में बिल जमा करने की मशीन स्थापित करने की मांग की। बैठक के दौरान गर्मी के दिनों में होने वाली अगलगी की समस्या के मद्देनजर प्रखंड स्तर पर दमकल गाड़ी उपलब्ध कराए जाने को लेकर चर्चा की गई इस संबंध में जिला प्रशासन से अनुरोध कर आवश्यक पहल करने का निर्णय लिया गया। बैठक में अन्य कई मुद्दों पर विचार विमर्श कर आवश्यक निर्णय लिए गए। वही बैठक के मद्देनजर सभी विभागों के अधिकारियों और प्रतिनिधियों को अपने-अपने विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और उनके अद्यतन प्रगति संबंधित प्रतिवेदन साथ लेकर बैठक में आने को कहा गया। बैठक में बीस सुत्री अध्यक्ष श्री मुर्मू के अलावे उपाध्यक्ष मनोरंजन सिंह, सदस्य चंडी चरण मंडल, गणेश हेम्ब्रम, पूर्णिमा धर, बहामुनी मरांडी तथा सरफुद्दीन के अलावे विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं प्रतिनिधि गण उपस्थित थे।
फतेहपुर में पहली बार हुआ चैम्बर ऑफ कामर्स का हुआ गठन
अरविंद बने अध्यक्ष तो सचिव बने महावीर मोदी
फतेहपुर। संवाददाता। फतेहपुर में पहली बार चैंबर ऑफ कॉमर्स का विधिवत गठन हुआ। इसके लिए शुक्रवार को फतेहपुर बाजार स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर परिसर में व्यापारियों की बैठक हुई। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि चैंबर ऑफ कॉमर्स जामताड़ा के अध्यक्ष संजय अग्रवाल शामिल हुए। मौके पर फतेहपुर चैम्बर ऑफ कामर्स का गठन किया गया, जिसमें अध्यक्ष अरविन्द मंडल, उपाध्यक्ष प्यारेलाल मंडल और बलराम मंडल तथा सचिव महावीर मोदी बने। वही सह सचिव का दायित्व मनोज मंडल और गौतम मेहरिया को मिला। कोषाध्यक्ष पद सियाराम साव एवं सह कोषाध्यक्ष पद सुमित मोदी को मिला। वही कार्यकारिणी समिति में नरेश मोदी, रहमत अंसारी, सुनील मेहरिया, चन्दन मंडल, प्रमोद गोस्वामी, कामेश मंडल सहित काफी संख्या में व्यवसायी उपस्थित थे।
भागवत कथा को लेकर भक्तिमय बना वातावरण
नाला। संवाददाता। जामताड़ा जिला के नाला प्रखंड मुख्यालय स्थित दलावड़ काली मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत अनुष्ठान को लेकर भक्तिमय वातावरण बना हुआ है। श्री श्री वृंदावन धाम के प्रभुपाद सच्चिदानंद ब्रह्मचारी महाराज ने दूसरे दिन भी भागवत कथा का मधुर वर्णन किया। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण का जन्म लीला, पूतना वध, तृणावर्त वध आदि प्रसंग का विस्तृत व्याख्या की जिसे आस्वादन करने के लिए सैकड़ों श्रोता भक्त देर रात तक एक ही जगह बैठे रहे। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथामृत का श्रवण करने से शिक्षा ज्ञान मिलता है तथा मानव जीवन में मुक्ति का रास्ता प्रशस्त होता है। चर्चा के क्रम में भागवत वाचक ने कहा कि महाराज परीक्षित को भी भागवत कथा श्रवण से मुक्ति मिली थी। प्रसंग क्रम में कहा गया कि परीक्षित महाराज भागवत सुनने में रूचि नहीं रखते थे। एक बार परीक्षित महाराज मृगया करने के लिए जंगल की ओर निकले जहां उन्हें प्यास लगी। शृंग ऋषि के आश्रम में उन्होंने पानी मांगा लेकिन ऋषि का ध्यानाकर्षण नहीं होने के फलस्वरूप महाराज परीक्षित क्रोधित होकर एक मृत सर्प उनके गले में डाल दिया। इससे ऋषि काफी दुखित ही नहीं हुए बल्कि महाराज के द्वारा किए गए यह अविचार अपराध को देखते हुए उन्होंने मरे हुए सांप को जिंदा कर उसी से मृत्युदंड का अभिशाप दिया। इस अभिशाप से महाराज परीक्षित विचलित एवं भयभीत हो गए तथा मुक्ति के लिए उन्होंने श्रीमद्भागवत का श्रवण किया जिससे उन्हें राहत मिली। वर्णन के दौरान कथावाचक ने कहा कि महाराजा परीक्षित ने ऋषि के गले में वह सांप इसलिए डाल दिया कि वह राजा थे, यानी उनके पास शक्ति थी। लेकिन उन्होंने शक्ति का दुरुपयोग किया था। इस जीव जगत में भी ऐसे अनेक मानव हैं जो कि अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हैं जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। पाप कर्म से सदैव दूर रहना चाहिए। मानव जीवन में आहार, निद्रा, मैथुन, भय से ऊपर उठकर मुक्ति के लिए दान करना चाहिए। दान का तात्पर्य यह है कि मनुष्य के लिए सबसे प्रिय वस्तु का ही दान यानी त्याग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दौलत, कन्यादान आदि से भी बड़ा दान भागवत कथा दान है। यानी भागवत कथा श्रवण करने से जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त होता है। असाधारण ज्ञान की प्राप्ति होती है तथा जीव को मुक्ति मिलती है। इस मार्मिक भक्ति सागर में श्रोता भक्त समर्पण भाव से गोते लगाते रहे।
उपयोग से पहले ही तहसील कचहरी भवन झाड़ियों में तब्दील
भवन तो बने लेकिन उपयोग के अभाव में पेड़ उगना प्रारंभ
बिंदापाथर। संवाददाता। फतेहपुर प्रखंड क्षेत्र में कई ऐसे सरकारी भवन मिल जायेंगे जो वर्षों पूर्व लाखों की लागत से बनवा दिया गया, परंतु वर्तमान में गतिविधि शुन्य होने से यह बेकार पड़ा हुआ है। आश्चर्य की बात यह है कि अभी तक इन भवनों का प्रशासनिक उपयोग भी नहीं हो रहा है और ना ही वहां जनता की आवाजाही होती है। फलस्वरूप ये भवन बेकार साबित हो रहे हैं। गौरतलब है कि गोबिंदपुर-साहिबगंज स्टेट हाईवे के मुर्गाबनी मोड़ स्थित आम्बाबांक गांव के पास तहसील कचहरी सह हल्का कर्मचारी आवास आम्बाबांक-डुमरीया हल्का संख्या 03 का निर्माण कराया गया था। इस भवन निर्माण कार्य में लाखों रुपये खर्च हुए थे, परंतु बनने के बाद आज तक इस भवन का उपयोग नहीं किया गया। उपेक्षा का शिकार यह भवन अब झाड़ियों से घिरने लगे हैं। इस दिशा में न तो सफाई की जा रही है और ना ही इसका उपयोग किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, इस भवन का मुख्य उद्देश्य ग्राम कचहरी के रूप में विकसित कर राजस्व एवं भूमि संबंधित समस्याओं का समाधान पंचायत स्तर पर किया जाना था। लेकिन भवन तो बन गया पर इसका उपयोग नहीं होने के कारण ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिस कारण से पंचायत क्षेत्र के लोगों को प्रखंड का चक्कर काटना पड़ रहा है। इस पर न ही संबंधित विभाग की नजर है और ना ही सरकार किसी प्रकार की छानबीन कर रही है। भवन बनाए जाने के बाद से यहां ताला लटक रहा है। बीच बीच में ग्रामीण अवश्य मंडराते हैं किंतु बंद भवन देखकर वे ये कहते हुए लौट जाते हैं कि यह तो सरकारी भवन है