समस्तीपुर/एजेंसी। सर्व शिक्षा अभियान का यह नारा सब पढ़े सब बढ़े समस्तीपुर में खोखला साबित हो रहा है। जिले के सैकड़ो विधालायो में आज भी मूलभूत सुविधा का घोर आभाव है। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण बच्चो को बेहतर शिक्षा नहीं मिल पा रहा। इन समस्या को लेकर बुधवार को बुद्धिजीवी आमरण अनशन पर बैठे। स्थानीय अधिकारी के पहल के बाद भी अनशन नहीं टूटा। जीवनी उच्च विधालय पटोरी की के बच्चे किन हालात में अपने शिक्षा के मौलिक अधिकार को हासिल कर रहे हैं। इस स्कूल में करीब ६ सौ बच्चे नामांकित हैं लेकिन पढने के लिए कमरे हैं महज तीन, बाकी भवन पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो चुका है। छात्रों का कहना है की कमरे के अभाव की वजह से उन्हें भेंड़ बकरियों की तरह ठूंस कर बैठाया जाता है, विधालय में न तो शौचालय और न ही पेयजल की व्यवस्था। वहीं शिक्षक का कहना है की भवन की कमी के कारण जो बच्चे देर से स्कुल आते हैं उन्हें मजबूरी में हमें वापस घर लौटा देना पड़ता है, जिससे उनकी पढाइ पूरी नहीं ही होती है पचहत्तर फिसदी उपसिथति नहीं पूरा होने पर उन्हें सरकारी योजनायों के लाभ से वंचित भी होना पर रहा है। इस विद्यालय की समस्यायों को लेकर कइ बार प्राशासनिक अधिकारीयों से गुहार लगायी गयी वावजूद कोर्इ कारवार्इ नहीं हो सकी तो अब स्थानीय लोगों और अभिभावकों को यहाँ की सिथति में सुधार के लिए आमरण अनशन के लिए मजबूर होना पड़ा है। पटोरी के आंबेडकर चौक के कर्पूरी प्रतिमा स्थल पर पिछले दो दिनों से लोग आमरण अनशन पर बैठे हैं। इनकी मांग है की जब उनके बच्चों का भविष्य ही सुरक्षित नहीं होगा तो भला ऐसी शिक्षा से क्या फायदा। इनका कहना है की जब तक विधालय में भवन निर्माण कार्य की शुरुआत नहीं होती उनका अनशन जारी रहेगा ,मंगलवार को ड‚क्टर ने अनशनकारियों की स्वास्थ्य की जाँच की। अनशन को समाप्त करने के लिए पटोरी बीडीओ ने जिला के वरीय अधिकारिओं तक बात पहुँचाने का अश्वासन दिया लेकिन अनशनकारी भवन निर्माण कार्य शुरू होने तक इसे जारी रखने पर अड़े हुए हैं ,वहीँ इस बाबत पूछे जाने पर बीडीओ ने कहा की प्रिंसिपल की लापरवाही के कारण यह सिथति उत्पन्न हुइ है जिसे जल्द सुलझा लिया जायेगा ,वहीँ प्रिंसिपल का बताना है की फंड के अभाव के कारण ही अब तक भवन निर्माण नहीं हो सका है।
खोखला साबित हो रहा सर्व शिक्षा अभियान
Published By chandrabhushan mishra On Wednesday, September 11th 2013. Under बिहार