देवघर/संवाददाता। अनियंत्रित बाइक से गिरकर घायल हुए एक 17 वर्षीय छात्र को सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। घायल का नाम बंटी कुमार है जो जमुई जिला के चकाई थाना क्षेत्र के नावाडीह का रहने वाला है। परिजनों ने बताया कि सोमवार की सुबह वह शिक्षक दिवस पर अपने शिक्षक को बधाई देने बाइक से जा रहा था। उसी क्रम में चकाई मोड़ के पास बाइक अनियंत्रित हो गई और एक बिजली पोल से टकरा गई। इस घटना में उसे गंभीर चोट आ गयी। एम्बुलेंस से उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
ऑटो और मैजिक की टक्कर में दो की हुई मौत
-मैजिक वाहन फरार, पुलिस ने ऑटो को किया जब्त
देवघर/ संवाददाता। सड़क दुर्घटना में घायल एक 19 वर्षीय छात्रा की सदर अस्पताल में और 18 वर्षीय एक युवक की कुंडा स्थित प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक का नाम गुड़िया कुमारी और कुंदन कुमार है। गुड़िया चकरमा मोहनपुर थाना की है तो कुंदन सोनारायठाढ़ी थाना क्षेत्र के जारा गावं का रहने वाला है। कुंदन अभी अपने मामा घर मोहनपुर थाना क्षेत्र के छोटबहियार में रह रहा था। मृतक कुंदन देवघर में मजदूरी कर वापस ऑटो से मामा घर जा रहा था। देवघर-मोहनपुर मुख्य मार्ग पर एक मैजिक चालक ऑटो में धक्का मारकर वाहन लेकर फरार हो गया। वहां से कुंदन को इलाज के लिए कुंडा स्थित एक प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बताया जाता है कि घटना के बाद ऑटो चालक अन्य घायल को लेकर मोहनपुर की ओर जाने लगा। उसी ऑटो में गंभीर रूप से घायल चकरमा निवासी गुड़िया कुमारी भी थी। बताया जाता है कि डुमरिया मोड़ के पास वह घायलावस्था में वह ऑटो से सड़क किनारे गिर गई। उसके बाद ऑटो चालक ऑटो लेकर फरार हो गया। सड़क किनारे बेहोश पड़ी युवती को देखकर किसी ने इसकी सूचना मोहनपुर थाना प्रभारी प्रेम प्रदीप को दी। जानकारी पर थाना प्रभारी घटनास्थल पहुंचे और पुलिस वाहन से इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
-कर्मा पर्व में घर जाने की कह निकली थी गुड़िया
मृतका छात्रा कौशला विकास के तहत सदर अस्पताल में ट्रेंनिग कर रही थी। वह हथगढ़ स्थित गर्ल्स हॉस्टल में रहती थी। सदर अस्पताल से ट्रेंनिग के बाद शाम को अपने दोस्तों को बताया कि वह कर्मा पर्व में भाग लेने जा रही है। उसके बाद घरवाले को भी फोन पर बताई थी कि वह ऑटो में बैठ कर घर आ रही है। परिजनों ने बताया कि जब वह देर शाम तक नहीं पहुंची तो खोजबीन शुरू किया। उसके बाद उसके बैग में मिले परिचय पत्र से उसकी पहचान कर मोहनपुर पुलिस ने परिजनों को जानकारी दी। देर रात को परिजन सदर अस्पताल पहुंचे तबतक उसकी मौत हो गई थी।