देवघर/संवाददाता। बिहार के पटना जिला के बिहटा के कुख्यात अपराधी अमित सिंह की अज्ञात अपराधियों ने 18 जून को वकालत-खाना में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसे बिहार पुलिस की सुरक्षा में देवघर के एक व्यवसायी के अपहरण मामले में पेशी के लिये लाया गया था। देवघर इस हत्याकांड मामले में शूटरों के लोकल लिंक की तलाश कर रही है। इसे लेकर पप्पू सरदार हत्याकांड मामले में बेल पर जेल से बाहर निकले नगर थाना क्षेत्र के जूनपोखर इलाके के एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ करने में जुटी है। पुलिस यह पता लगने का प्रयास कर रही है कि गोली मारने के बाद जिसे बाइक से बदमाश भागे थे और कौन उसे मुहैया कराया था। हालांकि इसे मामले में पुलिस को कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है। वहीं अमित सिंह के अपराधिक इतिहास और उसके विरोधी अपराधी गुट का पता लगाने गयी देवघर पुलिस की टीम दूसरे दिन भी वापस नहीं लौटी है। कुख्यात अमित की सुरक्षा में आये सभी पांच बिहार पुलिस के कर्मी व उसके सात साथियों को पुलिस हिरासत में लेकर बुधवार को भी लगातार पूछताछ कर रही है।
घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के समक्ष नहीं पहुंचा है रेंजर का पुत्र : नगर थाना क्षेत्र के साहेबपोखर स्थित जिस मकान में पटना से आकर अमित सिंह सुरक्षाकर्मियों और अपने साथियों के साथ रूका था। वह मकान वन विभाग के रेंजर दिग्विजय सिंह का है। उसके एक बेटे से अमित की गहरी दोस्ती थी। सूत्रों कि माने तो वहीं रेंजर के बेटे के फॉर्च्यूनर गाड़ी से अमित सिंह देवघर ही नहीं पटना में घूमा करता था। देवघर पुलिस उक्त फॉर्च्यूनर को भी ढूंढने में लगी है। घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी रेंजर का पुत्र पुलिस के सामने नहीं आया है। देवघर पुलिस उसके इंतजार में है।