बच्चों के शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक विकास को ध्यान में रखकर हुआ आयोजन
जामताड़ा। संवाददाता। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक रविशंकर की ओर से डिजायन किया गया बच्चों के लिए उत्कर्ष योग कोर्स आज पूरे उत्साह के साथ जामताड़ा आर्ट ऑफ लिविंग परिवार की ओर से मारवाड़ी महिला मंडप में संध्या समय समापन किया गया। जामताड़ा जिला मीडिया कोऑर्डिनेटर विजय भगत ने बताया कि अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर इस कोर्स का आयोजन बच्चों के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास को ध्यान में रखते हुए किया गया था। इस कार्यक्रम का मुख्य आयोजक झुमा गौण ने बताया कि इस कोर्स में बच्चों को विभिन्न योगासन, प्राणायाम, ध्यान और जीवन कौशल सिखाया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास, एकाग्रता और सकारात्मक सोच का विकास करना था। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने अपने-अपने अनुभव साझा किया। योग्य अभ्यास से प्राप्त लाभों के बारे में बताया। उपस्थित अभिभावकों ने भी इस कोर्स की सराहना की। इसे बच्चों के समग्र विकास के लिए अत्यंत उपयोगी बताया। कार्यक्रम का समापन विशेष ध्यान, ज्ञान और भक्ति गीतों के साथ प्रशिक्षक ब्रह्मचारी शिवानंद स्वामी की उपस्थिति में हुई। उपस्थित सभी ने इस अवसर पर भरपूर आनंद लिया और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम की आयोजन की आशा व्यक्त की। कार्यक्रम में उपस्थित वैदिक धर्म संस्थान के जिला कोओडिनेटर रीना द्विवेदी, वर्षा कश्यप, अंजू भगत के अलावे सक्रिय सदस्य शत्रुघन यादव, इंदु प्रभा, रिद्धि वैध, मनीष चौबे, उषा किरण सिंह, झुमा गौण आदि ने कार्यक्रम की सफल आयोजन में अपना अहम योगदान दिया।
सड़क पक्कीकरण की मांग
बिंदापाथर। संवाददाता। फतेहपुर प्रखंड क्षेत्र के जलांई गांव के धिवर टोला से सहरवेड़िया मोड़ तक की सड़क झारखंड राज्य के अलग हाने के बाद भी सड़क की पक्कीकरण नहीं हो सका है। अलग राज्य बनने के साथ ही इस सड़क होकर आवाजाही करने वाले ग्रामीण एवं राहगीरों में खुशी छा गई थी कि अब इस कच्ची एवं जानलेवा सड़क की दशा सुधरेगी। झारखंड राज्य अलग होने के 22 साल बाद भी लोगों के सपनों पुरा न हो सका, जिससे लोगों में काफी नाराजगी है। इस मुख्य सड़क होकर रोजाना डुमरिया, शहरबेड़िया, हरिराखा, बारुवां, बुटबाड़ी, जलांई मंझलाडीह सहित दर्जनो गांव के ग्रामीण, विद्यार्थी एवं व्यवसायी आवाजाही करते हैं। कई वर्षों पूर्व ही मिट्टी मोरम से कच्ची सड़क का निर्माण किया गया था। जो अब सड़क पूर्ण रूप से जर्जर एवं वर्तमान मौसम में फिसलन भरा सड़क बन चुका है। जिससे आये दिन छोटी मोटी दुर्घटना होती रहती है। इस बारे में ग्रामीणों का कहना है कि विभाग के पास आवंटन की कमी नहीं है लेकिन उनकी नजर अंदाज नीति के कारण अबतक यह सड़क बदतर स्थिति में ही है। स्थानीय राहगीर एवं ग्रमीणों ने स्थानीय प्रशासन से मांग किया है कि सड़क को अविलम्ब पक्कीकरण किया जाय।
प्रखंड स्तरीय सुब्रतो कप फुटबॉल प्रतियोगिता का शुभारंभ
करमाटांड़। संवाददाता। प्रखंड के बीईईओ सुखदेव यादव और बीपीओ सावित्री किस्कू ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर खेल का शुभारंभ किया।
अंडर 15 बालक वर्ग में उत्क्रमित उच्च विद्यालय पट्टाजोरी की टीम और उत्क्रमित उच्च विद्यालय शिकरपोशनी के बीच फाइनल मैच खेला गया। उत्क्रमित विद्यालय पट्टाजोरी की टीम विजेता टीम रही एवं उत्क्रमित उच्च विद्यालय शिकरपोशनी की टीम उप विजेता बनी।
अंडर 17 बालक वर्ग में आरजीआरजी प्लस 2 विद्यालय करमाटांड़ की टीम विजेता रही। अंडर 17 बालिका वर्ग में भी आरजीआर जी प्लस 2 विद्यालय करमाटांड़ की टीम विजेता रही। विजेता और उपविजेता टीम को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिता के सफल संचालन में खेल शिक्षक नीतेश सेन, विद्या सागर स्पोर्ट्स एकेडमी के संचालक निवास मंडल, रेफरी सुरेश मिस्त्री, शिक्षक विद्या सागर, विकास कुमार, रामाशीष लाल, सहायक अध्यापक परिमल मिश्रा, बीआर पी मोहम्मद सरफराज, गोवर्धन कुमार का अहम योगदान रहा। मौके पर सीआरपी राजेश गुप्ता, भवेश चंद्र मंडल, मकसूद अंसारी, प्रखंड के उत्क्रमित उच्च, उच्च और प्लस 2 विद्यालय के खेल प्रतिभागी और शिक्षक उपस्थित थे।
सिकल सेल जांच व जागरूकता अभियान चलाया गया
नाला। संवाददाता। सिविल सर्जन के निर्देशानुसार विश्व सिकल सेल दिवस पर नाला सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ लियाकत अंसारी की देखरेख व पर्यवेक्षण में प्लस टू उच्च विद्यालय नाला में सिकल सेल एनीमिया जांच तथा जागरूकता अभियान आयोजित की गई। इस दौरान कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यालय के प्रधानाध्यापक उत्तम मंडल ने फीता काटकर किया। इस दौरान नाला सीएचसी के स्वास्थ्य कर्मियों ने छात्र-छात्राओं को सिकल सेल दिवस मनाने के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी गई। इस क्रम में बच्चों को इस बिमारी के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान सिकल सेल एनीमिया के लक्षण के बारे में जानकारी दी गई। कहा कि त्वचा पीलापन होना, बार बार संक्रमण, बिमार होना, थकान बुखार एवं सूजन तथा कमजोरी महसूस करना, रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाना, जोड़ों में दर्द या सूजन, छाती में दर्द, सांस फूलना, पीठ, पेट में दर्द आदि लक्षण शामिल है। इस क्रम में रोगी क्या करें तथा क्या न करें आदि की जानकारी दी गई। इस दौरान छात्र-छात्राओं को स्वच्छ एवं पोषक आहार लेने तथा ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी गई। मालूम हो कि कुल 190 बच्चों की जांच की गई। मौके पर एमपीडब्ल्यू प्रदीप टुडू, एमपीडब्ल्यू शांतिमय मंडल, एलटी मोहसिन आलम, एलटी प्रकाश पंडित, इरामल फाउंडेशन के संजीव कुमार, इंद्रजीत मंडल के अलावे विद्यालय के शिक्षक तथा शिक्षकेत्तर कर्मी आदि मौजूद थे।
नव दंपति के बीच पहल कीट का किया गया वितरण
नाला। संवाददाता। विभाग की ओर से दिए गए निर्देश के आलोक में परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत सियरकेटिया गांव में नव दंपति के बीच पहल कीट वितरण की गई। इस अवसर पर एएनएम अर्पिता दे, सहिया साथी मानकुमारी घोष, सहिया ममता भट्टाचार्य आदि की उपस्थिति में नव दम्पत्ति के बीच पहल कीट वितरण किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने पहल कीट के उद्देश्य आदि के बारे में जानकारी दी। साथ ही, परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थाई विधि के बारे में जानकारी दी गई। इसके अलावे परिवार नियोजन की महत्ता को लेकर ग्रामीणों के बीच जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया गया।
आम सभा आयोजन कर सेविका का हुआ चयन
नारायणपुर। संवाददाता। नारायणपुर प्रखंड के ग्राम पंचायत मंझलाडीह एससी टोला में गुरुवार को आंगनबाड़ी सेविका चयन को लेकर आम सभा का आयोजन किया गया। चयन प्रक्रिया में मुख्य रूप से बीडीओ सह प्रभारी सीडीपीओ मुरली यादव, महिला पर्यवेक्षिका नियोति दास, पंचायत के मुखिया समेत ग्रामीण एवं प्रबुद्ध जन मौजूद थे। चयन प्रक्रिया विभागीय निर्देशों के अनुसार की गई। इस दौरान कुल 3 अभ्यर्थियों ने सेविका पद के लिए आवेदन किए, जिसमें किरण कुमारी को सेविका पद के लिए चयन किया गया। वही मेट्रिक, इंटर और स्नातक के अंकों के प्रतिशत के आधार पर अंतत: किरण कुमारी का सेविका पद के लिए चयन किया गया। चयन के बाद बीडीओ सह प्रभारी सीडीपीओ ने किरण कुमारी औपबंधिक चयन-पत्र दिया।
किसानों को मोटे अनाज का दिया गया जानकारी
कुंडहित। संवाददाता। जलवायु परिवर्तन से खेती पर पड़ रहे कुप्रभाव के मद्देनजर मोटे अनाज की खेती किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प है। ज्वार, बाजरा, मड़ुवा, कोदो जैसे मोटे अनाज की खेती न सिर्फ आर्थिक दृष्टिकोण से बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी किसानों के लिए काफी लाभप्रद है। झारखंड सरकार द्वारा राज्य में मोटे अनाज की खेती से किसानों को जोड़ने के लिए प्रोत्साहन योजना शुरू की गई है। जिसके तहत मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को प्रति एकड़ 3000 का प्रोत्साहन राशि मुहैया कराया जाएगा। उक्त बातें कुंडहित के प्रखंड तकनीकी प्रबंधक नरेश प्रसाद साह ने कहीं। बीटीएम श्री साह गुरुवार को कुंडहित मुख्यालय स्थित एटिक सेंटर में किसान मित्रों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने किसान मित्रों को निर्देश देते हुए कहा कि वह अपने-अपने क्षेत्र के किसानों को जागरूक करें और मोटे अनाज की खेती से जोड़ने का प्रयास करें। साथ ही, प्रोत्साहन योजना के बारे में भी उन्हें बताएं। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज की बेहतर खेती करने वाले 10 किसानों को सरकार द्वारा राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। बैठक में मिट्टी जांच अभियान को लेकर चर्चा हुई तथा जांच के लिए मिट्टी का नमूना जिला भेजने का निर्देश किसान मित्रों को दिया गया। वहीं सभी किसान मित्रों को अपने-अपने क्षेत्र के केसीसी से वंचित किसानों का आवेदन पत्र प्राप्त कर कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया गया। मौके पर प्रखंड के अधिकतर किसान मित्र गण उपस्थित थे।
जिला स्तरीय एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन
मादक पदार्थों पर रोक के लिए राज्य सरकार पूर्णत: संकल्पित : उपायुक्त
राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण
जामताड़ा। संवाददाता। समाहरणालय स्थित एसजीएसवाई भवन के सभागार में जिला स्तरीय एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ डीसी कुमुद सहाय सहित अन्य पदाधिकारी ने किया। मौके पर डीसी ने कहा कि मादक पदार्थों पर रोक के लिए राज्य सरकार पूर्णत: संकल्पित है। इसके लिए विगत 12 जून से 26 जून तक राज्यव्यापी जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। कहा कि इस कार्यशाला में हम सभी नशा मुक्ति अभियान चलाने का संकल्प लें। नशे के कई तरह के साधन हैं। जिसके सेवन से नशा करने वाले के साथ साथ उनके परिजनों का पारिवारिक, सामाजिक एवं आर्थिक जीवन निम्न स्तर का हो जाता है। नशा के चंगुल में आदमी बर्बाद हो जाता है। नशा का शिकार सिर्फ युवा एवं व्यस्क ही नहीं बन रहे, बल्कि किशोरों में भी यह देखा जा रहा है कि वे गुटखा, सिगरेट, तंबाकू उत्पाद आदि जानलेवा वस्तुओं का सेवन धड़ल्ले से कर रहे हैं। जिसे लेकर हम सबों को जागरूक होने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में नशा मुक्ति के विरुद्ध नियमित जागरूकता अभियान चलाने को कहा। राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। नशा मुक्त युवा से हमारा राष्ट्र समृद्ध होगा। इसके लिए युवाओं को जागरूक करें।
कहा कि मादक पदार्थ, अफीम की खेती से जुड़ी किसी भी सूचना को टोल फ्री नंबर 112 पर दीजिए, आपकी पहचान गुप्त रखे हुए उचित कार्रवाई की जायेगी। डीएफओ अजिंक्य बंकर देवीदास ने कहा कि नशे की आदत स्वयं के साथ साथ पूरे परिवार का सर्वनाश कर देता है, अगर नशा करना है तो सकारात्मक नशा करें, पेड़ पौधे लगाने का नशा करें, समाज की भलाई का नशा करें।
वहीं कार्यक्रम में शहर से लेकर ग्राम स्तर पर वृहत जागरूकता के लिए डीसी एवं अन्य अधिकारियों ने नशा मुक्ति जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही, नशा मुक्त जामताड़ा बनाने के लिए शपथ दिलाया गया। इसके अलावा हस्ताक्षर अभियान में भाग लिया एवं सेल्फी प्वाइंट का निरीक्षण भी किया। मौके पर डीडीसी निरंजन कुमार, परियोजना निदेशक आईटीडीए जुगनू मिंज, सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद, डीपीआरओ पंकज कुमार रवि, डीएसडब्लूओ कलानाथ सहित अन्य थे।
पानी आपूर्ति नहीं होने से लोग परेशान
फतेहपुर। संवाददाता। फतेहपुर प्रखंड मुख्यालय सह बाजार में पिछले 8 दिनों से पानी आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में इस उमस भरे गर्मी के मौसम में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि ऐसा है कि फतेहपुर में जल टंकी से घर-घर पानी की आपूर्ति की जाती है। लेकिन यह गाहे बगाहे ही मिल पाता है। आए दिन कभी महीने भर तो कभी 15 दिन तो कभी 8 दिन तक पानी आपूर्ति बंद रहती है। ऐसे में फतेहपुर में हर घर जल योजना फ्लॉप है। इधर पिछले कई दिनों से पानी आपूर्ति नहीं होने से फतेहपुर बाजार के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। पीएचईडी विभाग पर लापरवाही का भी आरोप लग रहा है। दरअसल इस संबंध में फतेहपुर पंचायत के उप मुखिया अमित मोदी ने भी कहा कि फतेहपुर में जल मीनार महज हाथी का दांत बना हुआ है। आए दिन पानी आपूर्ति बाधित रहना आदत सी हो गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे में लगता है कि यहां पीएचईडी विभाग पूरी तरह से फेल है। पूरी तरह से अफसरशाही हावी है। उन्होंने इसकी जांच की मांग वरीय पदाधिकारी से की है।
नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच व योग का सात दिवसीय शिविर शुरू
चित्तरंजन। संवाददाता। शिवाजी महाराज के राज्य अभिषेक को हिंदू साम्राज्य दिवस के रूप में पालन करते हुए स्वामी प्रणवानंद के नाम से एक योग शिविर का आयोजन स्थानीय मिलन मंदिर में किया गया। गुरुवार से शुरू हुए इस सात दिवसीय योग शिविर में पतंजलि योगपीठ के विशेषज्ञ योगाचार्य के द्वारा लोगों को योग की शिक्षा दी जा रही है। इस योग शिविर का समापन 27 जून को किया जाएगा। इस सिविल में स्थानीय नगर के महिला पुरुष हिस्सा ले रहे हैं जिन्हें योग्य विद्या से निरोग रहने की तकनीक सिखाई जा रही है योग शिविर को लेकर लोगों में उत्साह है। स्थानीय समाजसेवी और कार्यकर्ता के सहयोग से इस शिविर को सफल बनाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार विभिन्न जटिल रोग और शारीरिक फिटनेस को बनाए रखने के लिए इस शिविर का महत्व है। विभिन्न विपरीत मौसम में भी अपने शारीरिक परिस्थितियों को संतुलित बनाए रखना भी इस योग शिविर में सिखाया जा रहा है। आयोजन करता ने बताया कि इस साथ दिवसीय शिविर में काफी संख्या में लोग जुड़कर इसका लाभ उठा रहे हैं। साथ ही, नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन इस दौरान किया जा रहा है।