डीसी व एसपी ने भी दी श्रद्धांजली, सह अभियुक्त भी गिरफ्तार
अंकिता की हत्या के विरोध में दुमका बाजार में स्वत:स्फूर्त बंद
जरूआडीह समेत पूरा दुमका शहर पुलिस छावनी में है तब्दील
दुमका/वरीय संवाददाता। दुमका की बेटी अंकिता सिंह की हत्या के विरोध में विभिन्न हिंदू संगठनों के आह़वान पर सोमवार को दुमका में स्वत:स्फूर्त और अभूतपूर्व बंदी देखी गयी। बाजार बंद करवाने के लिए किसी को भी सड़क पर उतरने की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि लोगों ने अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान खोले ही नहीं। पूरे शहर में सन्नाटा पसरा रहा। बसों एवं यात्री वाहनों को छोड़कर दूसरे वाहन नहीं चले। शाम तक पेट्रोल पंप भी बंद रहे। बैंक, सरकारी कार्यालय, कचहरी और कुछ स्कूल खुले रहे। दुधानी में कुछ देर के लोगों ने प्रदर्शन किया। इन सब की बीच सुबह साढ़े दस बजे मयुराक्षी नदी के किनारे बेदिया घाट अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। कड़ी सुरक्षा में उसकी अंतिम यात्रा निकाली गई। दादा अनिल सिंह ने पोती को मुखाग्नि दी। उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला और एसपी अंबर लकड़ा भी अंतिम संस्कार के मौके पर बेदिया घाट में मौजूद थे। सोमवार को दुमका बंद के ऐलान को लेकर शहर के सभी चौक चौराहों पर लाठीधारी और सशस्त्र पुलिस बल को तैनात किया गया था। संवेदनशील इलाकों में भी पुलिस की तैनाती की गयी थी। जगह-जगह दंडाधिकारियों को भी प्रतिनियुक्त किया गया था। जरूआडीह में मृतका के घर और आसपास के इलाकों में रविवार की रात से ही भारी संख्या में पुलिस बल कैंप कर रहा था। सोमवार की सुबह से उपायुक्त रविशंकर शुक्ला और एसपी अंबर लकड़ा ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। टीन बाजार की फल मंडी, सब्जी मंडी, भागलपुर रोड, मेन बाजार के अलावा शहर के कई इलाकों का दोनों अधिकारियों ने जायजा लिया और इस दौरान भीड़ को देखकर डीसी को खुद गाड़ी से उतर कर लोगों को वापस घर भेजते देखा गया। सुबह आठ बजे अंकिता के पार्थिव शरीर को घर से बाहर निकाला गया तो महिलाओं का गुस्सा भड़क गया। उनका कहना था कि अकेले अंकिता की चिता नहीं जलेगी, उसके साथ शाहरूख हुसैन को जिंदा जलाया जाएगा। पुलिस के पदाधिकारियों ने किसी तरह से शांत कराकर शव को सरकारी एंबुलेंस से श्मशान घाट तक ले जाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने इसका विरोध किया। लोग कंधे पर रखकर तीन किलोमीटर तक बेदिया घाट तक ले गए। शव यात्रा में जिले के आलाधिकारी, गणमान्य व आम लोग समेत करीब एक हजार से अधिक लोग शामिल हुए। इस बीच पुलिस ने अंकिता हत्याकांण्ड के सह अभियुक्त छोटू खान उर्फ नईम को गिरफ्तार कर सोमवार को उसे कोर्ट में प्रस्तुत किया जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस कांड के मुख्य अभियुक्त शाहरूख हुसैन को पुलिस घटना के दिन 23 अगस्त को ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
जरूआडीह में भारी संख्या में पुलिस तैनाती
दुमका। रविवार की रात जब अंकिता का शव रांची से दुमका पहुंचा तो भारी पुलिस बल के तैनाती के बावजूद उसके घर के पास बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गयी। जब एंबुलेंस से शव को उतारा जा रहा था तो उस समय वहां मौजूद लोग ह्यह्यवी वांट जस्टिस, जस्टिस फोर अंकिताह्णह्ण, अंकिता के हत्यारे को फांसी दो जैसे नारे लगा रहे थे। दुमका बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा, सीओ जामुन रविदास और डीएसपी विजय कुमार समेत कई पदाधिकरी देर रात तक वहीं कैंप कर रहे थे। उपायुक्त ने भी रात में वहां जाकर परिजनों से मुलाकात की। इस बीच प्रशासन के ओर से शव का रात में ही अंतिम संस्कार करने की बात कही गयी जिसपर लोग भड़क गये और कहा कि अंतिम संस्कार सोमवार की सुबह में ही होगी। वह रातभर वहीं रहेंगे। सोमवार सुबह भी ऐसे ही हालात रहे। आरोपी शाहरुख को फांसी देने की मांग की गई। अंकिता ने 5 दिनों तक संघर्ष के बाद रांची के रिम्स में दम तोड़ दिया। उसने शनिवार की देर रात अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक शाहरुख अंकिता को 2 साल से परेशान कर रहा था।
नूर मुस्तफा के एसडीपीओ रहते नहीं मिल सकता न्याय: बाबूलाल
दुमका। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एसडीपीओ नूर मुस्तफा पर अंकिता कांड में आरोपी को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके वहां रहते हुए अंकिता को न्याय नहीं मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि अगर नूर मुस्तफा दुमका में रहेंगे तो दुमका का माहौल आने वाले दिनों में और बिगड़ेगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी एसडीपीओ ने एससी एसटी के एक आरोपी जुल्फिकार को बचाने के लिए अपनी जिम्मेदारी भूल गए थे। उन्होंने अंकिता कांड में नूर मुस्तफा को भी आरोपी बनाने की मांग की है।
घटना तालिबानियों की क्रूरता से भी विभत्स: निशिकांत दुबे
दुमका। गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने दुमका की घटना को तालिबानियों की क्रूरता से भी विभत्स बताया। उन्होंने कहा की ह्यह्यऐसी अराजकता तो अफगानिस्तान में भी नहीं है, अंकिता की हत्या की आग मुख्यमंत्री आवास तक जाएगी। अंकिता मर रही थी और सरकार मटन चावल खाने में व्यस्त थी। काश दुमका की बेटी अंकिता को हमलोग शाहरुख जैसे दरिंदे से बचा पाते। पुलिस प्रशासन की भूमिका समाज के लिए खतरनाक। मुस्लिम पदाधिकारी नूर मुस्तफा का अपराधी को साथ देना देश के लिए घातक।ह्णह्ण
मृतक के परिजनों को 25 लाख मुआवजा देगी भाजपा
कपिल मिश्रा, निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी कल आयेंगे दुमका
दुमका। अंकिता के परिजनों से मिलने और भाजपा के तरफ से उन्हें 50 लाख रुपयों की आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए बुधवार को दिल्ली भाजपा के नेता कपिल मिश्रा दुमका पहुंचेंगे। इसकी जानकारी उन्होंने देते हुए बताया अंकिता को वापस तो नहीं लाया जा सकता है लेकिन इस दु:ख की घड़ी में जब राज्य सरकार उचित कार्यवाही और मुआवजा देने में पीछे हट गई है तो अब दुमका की बेटी को न्याय वह दिलाएंगे। उन्होंने कहा की अंकिता तड़प-तड़प कर खतम हो गयी लेकिन झारखंड के मुख्यमंत्री की पिकनिक खत्म नहीं हुई। हाथरस जाने वाले राहुल प्रियंका को टाईम नहीं मिला क्योंकि हत्यारे शाहरुख की पहचान उन्हें अंकिता के दरवाजे पर जाने से रोकती हैं। सूत्रों के मुताबिक कपिल मिश्रा के साथ गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे और दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी भी रहेंगे।
दुमका की घटना की चहुओर हो रही निन्दा
दुमका। दुमका की अंकिता की मौत के बाद इस घटना की चहुओर निन्दा हो रही है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने अंकिता मामलें में झारखण्ड के डीजीपी से माँगा कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। उधर दुमका घटना पर एआईएमआईएम के सुप्रीमो ओविसउद्दीन ओवैसी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना को दु:खद बताया है।
जबकि दुमका घटना पर विश्व हिन्दू परिषद का दिल्ली में प्रदर्शन किया है। रांची में भी प्रदर्शन हुए हैं। वीएचपी नेता बिनोद बंसल ने कहा है कि झारखंड में एक एजेंडा के तहत इस्लामिक जेहाद चलाया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मीडिया से कहा अंकिता की जगह कोई और होती तो आज राहुल गाँधी दुमका में होते।
हंसडीहा में भाजपाईयों ने किया प्रदर्शन
सरैयाहाट/निज संवाददाता। दुमका की अंकिता के हत्यारों को फांसी देने की मांग को लेकर भाजपा कार्यकताअरं ने हंसडीहा में मंडल अध्यक्ष भृगुनाथ यादव के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन हंसडीहा के विभिन्न मार्गो से होते हुए गांधी चौक पर पहुंच एक नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गई। जहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता ने लक्ष्मीनारायण सिंह ने अंकिता हत्याकांड में शामिल शाहरुख और छोटू को स्पीडी ट्रायल शुरू कर फांसी देने की मांग की। सिंह ने झारखंड सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा की अंकिता हिंदू थी इसलिए सरकार ने उसका समुचित ईलाज करवाना मुनासिब नहीं समझा। झारखंड सरकार जाति और धर्म के आधार पर लोगों के साथ भेदभाव कर रही है जिस वजह से पूरे राज्य में अराजकता का माहोल बना हुआ है। इस दौरान अखिल मंडल, शांति मंडल, संजय कापड़ी, देवेश जायसवाल, विजय कापड़ी, बदरी महतो, राजेश कुमार, टुनटुन कुमार, सतवन सिंह, बरूण जायसवाल, शशिभूषण पांडे, प्रीतम यादव, प्रीतम जायसवाल, सूरज सिंह, संतोष शर्मा, रितेश सिन्हा, हर्ष जायसवाल, नितेश जायसवाल, विपिन चौधरी, मुकेश कुमार, पियूष जायसवाल सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।
जिला स्कूल में शोक सभा का आयोजन
दुमका/नगर संवाददाता। शहर के जरुआडीह मोहल्ले के रहने वाली एवं प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय, दुमका के कक्षा 12वीं की होनहार छात्रा अंकिता कुमारी के निधन पर विद्यालय परिवार ने शोक व्यक्त किया है। सोमवार को प्लस टू जिला स्कूल, दुमका में प्रभारी प्राचार्य डॉ0 सत्येन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक शोक सभा का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के सभी सदस्य उपस्थित होकर मृतात्मा के शांति एवं इस असहनीय दु:ख को सहने के लिए शोक संतृप्त परिवार को सबलता प्रदान करने के लिए प्रार्थना की। प्रभारी प्राचार्य डॉ0 सत्येन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि दुमका की एक होनहार बेटी का इस तरह वीभत्स तरीके से निधन होना, दुमकावासियों के लिए बहुत ही कष्टदायक एवं मर्माहत करने वाला है। ऐसी वीभत्स घटना हमारे समाज के लिए कलंकित करने वाला है।