सरैयाहाट/निज संवाददाता। हंसडीहा स्थित पगवारा दुर्गा मंदिर परिसर में सोमवार को दुर्गा पूजा सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित 9 दिवसीय श्रीमद् भागवत गीता कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ भव्य कलश शोभा यात्रा के साथ हो गया। भक्तिमय माहौल में लोगों ने जगह-जगह कलश शोभा यात्रा का स्वागत किया। सोमवार सुबह पूजा पंडाल से कलश यात्रा निकाली गई जो धनवे रोड स्थित बुढ़यारी बांध पहुँची जहां विधुवत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 201 कलश में जल भरा गया। कलश यात्रा देवघर मुख्य मार्ग होते हुए हंसडीहा गांधी चौक के रास्ते वापस पूजा पंडाल पहुँची। इस बीच जगह-जगह लोगों ने कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का स्वागत किया। कलश यात्रा में शामिल सैकड़ों महिलाओं एवं कन्याओं ने मंगल गीत गाते हुए कलश धारण कर परिभ्रमण किया। पूजा समिति के उपाध्यक्ष गुंजन यादव ने बताया कि भागवत कथा 26 सितम्बर से लगातार 04 अक्टूबर तक सुबह 11 से दोपहर 02 बजे एवं रात 08 से रात्रि 12 बजे तक चलेगा। इस अवसर पर दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष बबली यादव, उपाध्यक्ष गुंजन यादव, सचिव बिहारी यादव, प्रीतम यादव, प्रवीण कुमार, दुखी प्रसाद यादव, चन्दन राणा, पीताम्बर सिंह, चंदन सिंह, रामबालक सिंह, फणिकांत कुंवर आदि उपस्थित थे।
महर्षि मेंही आश्रम के ध्यान साधना शिविर में पहुंची अमेरिकी महिला
सरैयाहाट/निज संवाददाता। परम संत महर्षि मेंही के विचारों से प्रभावित होकर अमेरिका से भारत पहुंची अमेरिकन महिला रेकेन भारतीय संस्कृति से खासी प्रभावित हैं। सोमवार को जिले के सरैयाहाट प्रखंड के धनवै स्थित महर्षि मेंही योगाश्रम योगिया पहाड़ पर पहुंची रेकेन ने सद्गुरु महाराज के विचारों को दुनिया की जरूरत बताया। वह यहां सद्गुरु महाराज के 15 दिवसीय ध्यान साधना शिविर में हिस्सा ले रही है। उन्होंने कहा कि महर्षि मेंही के बारे में में पढ़ा व सुना था। आज करीब से जानने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि भारत में अतिथि देवो भव: की संस्कृति से अभिभूत होना स्वाभाविक है। इस तरह की संस्कृति विश्व के किसी भी देश में देखने को नहीं मिलती। रेकेन को हिंदी समझ में नहीं आती है, इसके लिए संतो द्वारा हिंदी में दिए गए प्रवचन को बिहार पूर्णिया निवासी संतमत सत्संगी राजकुमार संतोषी द्वारा अंग्रेजी में ट्रांसलेट कर सुनाया जाता है। बीते 16 सितंबर से 30 सितंबर तक चलने वाले इस 15 दिवसीय ध्यान साधना शिविर में कुप्पाघाट आश्रम, भागलपुर के भगीरथ महाराज, नरेशानन्द बाबा, छोटेलाल बाबा, हरिद्वार आश्रम से ज्ञान बाबा के अलावा देश के कई हिस्सों से संत-महात्मा पहुंचे हैं।
ईश्वरचन्द्र विद्यासागर की 203वी जयंती मनाई गई
दुमका/नगर संवाददाता। ईश्वरचन्द्र विद्यासागर स्मृति रक्षा समिति एवं झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को प्लस टू जिला स्कूल में ईश्वरचन्द्र विद्यासागर की 203वी जयंती मनाई गई। इस अवसर पर पंडित ईश्वरचन्द्र विद्यासागर के जीवन दर्शन पर एक शैक्षिक सेमिनार एवं मेधा अलंकरण समारोह का भी आयोजन किया गया जिसके तहत लेखिका निर्मला पुतूल मुर्मू एवं सेवानिवृत्त शिक्षकों व कर्मियों एवं जिले के मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रशस्तिपत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि नगर परिषद अध्यक्ष श्वेता झा ने कहा कि ईश्वरचन्द्र विद्यासागर एक महान कर्मयोगी, प्रसिद्ध दार्शनिक, समाज सुधारक, नारी उत्थान के प्रबल समर्थक, सफल शिक्षक एवं सफल लेखक थे। उनकी आदमकद प्रतिमा दुमका शहर अवश्य लगानी चाहिए। डीईईओ आशीष कुमार हेम्ब्रम ने कहा कि विद्यासागर ने बहुविवाह एवं बाल विवाह का सख्त विरोध किया और भारत में विधवा विवाह एवं महिलाओं की शिक्षा का पुरजोर समर्थन किया। पूर्व नगर अध्यक्षा अमिता रक्षित ने कहा कि विद्यासागर के प्रयास से ही 1858 में विधवा विवाह कानून पास हो सका। बंगाला भाषा की लिपि को सरल एवं तर्कसंगत बनाने में विद्यासागर का अमूल्य योगदान है। छाया गुहा ने कहा कि जिसके लिए कोई नही था, उनके लिए विद्यासागर थे। पूर्व प्राचार्य अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि सौभाग्य से विद्यासागर की कर्मस्थली संथाल परगना प्रमंडल में है। प्रभारी प्राचार्य डा सत्येन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि समाज में कुरूतियों का अंत एवं नारी का उत्थान एवं असहायों को मदद करना विद्यासागर के जीवन का असली लक्ष्य था। शिक्षक संघ के राज्याध्यक्ष दिवाकर महतो कहा कि विद्यासागर ने सब कुछ समाज के लिए किया। उन्होंने बालिकाओ के शिक्षा के लिए कई विद्यालय खोले। मंच संचालन सेवानिवृत्त शिक्षक सह समिति सदस्य शिशिर कुमार घोष ने किया।
यदुवंशी महासभा ने पूर्व मंत्री रणधीर सिंह का जलाया पुतला
दुमका/नगर संवाददाता। यदुवंशी महासभा ने यादव समाज के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले भाजपा नेता रणधीर सिंह का शहर के डीसी चौक में सोमवार को पुतला दहन किया। यदवुंशी महासभा के वरीय सदस्य अमरेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि रणधीर सिंह ने अब तक माफी नहीं मांगी है इसलिए उनका पुतला दहन किया गया है। रणधीर सिंह के राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी न तो खेद प्रकट किया गया है और न भाजपा विधायक पर किसी प्रकार की कार्रवाई किया गया है। यदि समय रहते माफी नहीं मांगा गया तो यादव समाज उग्र आंदोलन करेगा। आने वाले चुनाव में रणधीर सिंह और उसकी पार्टी का भी विरोध किया जाएगा। पुतला दहन करने वालों में अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव, रवि यादव, अक्षय यादव, पप्पु यादव, विष्णु यादव, सैंपल यादव, मनोज मरीक, चंदन, सुमन, संजीव, रंजीत कुमार, नरेन्द्र यादव, रॉकी यादव, लक्खन यादव, रितेश यादव, जितेद्र यादव, राकेश यादव, नागेन्द्र यादव, चन्दु यादव, बसंत यादव, अदिति, सुमन, रवि यादव, नीरो यादव, संजय यादव, मनोज यादव, रितेश यादव, संजय, किशोर यादव, भागवत, कृष्ण वल्लभ, गोलक बिहारी, मुन्ना यादव, रूपेश कुमार, अनिल यादव, प्रमोद यादव आदि शामिल थे।