सारवां/संवाददाता। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का स्थापना दिवस सोमवार को वार्डन रिक्ता चंद की देखरेख में आयोजित किया गया। का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर डीएसई मधुकर, प्रमुख फुकनी देवी उप प्रमुख काजल कुमारी समाजसेवी विक्रम पत्रलेख एवं संजय राय ने संयुक्त रुप से किया। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना नृत्य से छात्राओं द्वारा किया गया। इसके उपरांत विद्यालय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय की छात्रा दिव्या कुमारी के द्वारा विषय प्रवेश की जानकारी दी गई। इसके उपरांत स्वागत नृत्य ग्रुप छठी की छात्राओं द्वारा किया गया। जिसकी उपस्थित अतिथियों ने सराहना की। इसके उपरांत स्वरचित कविता कोमल कुमारी एवं सृष्टि कुमारी के द्वारा प्रस्तुति की गई। समाज में वृद्धों की अवस्था को लेकर वृद्धाश्रम पर वर्ग 11 ग्रुप की छात्राओं द्वारा वृद्ध आश्रम नाटक की प्रस्तुति की गई। नाटक के माध्यम से वृद्ध अपने पुत्र के विलाप में कैसे जीवन जीते है और कैसे उसकी मृत्यु हो जाती है। मृत्यु के उपरांत उनके पुत्र विदेश से पहुंचते हैं उक्त समय का स्थिति क्या होता है। उसे चित्रण करने का कार्य किया गया। इसके उपरांत शिवानी कुमारी ग्रुप द्वारा आदिवासी नागपुरी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। वहीं वर्ष 2024 में मैट्रिक टॉपर एवं 12वीं टॉपर का परिचय के साथ प्रशस्ति पत्र नंदनी कुमारी व नीलम कुमारी को दिया गया। बालिका एवं नारी शिक्षा पर वर्ग दसवीं की छात्राओं के द्वारा प्रस्तुति दी गई। नृत्य के माध्यम से बालिका शिक्षा पर विस्तार से वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया। इसके साथ ही बिना शिक्षा, अधूरी शिक्षा से बालिका व नारी की अवस्था पर नाटक के माध्यम से जागरूक करने का कार्य वर्ग दसवीं के छात्राओं द्वारा किया गया। इसके साथ ही नाटक के माध्यम से सोशल मीडिया मोबाइल, गेम पर कैसे आज के युवा पीढ़ी बच्चे अन्य वर्ग के लोग अनावश्यक रूप से व्यस्त रहते हैं इस पर फोकस डाला गया और मोबाइल गेम से दूर रहने का संदेश नाटक के माध्यम से ग्रुप नवम की छात्रा कोमल एवं अन्य द्वारा दिया गया। इसके ऊपर आप नशा मुक्ति पर जागरूकता नाटक की प्रस्तुति की गई। वर्ग सप्तम की छात्रा द्वारा नशा मुक्ति संदेश दिया गया। राधा कृष्ण आधारित अनुप्रिया एवं आरती वर्ग 9 द्वारा नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इसके साथ ही विभिन्न कार्यक्रम की प्रस्तुति देते हुए लोगों का मन मोह लिया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधीक्षक मधुकर ने संबोधन के दौरान बोला कि सुदूर गांव के बच्चियों को एक आवासीय विद्यालय का लाभ मिल रहा है यह सुखद संदेश है। कहा सरकार द्वारा बच्चियों के लिए खर्च किया जा रहा है इसके प्रति शिक्षक-शिक्षिकाएं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें। बच्चियों के लिए एक मात्र कस्तूरबा विद्यालय आवासीय है जिसका लाभ सुदूर गांव के गरीब छात्राओं को लेना चाहिए। पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख द्वारा विद्यालय विकास को लेकर 25 हजार का चेक विद्यालय प्रबंधन के नाम सौंपा गया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधीक्षक मधुकर, प्रमुख फुकनी देवी,उप प्रमुख काजल कुमारी प्रखंड विकास पदाधिकारी रजनीश कुमार अंचला अधिकारी राजेश साहा, अतनु कुमार चक्रवर्ती समाजसेवी विक्रम पत्रलेख संजय राय वार्डन रिक्ता चंद, लेखापाल पार्थों सेन, यदुमनि ताती, छोटू सिंह, शंभू यादव, मुकेश राउत, उमाकांत मंडल, विकास राउत, शिक्षक अजय झा, सरिता कुमारी, रेखा कुमारी, श्रेया दत्त, रंजीत कुमार, संतोषी मरांडी सहित अन्य उपस्थित थे।
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का स्थापना दिवस धूमधाम से मना
मधुपुर/संवाददाता। अनुमंडल के करौं स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का 19वां स्थापना दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया। सोमवार को आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथियों ने विद्यालय की स्थापना एवं उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गई है। इस दिशा में काफी सकारात्मक परिणाम आ रहा है। शिक्षिका सह वार्डन चेताली नंदन ने विद्यालय के संचालन में शिक्षिकाओं, प्रबंध समिति प्रबंधन एवं विकास समिति समय छात्राओं से मिलने वाले सहयोग के प्रति आभार जताया। उन्होंने विद्यालय की उपलब्धियां भी गिनाई। तत्पश्चात छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।समारोह में स्वागत गान प्रिया भारती, सविता, मधु,गीता, जूही ने किया गया। जबकि नृत्य प्रतियोगिता में रुपा कुमारी, डांस वर्षा, मनीषा माधुरी, प्रियंका ने एक से बढ़कर नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वही बिरसा मुंडा के जीवनी पर लधु नाटक का शिल्पी, रजनी, रीना, रानी, रुपा एवं बाल मजदूरी पर रोक आदि की प्रस्तुत किया। वही इसके अलावा अन्य विषयों पर टिप्पणी कर लोगों को खूब हंसाने के अहसास भी दिलाया। मौके पर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के अध्यक्ष मुन्नी यादव, जिप सदस्य ललन कुमार सिंह, चेताली नंदन वार्डन, उप प्रमुख राजेश कुमार, मंदाकिनी हेंब्रम, जितेंद्र प्रसाद यादव, नरेश कुमार, विष्णुकांत यादव, रामधन तिवारी, राधेश्याम दास समेत कई ग्रामीण एवं अभिभावक उपस्थित थे।
126 बच्चों के बीच स्कूली बैग का वितरण
मधुपुर/संवाददाता। अनुमंडल के करौं प्रखंड स्थित लालगढ़ मस्जिद टोला उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में 126 छात्र-छात्राओं के बीच मुखिया मिंटू शेख एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष गुलाम अशरफ उर्फ राजू द्वारा बैग का वितरण संयुक्त रूप से किया गया। मुखिया ने बच्चों से कहा कि आप नियमित रूप से विद्यालय आए और पठान-पाठन का लाभ उठाएं। कहा कि सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं के लिए रोजाना मध्याह्न भोजन, छात्रवृत्ति, पोशाक, जूता, मौजा, कॉपी, किताब आदि नि:शुल्क दिया जाता है। इस अवसर का लाभ हर संभव उठाने का प्रयास सभी बच्चे करें। बच्चों का मन लगाकर पढ़ने को कहा। वहीं प्रखंड के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय नावाडीह गुडीटांड़ में 42 छात्राओं के बीच पोशाक का वितरण किया गया। मौके पर विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष चांदनी खातुन, विद्यालय के प्रधानाध्यापक उत्तम केसरी, नसीमा खातुन, साजिद अंसारी आदि मौजूद थे।
विद्यालय में गोलीकांड की जिलास्तरीय टीम की जांच
- घटना के बारे में बच्चों से की भी पूछताछ
मोहनपुर। संवाददाता। जिला स्तरीय जांच टीम सोमवार को मोहनपुर प्रखंड क्षेत्र स्थित चितरपोका उत्क्रमित मध्य विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंची। जांच के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) विनोद कुमार और सहायक जिला परियोजना अधिकारी (एडीपीओ) अंभुज पांडेय ने विद्यालय में घटी गोलीबारी की घटना को लेकर वहां मौजूद तीन शिक्षकों, रसोइया और छात्रों से बारी-बारी से घटना के बारे में जानकारी ली।
निरीक्षण टीम ने विद्यालय में बच्चों की कम उपस्थिति देखी और इस पर सवाल उठाया। शिक्षकों ने बताया कि गोलीकांड के बाद से बच्चे विद्यालय आना नहीं चाहते हैं, जिसके कारण उपस्थित में कमी आई है। जांच टीम के अधिकारियों ने आस-पास के गांवों के व्यक्तियों से आग्रह किया कि वे बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें, ताकि उनकी पढ़ाई न छूटे। साथ ही उन्होंने बताया कि अगले महीने परीक्षा भी होने वाली है, इसलिए अभिभावकों से आग्रह किया गया कि वे बच्चों को विद्यालय भेजें।
जांच टीम के समक्ष अभिभावकों ने कहा कि जब तक विद्यालय के सभी शिक्षकों का स्थानांतरण नहीं होगा तब तक बच्चे विद्यालय नहीं जाएंगे। जांच टीम में बीपीओ मनोज मंडल, बीपीआरओ गणेश गौतम, सीआरपी सुनील बरनवाल, श्याम किशोर मंडल और पंचायत की मुखिया बिंदु मंडल भी शामिल थे। बता दें कि पांच दिन पूर्व विद्यालय के एक सहायक शिक्षक ने प्रधान शिक्षिका चांदनी कुमारी को गोली मारकर घायल कर दिया था।
क्या कहते हैं डीइओ : जांच के डीइओ ने कहा कि घटना के आरोपी शिक्षक पर विभागीय कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा घटना में जो भी शामिल हैं उसके खिलाफ न्यायसंगत कार्रवाई की जाएगी।
घर में आग लगने से हजारों की संपत्ति जलकर राख
- एक मवेशी भी झुलसा
मधुपुर/संवाददाता। मधुपुर अनुमंडल के करौं प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रदीप राम के घर में बीते शनिवार की रात को आग लगने से हजारों की संपत्ति जल कर राख हो गई। गृहस्वामी प्रदीप ने बताया कि रात खाना खाने के बाद सभी लोग अपने अपने कमरों मे जाकर सो गए। इसी क्रम में जब मेरे भाई की पत्नी नींद खुली तो देखा घर से आग की लपटे जोरदार ढंग से निकल रही है। हल्ला कर आस पास के लोग जुटे और आग बुझाने लगे लेकिन तब तक काफी देर हो जाने के कारण घर में बंधे एक गाय जिसकी कीमत लगभग 35 हजार मर गई। जबकि धान 4 क्विंटल, चावल 50 केजी सहित घर में रखे कई प्रकार के सामान जलकर राख हो गए। बिंदुश्वरी राय, बिरेंद्र तिवारी, पंकज पासवान, लाला पुन्ना सिंह, रिषय सिंह, सुरेंद्र कुमार राय, दिलीप बाउरी, शिल्पी देवी द्वारा काफी मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया गया।
छात्र-छात्राओं के बीच विधायक ने किया साइकिल का वितरण
- साइकिल की गुणवत्ता पर उठाये सवाल और आपूर्तिकर्ता को लगायी फटकार
- संबंधित विभाग जांच कराकर आपूर्तिकर्ता पर करें कार्रवाई नहीं तो वे अपने स्तर से इस देखेंगे : विधायक
सारठ/संवाददाता। सारठ प्रखंड के सबैजोर पंचायत के कुम्हराबांधी गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रांगण में सोमवार को विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह ने कक्षा आठवीं के छात्र-छात्राओं को उन्नति का पहिया कार्यक्रम के तहत साइकिल वितरण किया। विधायक ने साइकिल की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए साइकिल आपूतिकर्ता को फटकार लगायी। साइकिल में जंग लगा और पहिये में हवा नहीं देखकर साइकिल की गुणवत्ता पर कई सवाल उठाए। कहा कि बच्चों को दिये जाने वाले साइकिल की गुणवत्तापूर्ण नहीं होना बच्चों के साथ नाइंसाफी है। यह साइकिल अधिक दिन तक चलने वाला नहीं है। छोटे-छोटे बच्चें विद्यालय आने के क्रम में इस साइकिल से दुर्घटनाग्रस्त भी हो सकते हैं। कहा कि मेरा सरकार और जिला प्रशासन से कहना है विशेष कर जिला प्रशासन से कि ये टेंडर जिसने भी दिया है नियम के खिलाफ है। चूंकि पहले भी मैंने साइकिल का वितरण किया है, जिसमें साईिकल रेले, एटलस और एवन कंपनी का हुआ करती थी। वर्तमान में जो साइकिल वितरण किया जा रहा है वह किसी विदेशी कंपनी का है उसे पता नहंी लेकिन साइकिल बेहतर नहीं है। संबंधित विभाग या प्रशासन जांच कर संवेदी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करे। कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष में जिन बच्चों को साइकिल नहीं मिला है या कोरम पूरा किया गया है, उससे संबंधित सूची की मांग विधायक ने की। वहीं बच्चों को प्रतिदिन विघालय जाकर मन लगामर पढ़ने का भी उत्साह बढ़ाया।
कौन-कौन पंचायतों के छात्र-छात्राएं हुए लाभान्वित : कल्याण विभाग के उन्नति का पहिया कार्यक्रम के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 के तहत सोमवार को सारठ प्रखंड के विभिन्न पंचायत बगडबरा, सारठ, सबैजोर, कैचुवावांक और झिलुवा पंयायतों के विद्यालय के 8 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के बीच सारठ उर्दू विद्यालय के 36, ढोढ़ो के 21, सारठ कन्या विद्यालय के 59, बेलबरना के 36, लोधरा के 18, पिण्डारी के 63, बगडबरा के 46, सबैजोर के 16, करहिया के 26, गोपीबॉध के 12, जमुवा के 11, सारठ बालक वि0 के 49, सुखजोरा के 84 कुल 513 छात्र-छात्राओं के बीच साइकिल कावितरण विधायक द्वारा किया गया।
कौन-कौन थे उपस्थित : कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधन समिति के द्वारा विधायक को माला एवं पुष्प गुच्छ प्रदान कर जोरदार स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन शिाक्षक दिलीप कुमार राय ने किया। मौके पर 20 सूत्री अध्यक्ष इश्तियाक मिर्जा, बीईईओ कैलाश मरांडी, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी शशांक शेखर, बीआरसी के लेखापाल मोती रवानी, बीआरपी मनोज कुमार राय, सुधांशु शेखर राय, शाशिकांत पांडेय, सीआपी मनोज कुमार सिंह, ललन कुमार राय, शिक्षक बिमल कुमार सिंह, हृदय नारायण राय, मुखिया प्रतिनिधि सुधीर सिंह, विधालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रविन्द्र कुमार राय, पूर्व 20 सूत्री अध्यक्ष कृष्ण मुरारी राय, ग्रामीण युगल किशोर राय उर्फ मांगन राय, विक्रम सिंह, शंकर प्रसाद राय, मुकुंद राय, काशी राय, अर्जुन राय, कामेश्वर राय, प्रहलाद मंडल, संबंधित विद्यालय के शिक्षक एवं अविभावकगण मौजूद थे। खुदी राम बोस की 135 वीं जयंती पर विशेष
भारत की स्वतंत्रता के लिए संगठित क्रांतिकारी आंदोलन के प्रथम शहीद हुए खुदीराम : विद्रोह
मधुपुर/संवाददाता। पश्चिम बंगाल स्वतंत्रता आंदोलन का केंद्र था। वहीं से मास्टर दा सूर्य सेन, प्रफुल्ल चाकी, मातंगिनी हाजरा, प्रसिद्ध तिकड़ी विनय,बादल ,दिनेश सहित कई स्वतंत्रता सेनानियों ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन मे शहीद हुए। झारखंड बंगाली समिति के प्रदेश अध्यक्ष विद्रोह कुमार मित्रा बताते हैं कि भारत की स्वतंत्रता के लिए संगठित क्रांतिकारी आंदोलन का प्रथम शहीद खुदीराम बोस को ही माना जाता है। खुदीराम बोस को उतनी लाइमलाइट कभी नहीं मिली जितनी अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को मिला। जबकि उनका बलिदान और देश प्रेम की कहानी बंगाल में एक प्रसिद्ध लोककथा है। कवि पीताम्बर दास ने अपने लोकप्रिय बंगाली गीत “एक बार बिदाय दे मां” के द्वारा उनके बलिदान को अमर कर दिया, लेकिन खुदीराम बोस ने जिस उम्र में इन तकलीफों के खात्मे के खिलाफ आवाज बुलंद की वह मिसाल है। जिसका वर्णन इतिहास के पन्नों पर स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है । इतिहास में खुदीराम बोस महज ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ नहीं, बल्कि किसी भी जन-विरोधी सत्ता के खिलाफ लड़ाई के सरोकार और लड़ने के हौसले के प्रतीक के रूप में ताकत देते हैं। तीन मुट्ठी खुद्दी के बदले में खुदीराम की मां ने खुदीराम को अपनी बहन को दान कर दिया था। इस डर से कि कहीं यह पुत्र भी मर न जाए। चूंकि अपने दो पुत्र को पहले ही असमय में खो चुकी थी। लक्ष्मी प्रिया देवी खुदीराम की मां। चूंकि बदलें में खुद्दी मिला था इसलिए लड़के का नाम खुदीराम रखा गया था।
स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही खुदीराम ने राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेना शुरू किया। वे प्रतिरोध जुलूस में शामिल होते और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ नारे लगाते।उनका उत्साह और जोश इतना था कि उन्होंने नौवीं कक्षा की पढ़ाई भी छोड़ दी और सीधे क्रान्तिकारी आंदोलन में कूद पड़े। उस समय भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने वाले सभी क्रान्तिकारियों का व्यक्तित्व इतना विराट था कि आप एक शब्द विशेष सुनते ही सीधे उन्हीं स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं। उनमें से एक नाम खुदीराम बोस का है। छोटी सी आयु में देश के लिए आत्मोसर्ग कर उन्होंने जाने कितने युवाओं, किशोर के हृदय में देश पर मर मिटनें की भावना उत्पन्न कर दी थी। भारत के इस वीर सपूत की निडरता, वीरता और शहादत से बंगाल के जुलाहे इतने प्रभावित हुए कि वे खुदीराम बोस के नाम से एक खास किस्म की धोती बुनने लगे। खुदीराम बोस इतिहास में हमेशा एक अग्नि पुरुष के नाम से जानें जातें हैं। जब जब भारतीय आजादी के संघर्ष की बात की जायेगी तब तब खुदीराम बोस का नाम गर्व से लिया जाएगा। एक बार विदाई दे मां, घूरे आसी.. हांसी हांसी पोरबो फांसी देखबे भारतवासी। महान क्रांतिकारी खुदीराम बोस की यह पंक्तियां जहां एक मार्मिक संवेदना उत्पन्न करतीं हैं तो दूसरी ब्रितानी सरकार के विरुद्ध स्वदेश के लिए सर्वस्व अर्पित करने की प्रेरणा देती है।
आश्रय ने जेंडर आधारित हिंसा को समाप्त करने को ले 16 दिवसीय कार्यक्रम का किया शुभारंभ
मधुपुर/संवाददाता। आश्रय द्वारा जेंडर आधारित हिंसा को समाप्त करने हेतु 16 दिवसीय अभियान के तहत पंचायत स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। आश्रय संस्था के सचिव दीपा कुमारी ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य जेंडर गैर अनुरूपता वाले एथलीटों और संरचनात्मक रूपों से बहिष्कृत समुदायों की आवाज को बढ़ावा देना ,खेलों में लैंगिक समावेशन की वकालत करना ,डिजिटल प्लेटफॉर्म की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए आह्वान करना, जीबी के समाधान के लिए समावेशी नारीवादी दृष्टिकोण को बढ़ावा देना जिसमें महिला किशोरी विकलांग एवं ट्रांसजेंडर के अधिकार को लेकर चर्चा की गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पंदनिया पंचायत के मुखिया राजेंद्र यादव ने कहा कि विकलांग व्यक्तियों के लिए सरकारी गैर सरकारी संस्थानों में एवं हर विभाग में उनके आने-जाने के लिए रैंप की सुविधा हो। शिक्षा के क्षेत्र में साइन लैंग्वेज का सुविधा और उनके अधिकार को सुनिश्चित किया जाए। कार्यक्रम में महिला पर्यवेक्षिका लता कुमारी, पंदनिया पंचायत की वार्ड सदस्य दीपा कुमारी, सुस्मा कुमारी, उप मुखिया आंगनबाड़ी सेविका मीरा कुमारी, अंजू देवी, अनिता कुमारी सहिया यशोदा देवी सुधा देवी आशा देवी एवं महिला एवं किशोरी आश्रय संस्था से मुस्कान परवीन तमन्ना परवीन ने भाग लिया।